Categories
इतिहास के पन्नों से व्यक्तित्व

देश के मूर्धन्य वैज्ञानिकों में से एक थे प्रोफेसर राव

  इंडिया साइंस वायर प्रोफेसर राव ने 1960 में अपने कॅरियर की शुरुआत की और उसके बाद से भारत में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के विकास और संचार के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। छुपे हुए प्राकृतिक संसाधनों की खोज करने में उनकी दूर-संवेदी तकनीकें बहुत उपयोगी सिद्ध हुईं। भारत में अंतरिक्ष विज्ञान ने बहुत प्रगति कर […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

गुर्जर सम्राट कनिष्क के राज्यारोहण के अवसर पर

चक्रवर्ती सम्राट कनिष्क गुर्जर वंश से थे। कुषाण (कसाना) राजवंश 25 ई. से 380 ई. तक यह न केवल गुर्जर जाति का बल्कि भारतीय इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण राजवंश है। इस वंश के कई सम्राट हुए हैं लेकिन यदि अकेले कनिष्क सम्राट की ही बात करें तो उनका साम्राज्य दक्षिणी चीन और रूस से लेकर […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के 4 वर्ष : योगी आदित्यनाथ प्रखर हिंदुत्व का ‘नया चेहरा’

  अजय कुमार आज की सियासत में सत्तापक्ष और विपक्ष की राजनीतिक सोच में जमीन-आसमान का अंतर होना स्वाभाविक है, लेकिन बात जब योगी के केन्द्र से रिश्तों की कि जाए तो यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि यूपी में ‘डंबल इंजन’ की सरकार मजबूती के साथ चल रही है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

रामो विग्रहवान धर्म:

  राकेश सैन स्वतन्त्रता पर राज्य मानहानि, न्यायालय-अवमान, सदाचार, राज्य की सुरक्षा, विदेशों के साथ मैत्रीपूर्ण सम्बन्ध, अपराध-उद्दीपन, लोक व्यवस्था, देश की प्रभुता और अखण्डता को ध्यान में रख कर युक्तियुक्त प्रतिबन्ध लगाया जा सकता है। लोकतंत्र के दो रूप कहे जा सकते हैं, एक दण्डात्मक व दूसरा गुणात्मक। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन […]

Categories
आओ कुछ जाने भाषा

विश्व की सभी भाषाओं में सर्वाधिक पुरानी भाषा होने के कारण संस्कृत है सब भाषाओं की जननी

  डॉ. जीतराम भट्ट कुछ लोगों का कहना है कि संस्कृत केवल पूजा-पाठ की ही भाषा है। किन्तु यह सत्य नहीं है। संस्कृत-साहित्य के केवल पॉच प्रतिशत में धर्म की चर्चा है। बाकी में तो दर्शन, न्याय, विज्ञान, व्याकरण, साहित्य आदि विषयों का प्रतिपादन हुआ है। संस्कृत पूर्ण रूप से समृद्ध भाषा है। ग्रीक और […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख

देश के आंदोलनजीवी चला रहे हैं ‘फाइव स्टार कल्चर’ का आंदोलन

  अजय कुमार पहले सामाजिक नेताओं की हुंकार पर लोग सड़क पर आ जाते थे, लेकिन इनके दामन पर किसी तरह का कोई दाग नहीं लगा। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में आंदोंलन का स्वरूप ही बदल गया है। अब आंदोलन के आसपास का नजारा ‘पिकनिक स्पॉट’ और फाइव स्टार होटलों जैसा नजर आता है। देश […]

Categories
हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

राजनीति में एक संत थे पंडित गोविंद बल्लभ पंत

लेखक गजेंद्र आर्य राष्ट्रीय वैदिक प्रवक्ता जलालपुर अनूप शहर +91-9783897511   7 मार्च महाप्रयाण दिवस पर विशेष :  “पंडित गोविंद बल्लभ पंत प्रथम मुख्यमंत्री (संयुक्त प्रांत) पूर्व गृह मंत्री भारत सरकार” राष्ट्र के स्वाधीनता आंदोलन में अनेकानेक महामनाओं ने राष्ट्र की पराधीनता की बेड़ियां काटने में अपनी हवि दी है, जिन्हें हम समय-समय पर अपनी […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

इस तरह हुआ था हैदराबाद का भारतीय संघ में विलय

  अनिरुद्ध जोशी 15 अगस्त 1947 को भारतवर्ष हिन्दुस्तान तथा पाकिस्तान दो हिस्सों में बंटकर स्वतंत्र हो गया। भारत की आजादी के साथ जुड़ी देश-विभाजन की कथा बड़ी व्यथा-भरी है। कुछ लोग भारत विभाजन के खिलाफ थे, कुछ पक्ष में थे और कुछ ऐसे लोग थे, जो भारत के धर्म आधारित विभाजन के खिलाफ थे। […]

Categories
विश्वगुरू के रूप में भारत

सुशासन का भारतीय स्वरूप क्या है ?

  लेखक:- रामेश्वर प्रसाद मिश्र पंकज सुशासन पर विचार करने से पूर्व इसके आधार और स्वरूप के विषय में भारतीय ज्ञानपरंपरा, राजनीति की परंपरा को तथा इतिहास के तथ्यों को जान लेना चाहिए। इसमें यह भी स्मरण रखना चाहिए कि विश्व में केवल भारत ही एकमात्र ऐसा राष्ट्र है, जहां प्राचीन काल से ही राजनीतिशास्त्र […]

Categories
राजनीति

सत्ता में लौटने के लिए पुरजोर कोशिश कर रही हैं ममता बनर्जी

रमेश सर्राफ धमोरा 2019 के चुनाव में ममता की तृणमूल कांग्रेस को जहां 44.91 प्रतिशत वोट मिले वहीं भाजपा को 40.70 प्रतिशत मत मिले थे। 2019 का लोकसभा चुनाव कांग्रेस व वाम दलों ने अलग-अलग लड़ा था, जिसमें कांग्रेस को 5.67 प्रतिशत व वामदलों को 6.30 प्रतिशत मत मिले थे। देश के पांच राज्यों में […]

Exit mobile version