तस्लीमा नसरीन बांग्लादेश से हर साल पचास हजार औरतों को भारत लाकर सोनागाछी और दूसरी जगहों पर बेचा जाता है। कहा जाता है कि महिलाएं स्वेच्छा से इस पेशे में आती हैं। पर कोई औरत शौक से इस पेशे में नहीं आती, बल्कि जीवन के संघर्ष में विफल हो जान के बाद ही इस गर्हित […]
Author: उगता भारत ब्यूरो
बहुत से लेख हमको ऐसे प्राप्त होते हैं जिनके लेखक का नाम परिचय लेख के साथ नहीं होता है, ऐसे लेखों को ब्यूरो के नाम से प्रकाशित किया जाता है। यदि आपका लेख हमारी वैबसाइट पर आपने नाम के बिना प्रकाशित किया गया है तो आप हमे लेख पर कमेंट के माध्यम से सूचित कर लेख में अपना नाम लिखवा सकते हैं।
डॉ. सुधा कुमारी फ्रांस की क्रांति में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की मांग करनेवालों ने या भारत के संविधान में अभिव्यक्ति और विचरण की स्वतंत्रता का प्रावधान रचनेवालों ने कभी सपने में भी यह नहीं सोचा होगा कि एक दिन मानव समय की ऐसी सुरंग से गुजरेगा जब उसे खुलकर साँस लेने की भी स्वतंत्रता नहीं […]
केसी त्यागी, पूर्व सांसद राज्यसभा जनता पार्टी की टूट की वजह से 1980 में लोकसभा के लिए हुए मध्यावधि चुनाव में कांग्रेस पार्टी को बड़ी सफलता प्राप्त हुई। इंदिरा गांधी फिर से प्रधानमंत्री चुनी गईं। कांग्रेस के टिकट पर जो सांसद जीत कर आए थे, उनमें संजय गांधी की पसंद साफ दिख रही थी। उत्तर […]
रामकृष्ण मिशन का विश्लेषण
(राम कृष्ण परमहंस के सिद्धांतो के विपरीत ,राम कृष्ण के नाम पर भ्रमित मिशन ) Dr D K Garg *स्थापना : रामकृष्ण मिशन की स्थापना १ मई सन् १८९७ को रामकृष्ण परमहंस के शिष्य स्वामी विवेकानन्द ने की। इसका मुख्यालय कोलकाता के निकट बेलुड़ में है। इस मिशन की स्थापना के केंद्र में वेदान्त दर्शन […]
…. तू भी बोल उठेगा – इदम ब्रह्म
“हे मनुष्य ! जिस दिन उस परम सत्य का साक्षात्कार तुझे हो जायगा तो निश्चय से तू भी बोल उठेगा ‘इदं ब्रह्म’। पुरुष के विषय में कहने लगेगा ‘यह ब्रह्म है, यह ब्रह्म है’।” तस्माद् वै विद्वान् पुरुषमिदं ब्रह्मेति मन्यते। सर्वा ह्यस्मिन् देवता गावो गोष्ठ इवासते।। -अथर्व० ११।८।३२ ऋषिः – कौरूपथिः। देवता – अध्यात्म, मन्युः। […]
🙏बुरा मानो या भला🙏 * —मनोज चतुर्वेदी “शास्त्री” मीडिया स्रोतों से मिली जानकारी के अनुसार अभी हाल ही में समाजवादी पार्टी, बिजनौर के एक नेताजी ने अपने एक वक्तव्य में कहा कि – “भाजपा ने बस समाज को बांटने वाली राजनीति को ही अपनाया है और उसे ही बढ़ावा दिया है। वह नफ़रत फैलाती है […]
जिन अंग्रेजों के अत्याचार की पूरी दुनिया में चर्चा होती है, भारतीय वीरों ने कई बार उनके छक्के छुड़ाए हैं। ऐसे कई प्रसंग इतिहास के पृष्ठों पर सुरक्षित हैं। ऐसा ही एक स्वर्णिम पृष्ठ कानपुर (उ.प्र.) से सम्बन्धित है। 1857 में जब देश के अनेक भागों में भारतीय वीरों ने अंग्रेजों के विरुद्ध संघर्ष […]
दीपक कुमार सिंह विश्व पर्यावरण दिवस पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने पारिस्थितिकी तंत्र पुनर्बहाली दशक की शुरुआत की है। इस वर्ष का थीम भी यही रखा गया है। संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने विश्व पर्यावरण दिवस की पूर्व संध्या पर इसकी घोषणा करते हुए एक वीडियो संदेश जारी किया। अपने संबोधन में […]
संजय पंकज जिसे साध कर जीवन चलता चल देता है रोग हमारा! साधक पुरखों का संवेदन जग का चंदन योग हमारा! जोड़ो जोड़ो का गायन है तो तोड़ो तोड़ो कारा भी; हमीं पूजते अंबर धरती चंदा सूरज ध्रुव तारा भी, शिव से चलकर मधुसूदन तक मानस का संयोग हमारा! योग नहीं बस मनुज मनुज को […]
छह जुलाई, 1901 को कोलकाता में श्री आशुतोष मुखर्जी एवं योगमाया देवी के घर में जन्मे डा. श्यामाप्रसाद मुखर्जी को दो कारणों से सदा याद किया जाता है। पहला तो यह कि वे योग्य पिता के योग्य पुत्र थे। श्री आशुतोष मुखर्जी कलकत्ता विश्वविद्यालय के संस्थापक उपकुलपति थे।1924 में उनके देहान्त के बाद केवल […]