उगता भारत ब्यूरो केरल एक बार पुनः पर्यावरण संकट की चपेट में है। कोट्टायम और इडुक्की में असामान्य भारी बारिश के कारण भूस्खलन की घटनाएँ दर्ज की गई हैं। इससे जानमाल का भारी नुकसान हुआ है। जीवन की हानि का एक प्रमुख कारण केरल में भूमि उपयोग पैटर्न में आया परिवर्तन है, जिसकी गंभीर समीक्षा […]
Author: उगता भारत ब्यूरो
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©️ डा. महेन्द्रसिंह तँवर मध्यकालीन भारत के इतिहास में समाज अनेक बदलावों से प्रभावित रहा है। आक्रमणों के पश्चात् उन आक्रान्ताओं द्वारा स्थायी सत्ता की स्थापना के साथ-साथ भारत के स्थानीय लोगों को धर्म परिवर्तन करने की एक बड़ी शृंखला चली थी। यह काल एक संक्रमण काल था। एक तरफ हिन्दूओं को मुस्लिम धर्म को […]
आइए जानें : सिंध का प्राचीन इतिहास
अनिरुद्ध जोशी हाल ही में पाकिस्तान के सिंध प्रांत में अलग देश की मांग कर रहे लोगों ने एक विशाल रैली का आयोजन करके पाकिस्तान के अत्याचार के खिलाफ नारे लगाए। वहां के राष्ट्रवादियों ने सिंधी राष्ट्रवाद के संस्थापक जीएम सैयद की 117वीं जयंती पर पाकिस्तान से आजादी के समर्थन में रैली निकाली। प्रदर्शनकारियों ने […]
महर्षि दयानंद ने कितने आर्यसमाज की स्थापना की तथा कितने गुरुकुलों की स्थापना की यह सब इस लेख में उपस्थित है। ( महर्षि स्वामी दयानंद द्वारा आर्य समाज की स्थापनाएं कब और कहां कहां की गई ) दीवान बहादुर हरबिलास शारदा द्वारा रचित, विश्व गुरु स्वामी दयानंद का जीवन चरित्र एवं उनकी शिक्षाएं से यह […]
उगता भारत ब्यूरो भारत में बहुत कम लोग ऐसे हुए हैं जिन्होंने समाज के बेहद साधारण वर्ग से अपने जीवन की शुरुआत कर देश के सबसे पड़े पद को प्राप्त किया। चाहे रेल दुर्घटना के बाद उनका रेल मंत्री के पद से इस्तीफ़ा हो या 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में उनका नेतृत्व या फिर उनका […]
गाजियाबाद। (ब्यूरो डेस्क) “मोदी हार भी गए तो भाजपा अभी कुछ दशक तक जानेवाली नहीं”- अपने इस बयान से “चुनावी-रणनीतिकार” प्रशांत किशोर ने भले कांग्रेस के एक धरे को नाखुश कर दिया हो, लेकिन इस सच्चाई से मुंह मोड़ना कांग्रेस या किसी भी अन्य विपक्षी दल के लिए आत्मघाती सिद्ध हो सकता है. भाजपा को […]
ना तो परमात्मा का जन्म होता है और ना ही प्रकृति का जन्म होता है इस अर्थ में दोनों एक समान है। जगत में रहते हुए सभी मिथ्या धारणाओं को त्याग दें । अपने आप पर भरोसा करें और सर्वत्र परमपिता परमात्मा की सत्ता का अनुभव करते रहें। अपने भीतर गहरी प्यास अर्थात् परमात्मा से […]
रोहिंग्या और बंगाली मुस्लिम पर सरकारी चुप्पी खतरनाक है. जब बात पाकिस्तान से आये हिन्दू शरणार्थियों की होती है तो कथित धार्मिक जगत से लेकर राजनितिक जगत में एक अजीब सी खामोशी छा जाती है. उउनके पास वैध वीजा और पासपोर्ट होते हुए भी रहने नहीं दिया जाता जबकि अभी पिछले दिनों जब भारत सरकार […]
जगत राम, राकेश कोछड़ गत 21 अक्तूबर के दिन भारत ने कोविड-19 के खिलाफ युद्ध में वैक्सीन का 100 करोड़वां टीका लगाकर मील का पत्थर प्राप्त कर लिया। यह असाधारण प्राप्ति है जिसे महज 9 महीनों में कर दिखाया है, वह भी भारत निर्मित वैक्सीन से। हमारी कम-से-कम 75 फीसदी बालिग आबादी को पहला टीका […]
डॉ. जीतराम भट्ट निदेशक, डॉ. गो.गि.ला.शा. प्राच्यविद्या प्रतिष्ठान कुछ लोगों का कहना है कि संस्कृत केवल पूजा-पाठ की ही भाषा है। किन्तु यह सत्य नहीं है। संस्कृत-साहित्य के केवल पॉच प्रतिशत में धर्म की चर्चा है। बाकी में तो दर्शन, न्याय, विज्ञान, व्याकरण, साहित्य आदि विषयों का प्रतिपादन हुआ है। संस्कृत पूर्ण रूप से समृद्ध […]