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समाज

हनुमान अश्वत्थामा आदि कैसे चिरंजीवी हो सकते हैं ?

आनंद स्वरूप काशिव अश्वत्थामा बलिव्र्यासो हनूमांश्च विभीषण: । कृप: परशुरामश्च सप्तैते चिरंजीविन: ।। अश्वत्थामा, बलि, व्यास, हनुमान, विभीषण, कृपाचार्य और पराशुराम ये सातो चिरंजीवी हैं। इन सातों के चिरजीवी होने के दर्शन पर ध्यान केंद्रित करें। अश्वत्थामा: प्रतिशोध, हिंसा, वीभत्सता, घृणा, षड्यंत्र, निर्लज्जता, अविवेक, भयहीनता का जीवंत उदाहरण है। ऐसे आचरण के लोग हमेशा से हर […]

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आओ कुछ जाने

विश्व का सबसे बेहतरीन और अनोखा संगठन है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ

ललित गर्ग सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस 5 दिसंबर को प्रतिवर्ष दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है। यह दिवस सभी व्यक्तिगत स्वयंसेवकों और स्वयंसेवकों के संगठनों को अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय और स्थानीय स्तरों पर उनके योगदान को दिखाने का एक बड़ा अवसर प्रदान करता है। यह दिन हर साल […]

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मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड क्यों चाहता है ईशनिंदा कानून ?

मुहम्मद का सच सामने ना आने पाए… इसलिए मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ईशनिंदा कानून पारित करने की मांग कर रहा है कानपुर में ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक हुई है… इस बैठक में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने मांग की है कि देश में ईशनिंदा कानून लागू किया जाए -ऑल इंडिया […]

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महत्वपूर्ण लेख

योगी की यूपी जीत के बाद ही मिलेगा इस सवाल का जवाब कि मोदी के बाद कौन ?

 अजय कुमार जिस तरह से गैर बीजेपी दलों के नेता मंदिर-मंदिर जाकर अपने को हिन्दू साबित करने में लगे हैं। उससे चौकन्नी बीजेपी इस लड़ाई को और आगे ले जाए तो किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए क्योंकि बीजेपी के लिए हिन्दुत्व की पिच पर बैटिंग करना अन्य दलों से काफी आसान है। उत्तर प्रदेश […]

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भारतीय संस्कृति

भारतीय सांस्कृतिक इतिहास में पुरोहितों का स्थान

रवि शंकर समाज के नायक थे पुरोहित सर्वोच्च न्यायालय द्वारा मंदिरों के पुजारियों और पुरोहितों की योग्यता को लेकर जो टिप्पणी की गई है उसके बाद हमारे समाज में पुरोहितों की भूमिका को लेकर एक बहस चल पड़ी है। सही बात तो यह है कि पुरोहितों का भारतीय समाज में महत्वपूर्ण स्थान है। वे समाज […]

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गौ और गोवंश

गौ हत्या और देशहित

सुबोध कुमार A woman worships a cow as Indian Hindus offer prayers to the River Ganges, holy to them during the Ganga Dussehra festival in Allahabad, India, Sunday, June 8, 2014. Allahabad on the confluence of rivers the Ganges and the Yamuna is one of Hinduism’s holiest centers. (AP Photo/Rajesh Kumar Singh) वेदों में गायों […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

कैसी थी योगीराज श्री कृष्ण जी की दिनचर्या ?

श्रीकृष्ण की दिनचर्या आजकल कथावाचक श्रीकृष्ण जी के बारे मे काल्पनिक कहानियाँ सुनाते हैं। महाभारत मे क्या कहा गया है उनके विषय मे – श्रीकृष्ण जी की प्रातःकालीन दिनचर्या क्या रहती थी, यह महाभारत में वैशम्पायनजी ने जनमेजय से प्रकट की है― ततः शयनमाविश्य प्रसुप्तो मधुसूदनः । याममात्रार्धशेषायां यामिन्यां प्रत्यबुद्ध्यत ।। ‘श्रीकृष्ण आधा प्रहर रात […]

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आतंकवाद

कम्युनिस्ट इतिहासकार भारत के इतिहास का दोबारा लेखन क्यों नहीं होने देते

अफ़्रीका, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया में इतिहास के पुनर्लेखन की मांग का पश्चिमी वामपंथी समर्थन करते हैं, ताकि विदेशी विजेताओं, मिशनरियों के लिखे इतिहास में सुधार कर देसी और सताए गए लोगों की दृष्टि से इतिहास लिखा जाए। लेकिन भारत में सदियों से सताए गए हिंदुओं की दृष्टि से इतिहास लिखने के प्रयास को ‘भगवाकरण’ कहकर वामपंथी […]

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कविता

शीतकाल की बरसात आपको मुबारक हो!

प्रस्तुत है एक ताज़ा ग़ज़ल- कह रहे वो देख लो सब आज की उपलब्धियाँ। भूख के इंडेक्स की भी दिख रहीं गहराइयाँ। झूठ के सूरज के आगे गुम हुए किरदार सब, अब नज़र बस आज रही हैं घूरतीं परछाइयाँ। आमजन को पंथ की कुछ दी गई इतनी अफीम, टूटती उनकी नहीं हैं आजकल मदहोशियाँ। गुल […]

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इतिहास के पन्नों से

महाराणा प्रताप के हमशक्ल झाला मन्ना सिंह की कहानी

आनंद कुमार सन 1920 के दौर में जब बंदूकों की सलामी वाले राजवाड़े होते थे तब झाला वंश के राजपूत तेरह बंदूकों की सलामी वाले धांगध्रा पर शासन करते थे। वो ग्यारह बंदूकों की सलामी वाले वांकानेर और नौ बंदूकों की सलामी वाले लिम्बडी और वढवाण पर भी शासन करते थे। कुछ बिना सलामी वाले […]

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