डॉ. वंदना सेन भारतीय संस्कृति में माँ शब्द में एक ऐसा अपनापन है। जिसमें ममता की गहराई है, वात्सल्य का ऐसा अमूल्य खजाना है, जो दुनिया में कहीं अन्यत्र नहीं मिल सकता। इसीलिए हमारे महापुरुषों ने माँ को भगवान का दर्जा दिया है, वहीं किसी भी बच्चे के लिए प्रथम गुरु भी केवल माँ ही […]
Author: उगता भारत ब्यूरो
बहुत से लेख हमको ऐसे प्राप्त होते हैं जिनके लेखक का नाम परिचय लेख के साथ नहीं होता है, ऐसे लेखों को ब्यूरो के नाम से प्रकाशित किया जाता है। यदि आपका लेख हमारी वैबसाइट पर आपने नाम के बिना प्रकाशित किया गया है तो आप हमे लेख पर कमेंट के माध्यम से सूचित कर लेख में अपना नाम लिखवा सकते हैं।
राजस्थान में मुसलमानों ने दलित समुदाय के लोगों को पीटा, दलित लड़के को उसकी शादी पर घोड़ी की सवारी नहीं करने दी गई। लड़के की बहन और मां के जेवर लूट लिए, गंदी गालियां व अभद्र भाषा काबा खूब प्रयोग किया और लाठी-डंडों से पीटकर खूब जलील किया और जान से मारने की धमकी भी […]
-सख्ती इस्लाम धर्म का एक अनिवार्य अंग है… शरीयत… जिहादियों को एक गैंग का रूप देती है इस गैंग को छोड़ने वालों के नसीब में सिर्फ और सिर्फ मौत होती है । शरीयत के मुताबिक इस्लाम धर्म छोड़ देने वाले को मुर्तिद कहा जाता है… और शरीयत में मुर्तिद की सजा मौत तय की गई […]
डॉ.ओमप्रकाश डहरिया. श्री जीएस. केशरवानी किसी भी राज्य की संस्कृति में वहां की भौगोलिक परिस्थितियां काफी असर डालती है। छत्तीसगढ़ में देश के अन्य हिस्सों की तुलना में ज्यादा बारिश होती है, इसलिए यहां धान की फसल ली जाती है। धान की विपुल फसल होने के कारण छत्तीसगढ़ देशभर में धान के कटोरे के रूप […]
‘वनस्पति, हानिकारक कीटाणु, जीवाणु इन सब पर यज्ञ के स्थूल स्तर के परिणामों का अध्ययन इससे पूर्व अनेक बार किया गया है; परंतु ‘महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय’ द्वारा किए आध्यात्मिक शोधकार्य से यह पाया गया कि मानव, प्राणी, वनस्पति तथा वातावरण पर भी यज्ञ का सकारात्मक परिणाम होता है तथा इस कारण समाज कल्याण […]
*राष्ट्र-चिंतन* *आचार्य श्री विष्णुगुप्त* ================== खालिस्तानी और भिड़रावाले मानसिकता के खिलाफ प्रदर्शन करने की कोशिश करना या फिर अभियान चलाना गुनाह है क्या? हरीश सिंगला ने खालिस्तानी और भिड़रावाले मानसिकता के खिलाफ प्रदर्शन करने की कोशिश कर गुनाह किया है क्या? हरीश सिंगला ने कोई गुनाह नहीं किया है। हरीश सिंगला की प्रशंसा इस बात […]
– दिव्य अग्रवाल मदरसों की भूमिका पर सदैव प्रश्न उठते रहे हैं। देश के अंदर व सीमा पर शिक्षा के नाम पर असंख्य मदरसे खुल चुके है। जिसमे अरबी व उर्दू भाषा का उपयोग होता है । सीमा पार से आने जाने में भी इन मदरसों का समुचित उपयोग होता है ।अरबी भाषा की शिक्षा […]
डॉ आनंद पाटील हंसराज रहबर के ग्रंथ ‘नेहरू बेनकाब’ (भगतसिंह विचार मंच, दिल्ली 2005) के आमुख में लिखित वृतांत– “शारीरिक स्वास्थ्य के लिए कड़वी दवा का सेवन और मानसिक स्वास्थ्य के लिए कड़वे सत्य का सेवन आवश्यक है।” (पृ. 5) पर सबका ध्यानाकर्षण अनिवार्यतः आमंत्रित है। आगे इसी ग्रंथ में उनका परामर्श प्रकारांतर से उल्लेखनीय […]
आज का जजिया
_________________ आज इस्लाम का आरम्भ में प्रचार प्रसार हुआ तो गैर मुस्लिमों के सामने दो शर्त होती थी। 1.इस्लाम कबूल करो या 2. मारे जाओ। लेकिन बाद में धन की नियमित आवक के लिए, जिससे कि जिहाद के लिए धन की कमी न रहे, इसमें एक तीसरी शर्त और जोड़ी गई – 3.यदि जिंदा रहना […]
गुरुग्राम 4 मई 2022। अपोलो अस्पताल दिल्ली के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ विक्रान्त चौधरी को मणिपुर के मुख्यमंत्री एन वीरेन सिंह के ओएसडी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने मणिपुर सरकार में स्वास्थ्य सेवाओं के सलाहकार के पद पर भी कार्य किया है। डॉ विक्रांत चौधरी प्रतिष्ठित अस्पताल अपोलो ,सरिता विहार ,दिल्ली में वरिष्ठ चिकित्सक के […]