🙏बुरा मानो या भला 🙏 —मनोज चतुर्वेदी “शास्त्री” भारत की धरती पर “सेक्युलर” नामक एक दुर्लभ प्रजाति पाई जाती है। पूरी दुनिया में एकमात्र भारत ही एक ऐसा देश है जहां पर यह “दोगला” प्राणी बहुतायत में पाया जाता है, इसे राजनीतिक भाषा में “सेक्युलर” कहा जाता है। इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है […]
Author: उगता भारत ब्यूरो
बहुत से लेख हमको ऐसे प्राप्त होते हैं जिनके लेखक का नाम परिचय लेख के साथ नहीं होता है, ऐसे लेखों को ब्यूरो के नाम से प्रकाशित किया जाता है। यदि आपका लेख हमारी वैबसाइट पर आपने नाम के बिना प्रकाशित किया गया है तो आप हमे लेख पर कमेंट के माध्यम से सूचित कर लेख में अपना नाम लिखवा सकते हैं।
लेखक :- डॉ रघुवीर वेदालंकार श्री विरजानंद देैवकरणि जी प्रस्तुति :- अमित सिवाहा आचार्य भगवान्देव जी आर्यप्रतिनिधि सभा पंजाब के उपप्रधान एवं कार्यकर्ता प्रधान भी थे। ऐसी परिस्थिति में हिन्दी आन्दोलन को हरयाणा से चलाने का उत्तरदायित्व भी इन्हीं पर आ गया। इसी कार्य में तीव्रता लाने के लिए २८ जुलाई १८५७ को रोहतक […]
🙏बुरा मानो या भला🙏 ————मनोज चतुर्वेदी आजकल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कुछ जयचन्दों, ज्ञानचंदो और रायचन्दो द्वारा उत्तरप्रदेश के मुखिया बाबा योगिआदित्यनाथ पर यह आरोप लगाया जा रहा है कि उन्होंने जातिवादी राजनीति को बढ़ावा दिया। लेकिन प्रश्न यह है कि क्या पूर्ववर्ती सरकारों ने जातिवादी राजनीति को प्रश्रय नहीं दिया? सच तो यह है […]
इस्लामिक जन्नत की समीक्षा
इस्लामिक जन्नत (बहिश्त)-एक समीक्षा समाचार पत्रों के माध्यम से रोजाना यह खबर मिलती है कि आज ISIS ने अनेक निर्दोष लोगों का क़त्ल कर दिया, आज तालिबान ने अफगानिस्तान या पाक में निर्दोष बच्चों पर गोलियाँ चला दी, आज पाकिस्तान में नमाज पढ़ते मुसलमानों को एक आत्मघाती ने बम से उड़ा दिया, आज मुंबई की […]
भ्रमोच्छेदन [क्या स्वामी दयानन्द कृत संस्कार विधि फलित ज्योतिष पर आधारित है?] प्रियांशु सेठ (वाराणसी) सोशल मीडिया के माध्यम से पौराणिक ज्योतिषाचार्य श्री कृष्ण चन्द्र शास्त्री का “ज्योतिष और आर्यसमाज” नामक शीर्षक से एक लेख प्राप्त हुआ है। इसमें शास्त्रीजी ने स्वामी दयानन्द के प्रसिद्ध ग्रन्थ संस्कार विधि से कुछ सन्दर्भ उठाकर यह सिद्ध करने […]
चाणक्य नीति यो ध्रुवाणि परित्यज्य ह्यध्रुवं परिसेवते। ध्रुवाणि तस्य नश्यन्ति चाध्रुवं नष्टमेव तत्।। आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जो निश्चित को छोड़कर अनिश्चित का सहारा लेता है, उसका निश्चित भी नष्ट हो जाता है। अनिश्चित तो स्वयं नष्ट होता ही है। अभिप्राय यह है कि जिस चीज का मिलना पक्का निश्चित है, उसी को पहले […]
महाभारत में कृष्ण के पास पाञ्चजन्य, अर्जुन के पास देवदत्त, युधिष्ठिर के पास अनंतविजय, भीष्म के पास पोंड्रिक, नकुल के पास सुघोष, सहदेव के पास मणिपुष्पक था। सभी के शंखों का महत्व और शक्ति अलग-अलग थी। शंखों की शक्ति और चमत्कारों का वर्णन महाभारत और पुराणों में मिलता है। शंख को विजय, समृद्धि, […]
🙏बुरा मानो या भला 🙏 —मनोज चतुर्वेदी “शास्त्री” मीडिया सूत्रों से ख़बर मिली है कि 23 जुलाई को अयोध्या में होने वाले ब्राह्मण सम्मेलन से पहले पार्टी नेता और पूर्व मंत्री नकुल दुबे ने एलान किया कि बिकरू कांड में आरोपी बनाई गई खुशी दुबे की रिहाई की लड़ाई बसपा लड़ेगी। खुशी कुख्यात विकास दुबे […]
लेखक:- प्रशांत पोळ इस बार यूरोप प्रवास में इटली में अच्छा खासा घूमना हुआ. इटली तो इसके पहले भी तीन – चार बार गया था. लेकिन तब अपना काम कर के जल्द लौट आना, यही दिनचर्या होती थी. पर्यटक इस नाते इटली देखना रह गया था, जो इस बार संभव हो सका. लेकिन इस बार […]
🙏बुरा मानो या भला🙏 —मनोज चतुर्वेदी “शास्त्री” किसी बेज़ुबान, निर्दोष, निष्कलंक और मासूम जानवर की बलि (कुर्बानी) देने से ईश्वर (अल्लाह) प्रसन्न नहीं हो सकता। जीवन और मृत्यु दोनों ही ईश्वर के हाथों में हैं। आप जिसको जीवन नहीं दे सकते उसकी हत्या करने का अधिकार भी आपका नहीं हो सकता। यह नियम किसी मज़हब/धर्म […]