#डॉविवेकआर्य 👍🏾 सूर्योपासना का यह पर्व कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष के चतुर्थी से सप्तमी तिथि तक मनाया जाता है। सूर्यषष्ठी व्रत होने के कारण इसे ‘छठ’ कहा जाता है। सुख-समृद्धि और मनोवांछित फल देने वाले इस पर्व को पुरुष और महिला समान रूप से मनाते हैं, लेकिन आमतौर पर व्रत करने वालों में महिलाओं […]
लेखक: उगता भारत ब्यूरो
■ स्वामी दयानन्द का भारतीय समाज का ज्ञान… “…विवेकानन्द ने भारतीय अध्यात्म के अद्वैत तत्त्व पर बल दिया है और गाँधी ने वैष्णव भावना को महत्त्व प्रदान किया है। ये दोनों तत्त्व भारतीय दर्शन, साधना और अध्यात्म के उच्चतम स्वरूप का परिचय दे सकते हैं, परन्तु सपूर्ण भारतीय मानस को इन तत्त्वों ने एकांगी और […]
ट्रंप की जीत में अमेरिका के वो उखड गए जो मोदी को उखाड़ना चाहते थे राहुल गांधी का एक और सहारा टूट गया अब डोनाल्ड लू का बैंड बजना चाहिए अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत करिश्मा है क्योंकि भारत की तरह वहां भी एक नरेटिव गढ़ा गया था ट्रंप के खिलाफ […]
ममता अजमेर, राजस्थान इसी सप्ताह राजधानी जयपुर में राइजिंग राजस्थान समिट के तहत एजुकेशन समिट का आयोजन किया गया, जहां पर शिक्षा, उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा सहित कौशल व उद्यमिता विभाग के साथ निवेशकों ने 28 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा के एमओयू साइन किया. इससे सरकारी स्कूलों में सोलर सिस्टम की स्थापना, […]
हाल ही में आईयूसीएन यानी कि अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ द्वारा ग्लोबल ट्री असेसमेंट रिपोर्ट जारी की गई है जो यह बताती है कि तीन में से एक वृक्ष प्रजाति विलुप्त होने के खतरे में है। उल्लेखनीय है कि आईयूसीएन रेड लिस्ट जानवरों, कवक और पौधों की प्रजातियों के बीच विलुप्त होने के जोखिम का […]
लेखक :– चौधरी छोटूराम (उस समय युनिनिस्ट पार्टी के नेता) मद्रास राज्य(वर्तमान केरल) के मालाबार में सन 1921-22 में मोपला जाति के मुस्लिमो द्वारा 10000 से अधिक हिन्दुओ का कत्लेआम किया गया था। उनके बचाव में आये सैकड़ो ब्रिटिश भी मौत के घाट उतार दिए गए थे। ये दंगा हिंदुस्तान के इतिहास में सबसे बड़े […]
ओ३म् का जाप स्मरण शक्ति को तीव्र करता है,इसलिए वेदाध्ययन में मन्त्रों के आदि तथा अन्त में ओ३म् शब्द का प्रयोग किया जाता है। मनुस्मृति में आया है कि ब्रह्मचारी को मन्त्रों के आदि तथा अन्त में ओ३म् शब्द का उच्चारण करना चाहिए। क्योंकि आदि में ओ३म् शब्द का उच्चारण न करने से अध्ययन धीरे […]
दिव्य अग्रवाल अखंड ब्रह्माण्ड जिन सिद्धांतों पर चलता है उन सिद्धांतों का निर्माण करने वाले सनातन धर्म को कुछ मजहबी लोगों ने कमजोर समझ लिया है जिसका सर्वप्रथम कारण सनातनी समाज है । ५०० वर्ष तक प्रभु श्री राम मंदिर के निर्माण हेतु संघर्ष करने वाली कौम मंदिर निर्माण होने के पश्चात भविष्य के लिए […]
आचार्य डा. राधेश्याम द्विवेदी छठ पर्व या छठ कार्तिक शुक्ल की षष्ठी को मनाया जाने वाला एक हिन्दू पर्व है। इस पूजा का महत्व सनातन काल से ही देखा जा सकता है। इसका आरंभ महाभारत काल में कुंती द्वारा सूर्य की आराधना तथा सूर्य के आशीर्वाद स्वरूप उन्हें पुत्र कर्ण की प्राप्ति होने के समय […]
आचार्य डॉ राधेश्याम द्विवेदी तरगांव निवास करते हुए आसपास के दर्जनों स्थलों को पावन करते हुए घनश्याम प्रभु ने सम्वत 1845 में मीन सरोवर पर ये लीला रची थी। मीन सरोवर वह स्थान है जहाँ स्वामी नारायण ने मछुआरों को आजीविका के लिए मछलियाँ न मारने की शिक्षा दी थी। यह छोटी झील गर्मियों के […]