डॉ. अनुराग विजयवर्गीय (लेखक प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य हैं।) मानव शरीर में स्वस्थ अवस्था में गुरदे लगभग एक सौ पच्चीस मिलीलीटर रक्त एक मिनट में शुद्ध करते हैं। गुरदों के द्वारा हमारे शरीर से विषाक्त एवं अनुपयोगी तत्व बाहर हो जाते हैं। जब गुरदों की यही कुदरती क्रिया बाधित होती है, तो रक्त से विष जातीय तत्व […]
Author: उगता भारत ब्यूरो
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लेखिका:- प्रो. कुसुमलता केडिया भारत के संदर्भ में विभिन्न मुसलमानी लुटेरों और लड़ाकों की जो कहानियां अंग्रेजों के समय से फैलाई गईं और बाद में कांग्रेस शासन में अधिकृत इतिहास की तरह पढ़ाई गईं,उनके विषय में स्रोतों की प्रामाणिकता का प्रश्न सर्वाधिक महत्वपूर्ण है और उस पर विचार किये बिना कुछ भी लिखते चले जाने […]
♦️भारत में सेक्युलर इस कल्पना में हैं कि धर्मांतरण करने से कोई हानि नहीं है, गरीबों को रोजी-रोटी मिल रही है; लेकिन वास्तविकता क्या है वे कुछ भोले भारतवासी नहीं समझ पाते हैं। जैसे अंग्रेजों ने ईस्ट इंडिया कंपनी खोलने के बाद भारत पर अपनी सत्ता जमा ली और भारतवासियों पर अनगिनत अत्याचार किये और […]
डॉ डी0 के0 गर्ग आज कल हमको रावण की दो तरह के रूप दिखाई देते हैं एक मे एक सिर है तो दूसरे मे 10 सिर है. रामलीला मे भी उसका विशाल पुतला बनाया जाता है और उसके भी दस शिश तथा बीस भुजायें बनाई होती है। इतना ही नहीं, उसके मध्यसिर के ऊपर एक […]
परिस्थिति कुछ ऐसी थी कि 1612 में व्यापार के आवरण में भारत लूटने के मकसद से आयी ईस्ट इंडिया कंपनी ने पहले बंगाल, फिर मैसूर और मराठाओं को पराजित कर भारत में बड़ी मजबूत पकड़ बना ली थी। तत्पश्चात कंपनी ने भारतीय राज्यों के साथ संधियां कर और उटपटांग कानून बना कर खूब सीमा विस्तार […]
नेतृत्व क्षमता और शासन व्यवस्था पर राज्यसभा सदस्य अनिल माधव दवे द्वारा लिखी गई पुस्तक शिवाजी व सुराज में मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी को एक कुशल राजनीतिज्ञ, एक कूटनीतिज्ञ और एक प्रकाशक के रूप में दिखाया गया है। पुस्तक में तत्कालीन प्रशासन से आज की शासन व्यवस्था का और उस समय के विभागों की तुलना […]
विष्णुगुप्त कन्हैया कुमार से कम्युनिस्टों की बहुत उम्मीद थी, कम्युनिस्टों ने कन्हैंया कुमार को अपना आईकॉन मान लिया था, मास लीडर मान लिया था, नरेन्द्र मोदी का विकल्प मान लिया था, अपने खोये हुए जनाधार और आकर्षण को फिर से प्राप्त करने की शक्ति मान ली थी। इतना ही नहीं बल्कि जब कभी कन्हैया कुमार […]
नरेंद्र नाथ पिछले कुछ महीनों से 2024 आम चुनावों में बीजेपी से मुकाबले के लिए विपक्षी दलों की एकता की कोशिश चल रही थी। इसके लिए एक के बाद एक कई मीटिंग भी हुईं। ऐसा संदेश गया कि विपक्षी दल पिछली गलतियों से सीख लेते हुए इस बार एक मंच पर आएंगे और आपसी मतभेद […]
अमेरिका से मित्रता का मोल
पुष्परंजन इस बार पाकिस्तान तड़प कर रह गया। तड़प इस वजह से कि संयुक्त राष्ट्र महासभा में इमरान ख़ान को तुर्की-ब-तुर्की जवाब मिल गया। दूसरा, अफग़ानिस्तान को लेकर जो गुब्बारे पाकिस्तान ने फुलाये, वह भी यूएन में फुस्स हो गया। तालिबान शासन की ओर से यूएन महासचिव एंटोनियो गुटरस को पत्र भेजा गया था कि […]
कमलेश पांडेय बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त, 2020 को लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य अभियान की पायलट परियोजना की घोषणा की थी। जिसे लगभग सवा साल बाद फिलवक्त पीएम-डीएचएम के रूप में छह केंद्र शासित प्रदेशों में प्रारंभिक चरण में लागू किया जा रहा है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी […]