जेहाद से निपटने का 👉मन्त्र👈 पंडित लीलाधर चौबे की जबान में जादू था। जिस वक्त वह मंच पर खड़े हो कर अपनी वाणी की सुधावृष्टि करने लगते थे; श्रोताओं की आत्माएँ तृप्त हो जाती थीं, लोगों पर अनुराग का नशा छा जाता था। गरमी के दिन थे। लीलाधर जी किसी शीतल पार्वत्य प्रदेश को जाने […]
Author: उगता भारत ब्यूरो
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42 लाख मौतों के बाद भी पूरे विश्व में कोरोना से बचाव और उसके उपचार पर वही घिसी पीटी बातें डेढ़ साल से दोहराई जा रही हैं की मास्क लगा लो, सामाजिक दूरी बना लो, वैक्सीन लगवा लो। इस बात का कोई अध्ययन नहीं हुआ कि यह सब करके हमने क्या खोया, क्या पाया। पहले […]
सूरज जैसा आना जाना
जीवन राग संजय पंकज जीवन और जागरण का आलोक- राग गाता सूरज हर दिन आता है। आता है;और अपनी नम किरणों के सतरंगी स्पर्श से गुदगुदाता हुआ सबको जगाता है। जाग जाता है संपूर्ण जीव जगत! धरती और अंतरिक्ष भी तब सोए नहीं रहते। सात रंगों को आत्मसात करने वाली सूरज की उजली किरणें पेड़ों […]
‼️गेहूं की तोंद …..‼️ गेंहू मूलतः भारत की फसल नहीं है अमेरिका के एक हृदय रोग विशेषज्ञ हैं डॉ विलियम डेविस…उन्होंने एक पुस्तक लिखी थी 2011 में l जिसका नाम था “Wheat belly गेंहू की तोंद”…l यह पुस्तक अब फूड हेबिट पर लिखी सर्वाधिक चर्चित पुस्तक बन गई है…पूरे अमेरिका में इन दिनों गेंहू को […]
सन्नी कुमार। बीते दिनों नेताजी सुभाष चंद्र बोस के प्रपौत्र चंद्र कुमार बोस ने फिर इस मांग को उठाया कि लाल किले का नाम बदलकर ‘नेताजी फोर्ट’ कर दिया जाए। अपनी बात की पुष्टि के लिए उन्होंने इस बात को भी जोड़ा कि डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने भी इस आशय की मांग की थी, किंतु […]
मुंशी प्रेमचंद का गाय प्रेम
(31 जुलाई को मुंशी प्रेमचंद के जन्मदिवस पर विशेष रूप से प्रकाशित) सामाजिक व राष्ट्रीय जागरण के अग्रदूत सुविख्यात उपन्यासकार प्रेमचंद उन दिनों गोरखपुर के एक विद्यालय में शिक्षक थे। उन्होंने गाय रखी हुई थी। एक दिन गाय चरते-चरते दूर निकल गई। प्रेमचंद गाय की तलाश करने निकले। उन्होंने देखा कि गाय अंग्रेज कलेक्टर की […]
लेखक :- प्रशांत पोळ पिछले लेख में हमने भारत के पश्चिमी दिशा में भारतीय संस्कृति के पदचिन्ह खोजने का प्रयास किया था. ‘बेरेनाईक परियोजना’’ जैसे पुरातात्विक उत्खनन के माध्यम से, केल्टिक एवं यजीदी संस्कृति के प्रदर्शन एवं पश्चिम के अनेक संग्रहालयों में रखी हुई भारतीय वस्तुओं, अवशेषों इत्यादि के माध्यम से भारतीयों के पदचिन्ह […]
लेखक:- प्रशांत पोळ गुजरात के सोमनाथ मंदिर के बाण-स्तंभ पर एक श्लोक उकेरा हुआ (लिखा हुआ) है – “आसमुद्रांत दक्षिण ध्रुव पर्यंत अबाधित ज्योतिर्मार्ग…!” [‘इस मंदिर से दक्षिण ध्रुव तक सीधे रास्ते में एक भी बाधा (जमीन) नहीं है. यहाँ से ज्योति (अर्थात प्रकाश) का मार्ग सीधा वहाँ तक पहुँच सकता है]. अर्थात डेढ़-दो […]
( लेखक- इं. आदित्यमुनि वानप्रस्थ, भोपाल) मुझे अपने गत दिल्ली प्रवास के समय उझानी (बदायूँ) के डॉ॰ पारस मिश्र और नर्मदानगर (गुजरात) के श्री भावेश मेरजा से यह जानकारी मिली थी कि परोपकारिणी सभा के पाक्षिक मुखपत्र परोपकारी के अप्रैल द्वितीय, २०१९ ई० के अंक में डॉ० ज्वलन्तकुमार शास्त्री (अमेठी) का मेरी उक्त शीर्षक पुस्तक […]
🙏बुरा मानो या भला 🙏 —मनोज चतुर्वेदी “शास्त्री” इजरायल की एक कम्पनी एनएसओ पेगासस को लेकर एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें भारत के कई महत्वपूर्ण लोगों की जासूसी की बात कही गई थी। जिसमें श्री राहुल गांधी का नाम भी शामिल है। मीडिया सूत्रों के अनुसार इस रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए […]