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विविधा

कोरोना महामारी के समय में लोगों को स्वानुशासन लागू करने की आवश्यकता

राकेश सैन यदि स्वानुशासन का पालन किया गया होता तो बहुत से लोगों को असमय मरने से या अस्पतालों में गम्भीर रूप से बीमार होकर भर्ती होने या घरों में बीमार होकर बन्द रहने से बचाया जा सकता था। कोरोना की दूसरी लहर को टाला जा सकता था। गान्धी जी कहा करते थे, कि स्वानुशासन […]

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राजनीति

कांग्रेस और सपा दलित मतदाताओं को लुभाने के प्रयास में जुटे

अजय कुमार उत्तर प्रदेश में दलित मतदाता करीब 23 फीसदी हैं। 80 के दशक तक दलित कांग्रेस का वोट बैंक हुआ करता था, लेकिन दलित वोटर कांग्रेस की लीडरशिप से इसलिए नाराज रहते थे क्योंकि नेहरू-गांधी परिवार ने कांग्रेस में कभी दलित नेताओं को उभरने का मौका नहीं दिया। उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने […]

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मुद्दा

दो वक्त की रोटी ही नहीं जीवन रक्षक दवा भी मुफ्त मिलनी चाहिए

केंद्र सरकार को कोविशील्ड वैक्सीन 150 रुपये प्रति डोज, राज्य सरकारों को 400 रुपये प्रति डोज और निजी अस्पतालों को 600 रुपये प्रति डोज उपलब्ध कराए जाने की बात है। सीरम ने कोविशील्ड के लिए 600 रुपये की जो कीमत तय की है, वह अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ जैसे अमीर देशों की तुलना में […]

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स्वास्थ्य

प्रचंड गर्मी में और भी प्रचंड हो सकता है कोरोनावायरस

पंकज चतुर्वेदी दुनिया के 30 सबसे प्रदूषित शहरों में 21 भारत के हैं। अपने देश में साल 2019 में अकेले वायु प्रदूषण से 17 लाख लोगों की मौत हुई। यह किसी से छिपा नहीं है कि कोरोना वायरस जब श्वास-तंत्र पर कब्जा जमाता है तो रोगी की मृत्यु की आशंका बढ़ जाती है। जिन शहरों […]

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मुद्दा

अस्पतालों में ऑक्सिजन की कमी इस वक्त का सबसे बड़ा संकट

अस्पताल ने पहले ऑक्सिजन की कमी की ओर ध्यान दिलाया था, लेकिन अब उसने यह बताया है कि इन मरीजों की मौत ऑक्सिजन की कमी के कारण नहीं हुई। मामला जो भी हो, इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता कि अस्पतालों में ऑक्सिजन की कमी इस वक्त का सबसे बड़ा संकट है। देशभर […]

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आर्थिकी/व्यापार

लॉकडाउन अंतिम विकल्प के मायने

मदन सबनवीस पिछले साल जब कोरोना महामारी ने पंजा मारा तो दुनिया सन्न रह गई। जवाबी कदम उठा भी तो लॉकडाउन का। भारत ने मार्च 2020 के आखिरी हफ्ते में इस दिशा में कदम बढ़ाए। अगले दो महीनों में इसे पूरी सख्ती से लागू किया। जून में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हुई। इस दौरान लाखों […]

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विविधा

ऑक्सीजन की कमीं से थमतीं सांसें

सतीश भारतीय देश में कोरोना के मामलों में जिस तरह मुसलसल इजाफा हो रहा है उससे अस्पतालों की दशा बदहाल हो गयी है आलम यह की एक तरफ मरीजों को अस्पतालों में जगह नहीं मिल रही तो वहीं दूसरी ओर ऑक्सीजन की कमीं से मौतों की रफ्तार तेज हो गयी है। हाल ही में मध्यप्रदेश […]

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Uncategorised मुद्दा

देश नेशनल इमरजेन्सी की ओर ?

श्याम वेताल कोरोना की दूसरी लहर इतनी जानलेवा बन जाएगी , इसका एहसास देश की जनता को बिलकुल नहीं था लेकिन केंद्र एवं राज्य सरकारों में बैठे लोग और धुरंधर प्रशासनिक अधिकारियों को भी इसका कोई अंदेशा नहीं था ,यह आज साबित हो चुका है। अगर था भी तो इससे पार पाने के लिए कुछ […]

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विश्वगुरू के रूप में भारत

‘समरांगणसूत्रधार’ – महाराज भोज का अक्षय कीर्ति-स्तम्भ

विगत दो दशकों से गृह-निर्माण में ‘वास्तुशास्त्र’ का प्रचलन बढ़ा है। नया घर बनवाते समय अथवा मरम्मत करवाते समय या घर की इंटीरियर डिजायनिंग के समय पेशेवर वास्तुविद की मदद ली जा रही है. प्रयास यह रहता है कि घर वास्तुशास्त्र के अनुकूल हो। पेशेवर वास्तुविद यह दावा करते हैं कि उन्हें वास्तु की पूर्ण […]

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पर्यावरण

आगामी मानसून अच्छा रहने की भविष्यवाणी फिर भी जल संरक्षण की आवश्यकता

डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने पिछले दिनों देश में आगामी मानसून की स्थिति को लेकर अनुमान जारी किया है। हालांकि एक समय था जब मौसम विभाग की भविष्यवाणी कुछ और कहती थी और वास्तविकता में कुछ और होता था। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर द्वारा सारे रिकार्ड तोड़ने के बीच अच्छे […]

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