उगता भारत ब्यूरो आज बन्दा बैरागी का बलिदान दिवस है। कितने हिन्दू युवाओं ने उनके अमर बलिदान की गाथा सुनी है? बहुत कम। क्योंकि वामपंथियों द्वारा लिखे गए पाठ्यक्रम में कहीं भी बंदा बैरागी का भूल से भी नाम लेना उनके लिए अपराध के समान है। फिर क्या वीर बन्दा वैरागी का बलिदान व्यर्थ जाएगा […]
Author: उगता भारत ब्यूरो
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डा. राधे श्याम द्विवेदी प्राचीन समय में राम की पौढ़ी वाले स्थल पर सरयू बहती थीं, भगवान राम समेत चारों भाई यहीं स्नान करते थे। धीरे धीरे नदी और उत्तर को हटती चली गई और सारे पुराने घाट सूख गए। राम घाट ,जानकी घाट और बासुदेव घाट पर पहले कभी नदी सटकर बहती थी ।आज […]
पंकज जायसवाल जब मुगल आक्रमणकारियों के शोषण, अन्याय, हमारी माताओं और बहनों पर शारीरिक और मानसिक अत्याचार, प्राकृतिक संसाधनों को लूटने और हिंदू धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों को नष्ट करने के परिणामस्वरूप पूरा देश पीड़ित था। इस विनाशकारी अवधि के दौरान, एक गुलाम मानसिकता विकसित हुई जिसने कहा कि “कुछ नहीं किया जा सकता है।” […]
पैगम्बर मुहम्मद को मक्का से निकाल दिया गया था वे मदीना आये यहूदियों के साथ भाईचारा स्थापित किया और कुछ वर्षों बाद मक्का के सिंहासन पर कब्जा किया। इसके बाद उन्ही यहूदियों को कहा गया कि अपने घर छोड़कर चले जाओ, मुहम्मद की मृत्यु के दूसरे वर्ष तक आज के सऊदी अरब में एक भी […]
लेखक:- डॉ. मोहन चन्द तिवारी धौलवीरा का जल प्रबन्धन सन् 1960 में भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण विभाग ने सिन्धु सभ्यता से सम्बद्ध एक प्राचीन आवासीय बस्ती धौलवीरा का उत्खनन किया तो पता चला कि यह सभ्यता 3000 ई.पू. की एक उन्नत नगर सभ्यता थी. खदिर द्वीप के उत्तर-पश्चिम की ओर वर्तमान गुजरात में स्थित इस प्राचीन […]
डा. राधे श्याम द्विवेदी 1857 के स्वतंत्रता आन्दोलन में बस्ती मण्डल का योगदान सामान्य ही रहा। जिस समय यह जिला बना था उस समय यह गोरखपुर का भाग था। इसका कोई नागरिक केन्द्र नहीं था। इसके इतिहास को गोरखपुर के इतिहास से अलग करके नहीं देखा जा सकता है साथ ही गोण्डा एवं फैजाबाद से […]
डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा राजस्थान देश का सबसे बड़ा प्रदेश है तो यहां देश की 5.40 प्रतिशत आबादी और 19 प्रतिशत पशुधन है। एक समय कहा जाता था कि घी ढुल जाए तो गम नहीं पर पानी नहीं ढुलना चाहिए, यह कहावत पानी के महत्व को दर्शाती है। मौसम विभाग का इस बार भी देश […]
ललित गर्ग अब समय आ गया है कि इसका सही-सही मूल्यांकन हो कि इन कट्टरपंथी ताक़तों की जड़ में कौन-सी विचारधारा या मानसिकता काम कर रही है। वह कौन-सी विचारधारा है जो नन्हीं हिन्दू बच्चियों का अपहरण कर उन्हें मुस्लिम बनाने को अल्लाह की इच्छा करार देती है? भारतीय मुसलमानों को लेकर घड़ियाली आंसू बहाने […]
आप मुहम्मद को क्या कहेंगे ?
लोग मुहम्मद के बारे में कुछ भी कहते हों ,लेकिन एक बात निर्विवाद है कि मुहम्मद जैसा व्यक्ति दुनिया में कोई नहीं हुआ .उसने लोगों कि अज्ञानता ,अंधविश्वास का पूरा पूरा फायदा उठाया था .और लोगों को मुसलमान बनाने के लिए हरेक हथकंडे अपनाये थे .इसमे डराना ,लालच देना सब शामिल हैं .इस्लाम से पाहिले […]
▪️1-मिथक-अंबेडकर बहुत मेधावी थे। सच्चाई – अंबेडकर ने अपनी सारी शैक्षणिक डिग्रीयां तीसरी श्रेणी में पास की। ▪️2-मिथक -अंबेडकर बहुत गरीब थे! सच्चाई -जिस जमानें में लोग फोटो नहीं खींचा पाते थे उस जमानें में अंबेडकर की बचपन की बहुत सी फोटो है, वह भी कोट पैंट और टाई में! ▪️3-मिथक- अंबेडकर ने शूद्रों को […]