उगता भारत ब्यूरो ब्रह्माण्ड हमेशा से ही मानव को आकर्षित करने के साथ-साथ चुनौतियां भी देता रहा है। ब्रह्माण्ड असीमित है, अंतहीन है। उसके समक्ष मानव का कोई अस्तित्व ही नहीं है। इस ब्रह्माण्ड की आयु का सही-सही पता लगाना तो लगभग असंभव है लेकिन अगर हम सौर मंडल की बात करें, जिसके एक ग्रह […]
Author: उगता भारत ब्यूरो
बहुत से लेख हमको ऐसे प्राप्त होते हैं जिनके लेखक का नाम परिचय लेख के साथ नहीं होता है, ऐसे लेखों को ब्यूरो के नाम से प्रकाशित किया जाता है। यदि आपका लेख हमारी वैबसाइट पर आपने नाम के बिना प्रकाशित किया गया है तो आप हमे लेख पर कमेंट के माध्यम से सूचित कर लेख में अपना नाम लिखवा सकते हैं।
सोशल मीडिया और भारत सरकार
भरत झुनझुनवाला गत सप्ताह मंत्रिमंडल में हुए फेरबदल में सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने इस्तीफा दे दिया है। इस इस्तीफे के पीछे दो संभावनाएं हैं। एक संभावना है कि रवि शंकर प्रसाद ने ट्विटर एवं अन्य दूसरी सोशल मीडिया कंपनियों पर प्रधानमंत्री की इच्छा से इतर अधिक सख्ती की, जिसके फलस्वरूप इन सोशल […]
अनूप भटनागर कोरोना महामारी के दौरान नागरिकों के हित में एक काम बहुत ही महत्वपूर्ण हुआ है और वह है उनके स्वास्थ्य और भोजन के अधिकार की रक्षा। महामारी के दौरान अपने-अपने गृह नगरों की ओर पलायन करने वाले कामगारों के खान-पान की व्यवस्था और नागरिकों के लिये चिकित्सा सुविधाओं को नजरअंदाज करना अब केन्द्र […]
जीव ईश्वर का अंश है, तो ईश्वर के समान शक्ति उसमें क्यों नहीं हैं। 👆यह प्रश्न एक शिष्य ने गुरु से पूछा।गुरु ने विस्तार पूर्वक उत्तर दिया पर शिष्य की समझ में न आया, शंका बनी ही रही। एक दिन गुरु और शिष्य गंगा स्नान के लिये गये। शिष्य से कहा-एक लोटा गंगा जल भर […]
राकेश सैन भारतीय इतिहास में मोहम्मद अली जिन्ना को मुख्य रूप से इस अलगाववादी सिद्धांत का पुरोधा माना जाता है। उन्होंने कहा था- हिन्दू मुस्लिम एक नहीं बल्कि दो राष्ट्र हैं। द्विराष्ट्र सिद्धान्त भारतीय उपमहाद्वीप के मुसलमानों के हिन्दुओं से अलग पहचान का सिद्धान्त है। देश में धर्म के नाम पर बंटवारा चाहे स्वतन्त्रता प्राप्ति […]
भिक्षावृति देश और समाज के सामने बड़ी समस्या
अशोक मधुप पहले हम दया और ममता के कारण इन गरीबों भिखारियों की मदद करते थे। अब समझदार लोग, मेरे मित्र इनकी मदद करने से मना करते हैं। वे कहते हैं कि भीख देने से इनमें आरामतलबी आ गई। दुनिया का हर प्राणी अपनी जरूरत के लिए संघर्ष करता है। देश बेरोजगारी, गरीबी, अशिक्षा जैसी […]
डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा वैज्ञानिकों की मानें तो कनाडा आदि में तापमान में बढ़ोतरी का प्रमुख कारण इस समय हीट डोम को माना जा रहा है। इसके कारण धरती प्रेशर कूकर की तरह हो जाती है और तापमान तेजी से बढ़ने लगता है। वैज्ञानिकों के अनुसार हीट डोम गर्म हवाओं का समूह होता है। दुनिया […]
मुकुल व्यास कुछ वैज्ञानिक दुनिया में कोविड के उभरने का कारण जलवायु परिवर्तन से जोड़ रहे हैं जबकि दूसरे वैज्ञानिक ऐसे स्थानों की पहचान कर रहे हैं जहां भविष्य में नये कोरोना वायरस प्रकट हो सकते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि पिछली सदी में दुनिया में हुए कार्बन उत्सर्जन के कारण दक्षिणी चीन की […]
आखिर है ही क्या हिंदू ?
स्वामी धर्मबंधु कुछ लोग हिन्दू शब्द को ऋग्वेद में ढूंढ़ने का बौद्धिक विलास जैसा करते हैं, परन्तु वेद और उसके अंग में जैसे ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद,अथर्ववेद, आयुर्वेद, धनुर्वेद, गन्धर्ववेद, अर्थवेद, ऐतरेय ब्राह्मण, शतपथ ब्राह्मण, ताण्ड्य ब्राह्मण, साम ब्राह्मण, विंश ब्राह्मण, गोपथ ब्राह्मण या किसी १०२७ वेद की शाखाओ में हिन्दू शब्द उपलब्ध नही है […]
माँ के पल्लू पर शानदार निबन्ध
बीते समय की बातें हो चुकी हैं. माँ के पल्लू का सिद्धाँत … माँ को गरिमामयी छवि प्रदान करने के लिए था. इसके साथ ही … यह गरम बर्तन को चूल्हा से हटाते समय गरम बर्तन को पकड़ने के काम भी आता था. पल्लू की बात ही निराली थी. पल्लू पर तो बहुत कुछ […]