Categories
देश विदेश

भूटान की जमीन पर चीन की नजर क्यों?

उगता भारत फॉरन पॉलिसी में छपी रिपोर्ट के मुताबिक चीन को भूटान का यह इलाका नहीं चाहिए। वह भूटान पर दबाव बनाना चाहता है ताकि भारत का सामना करने के लिए उसे कहीं और जमीन चाहिए हो, तो मिल सके। चीन ने अक्टूबर 2015 में ऐलान किया कि तिब्बत ऑटोनॉमस रीजन (TAR) में ग्यालाफूग नाम […]

Categories
अन्य

बौद्धिक संपदा से आगे…

ज्यादा बड़ा सवाल यह है कि जो देश इस पर सहमत हैं वे अपने स्तर पर इस फैसले को लागू करने और उसके मुताबिक वैक्सीन उत्पादन में तेजी लाने के लिए क्या कर सकते हैं। चूंकि भारत इस मसले को उठाने वाले शुरुआती देशों में शामिल रहा है, इसलिए निगाहें उस पर भी टिकी हैं। […]

Categories
अन्य

भारत में कोरोना महामारी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता

विशेष संवाददाता ब्रितानी अख़बार संडे टाइम्स ने हाल ही में एक हेडलाइन में लिखा, ‘मोदी भारत को लॉकडाउन से निकालकर कोविड सर्वनाश की तरफ़ ले गए।’ ‘द ऑस्ट्रेलियन’ अख़बार ने अपने एक लेख को दोबारा प्रकाशित किया, जिसके संक्षिप्त विवरण में लिखा था- ‘आलोचकों का कहना है कि अक्खड़पन, अंध-राष्ट्रवाद और अक्षम नौकरशाही ने ऐसा […]

Categories
आतंकवाद भयानक राजनीतिक षडयंत्र

भारत करे कड़वे सत्य का सेवन : शेष जो भी है वह अवशेष मात्र है , भाग -2

  डॉ आनंद पाटील भारत में समस्या यह है कि हम ग़लत को ग़लत भी नहीं कह सकते क्योंकि तथाकथित धर्मनिरेपक्ष ‘सेक्यूलर’ बेईमान तुरंत उन्हें ‘सांप्रदायिकता का ओवरकोट’ पहनाकर मीडिया, सोशल मीडिया में प्रचारित करने में जुट जाते हैं कि देखो कैसे ‘हिंदुत्व जाग उठा’, देखो कि कैसे अल्पसंख्यक शांतिप्रिय मुसलमानों के साथ ‘लिचिंग’ की […]

Categories
आतंकवाद इतिहास के पन्नों से

कार्ल मार्क्स : शैतान पूजा से साम्यवाद तक, भाग – 1

5 मई कार्ल मार्क्स जन्म दिन पर (सीताराम येचुरी के रामायण, महाभारत के संदर्भ से हिंदुओं को हिंसक बताये जाने पर वामपंथियों को दर्पण दिखाती तीन वर्ष पुरानी मेरी पोस्ट पुन: प्रस्तुत है।) ” जीसस के प्रेम के जरिये हम अपने ह्रदय को अपने अंतर्मन से जुड़े भाइयों की तरफ ले जाते हैं जिनके लिये […]

Categories
भयानक राजनीतिक षडयंत्र

भारत करे कड़वे सत्य का सेवन, शेष जो भी है वह अवशेष मात्र है , भाग -1

  डॉ आनंद पाटील हंसराज रहबर के ग्रंथ ‘नेहरू बेनकाब’ (भगतसिंह विचार मंच, दिल्ली 2005) के आमुख में लिखित वृतांत– “शारीरिक स्वास्थ्य के लिए कड़वी दवा का सेवन और मानसिक स्वास्थ्य के लिए कड़वे सत्य का सेवन आवश्यक है।” (पृ. 5) पर सबका ध्यानाकर्षण अनिवार्यतः आमंत्रित है। आगे इसी ग्रंथ में उनका परामर्श प्रकारांतर से […]

Categories
मुद्दा

आर्थिक भ्रष्टाचार जांच एजेंसियां निजी अस्पताल , मेडिकल स्टोर, चिकित्सकों,के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं करती ?

अजय कुमार कालाबाजारियों और निजी अस्पताल चलाने वालों के खिलाफ जो थोड़ी बहुत कार्रवाई हो रही है वह जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा की जा रही है, लेकिन इन लोगों के पास आर्थिक मामलों की जांच का इतना अनुभव नहीं होता है कि वह बड़ी कार्रवाई कर सकें। एक तरफ महामारी दूसरी तरफ कालाबाजारी से […]

Categories
स्वास्थ्य

ढोकला, डोसा, इडली जैसी चीज़े फायदेमंदे ये सारे फर्मेंटेड फूड हैं

कंचन सिंह पेट के अच्छे बैक्टीरिया रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करते हैं जिससे संक्रमण, फ्लू आदि का खतरा कम हो जाता है। क्योंकि फर्मेंटेड फूड में विटामिन सी, आयरन, जिंक आदि भी होता है इसलिए यह इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार है। ढोकला, डोसा, इडली जैसी चीज़ें आप अक्सर खाते होंगे। ये सारे फर्मेंटेड […]

Categories
आज का चिंतन

देश में अन्य विकास कार्यों के साथ-साथ सरकारों को मेडिकल सुविधाएं बढ़ाने पर भी ध्यान देने की आवश्यकता

रमेश सर्राफ धमोरा देश में आवश्यकता के मुताबिक ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं है। इसलिये केंद्र सरकार विदेशों से भी ऑक्सीजन का आयात कर रही है। भारतीय नौसेना ने विदेशों से ऑक्सीजन और चिकित्सा सामग्री समुद्री मार्ग से लाने के लिए ऑपरेशन समुद्र सेतु-दो शुरू किया है। भारत में चल रहा कोरोना संक्रमण विकराल होता जा रहा […]

Categories
मुद्दा

संसाधनों की कमी से मौतें का दंश झेलता देश

डॉ. शंकर सुवन सिंह इलाहाबाद हाईकोर्ट ने महामारी के विकराल रूप को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार को लॉकडाउन लगाने की नसीहत दी थी पर सरकार ने उसको सिरे से तुरंत खारिज कर दिया था। यह घटना राज्य सरकार के रवैये को चरितार्थ करती है। देश संकट में है और कोविड-19 महामारी से जूझ रहा […]

Exit mobile version