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पर्यावरण

संतुलित विकास के लिए पर्यावरण संरक्षण समय की सबसे बड़ी आवश्यकता

कलराज मिश्र जैसे-जैसे हम भौतिकता की अंधी दौड़ में आगे बढ़ रहे हैं, वैसे-वैसे आपदाओं को निमंत्रण देने लगे हैं। अभी कोविड के जिस भयावह दौर को हम सभी झेल रहे हैं उसके मूल में भी विकास की उपभोक्तावादी सोच ही प्रमुख है। याद रखें, प्रकृति और जीवन की उपेक्षा कर विकास को गति देने […]

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भयानक राजनीतिक षडयंत्र

भारत में ईसाई मत के कारनामे

  भारत देश में ईसाई मत का आगमन कब हुआ। यह कुछ निश्चित नहीं हैं। एक मान्यता के अनुसार 52 AD में संत थॉमस का आगमन दक्षिण भारत में हुआ। उनके प्रभाव से ईसाई बने भारतीय अपने आपको सीरियन ईसाई कहते हैं। ईसाई इतिहासकारों की इस मान्यता में अनेक कल्पनायें समाहित हैं।[i] वास्को दे गामा […]

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इतिहास के पन्नों से स्वर्णिम इतिहास

विश्व गुरु रहे भारत के इतिहास की महत्वपूर्ण तिथियां

🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩 जो राष्ट्र पूरे विश्व का गुरु है, उसका इतिहास जानिए:-‘भारतीय ऐतिहासिक कालानुक्रम'(क्रोनोलॉज़ी) मेरे सर्वाधिक प्रिय विषयों में से है और विगत डेढ़ दशक से मैं इस विषय पर अन्वेषण और लेखन-कार्य कर रहा हूँ।इस सन्दर्भ में सन् २००९ में मेरी पुस्तक ‘भगवान् बुद्ध और उनकी इतिहाससम्मत तिथि’ इलाहाबाद से प्रकाशित हुई थी जिसका विद्वज्जगत् […]

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राजनीति

असंतुष्ट नेताओं के कारण धरातल में जाता कांग्रेस का भविष्य

नरेंद्र नाथ अब, जबकि देश में विपक्षी एकता को लेकर फिर से आवाज उठ रही है, इसकी धुरी बनने वाली कांग्रेस गुटबाजी के दलदल में फंसती जा रही है। राष्ट्रीय स्तर पर असंतुष्ट नेताओं की लंबी लिस्ट से पहले से ही परेशान पार्टी में अब पंजाब से लेकर कर्नाटक तक अंदरूनी लड़ाई सिर उठा रही […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

नम्रता व धैर्य के शिखर थे श्री गुरू हरिगोबिंद जी

सुखा भारती श्री गुरू अर्जुन देव जी की शहीदी के पश्चात् यह बात स्पष्ट हो गई थी, कि शांतमई यत्नों का युग पलट चुका है। अब गुरूदेव के सामने दो रास्ते थे या तो वे हथियारबंद ढंग से संघर्ष की राह अपनाएँ या फिर सारे प्रयास बंद कर अच्छे दिनों के आने का इन्तज़ार करें। […]

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कविता

मैं हिंदी पुत्री हिंद की हूँ

हिन्दी   मैं हिन्दी पुत्री हिन्द की हूंँ । चूनर कश्मीरी सिन्ध की हूंँ ।। संस्कृत पालि प्राकृत अपभ्रंश । हैं पितृ मेरे जिनकी मैं अंश ।। आंँचलिक बोली मेरी बहने । आत्मीयता के उनके क्या कहने ।। बहनों संग इतराती हूंँ । हृदय के भाव बताती हूँ ।। कुछ छलिए देखो आते हैं । […]

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इतिहास के पन्नों से भारतीय संस्कृति

मनुस्मृति और नारी जाति

डॉ विवेक आर्य भारतीय समाज में एक नया प्रचलन देखने को मिल रहा है। इस प्रचलन को बढ़ावा देने वाले सोशल मीडिया में अपने आपको बहुत बड़े बुद्धिजीवी के रूप में दर्शाते है। सत्य यह है कि वे होते है कॉपी पेस्टिया शूरवीर। अब एक ऐसी ही शूरवीर ने कल लिख दिया मनु ने नारी […]

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भारतीय संस्कृति

ईमानदारी से जीना महंगा शौक़ है, और मनुष्य को चाहिए कि वह महंगा शौक ही पाले : विवेकानंद परिव्राजक

ईमानदारी से जीना मँहगा शौक है। और बेईमानी सस्ता। मँहगा शौक ही पालें। क्योंकि यह सुखदायक है। बहुत से लोगों का विचार होता है कि “सस्ते में काम चलाओ।” परंतु संसार में ऐसे भी कुछ लोग होते हैं, जो “मँहगे की परवाह नहीं करते, बल्कि वे सुख को प्रधानता देते हैं।” ऐसे लोग बुद्धिमान होते […]

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इतिहास के पन्नों से स्वर्णिम इतिहास

सम्राट विक्रमादित्य के नवरत्न बनाम अकबर के नवरत्न

अकबर के नौरत्नों से इतिहास भर दिया पर महाराजा विक्रमादित्य के नवरत्नों की कोई चर्चा पाठ्यपुस्तकों में नहीं है । जबकि सत्य यह है कि अकबर को महान सिद्ध करने के लिए महाराजा विक्रमादित्य की नकल करके कुछ धूर्तों ने इतिहास में लिख दिया कि अकबर के भी नौ रत्न थे । राजा विक्रमादित्य के […]

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विविधा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में विपरीत परिस्थितियों के बावजूद भी देश समृद्धि की ओर

धरमलाल कौशिक भारतीय जनता पार्टी ने सत्ता को स्वार्थ सिद्धि का माध्यम कभी नहीं बनाया। यही वजह है कि संकट की इस परिस्थिति में आज भाजपा के करोड़ों कार्यकर्ता उत्सव की बजाय सेवा ही संगठन के मंत्र पर चलते हुए जरूरतमंद परिवारों की मदद में जुटे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यशस्वी नेतृत्व वाली मोदी […]

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