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पर्यावरण स्वास्थ्य

चातुर्मास में अनेक बंदिशें और अनेक साधनाएं

डा. राधे श्याम द्विवेदी रविवार 10 जुलाई 2022 से चातुर्मास या चौमासा की शुरुआत हो चुका है जो कि पूरे चार माह तक चलेगी.हमारे भारत देश में त्यौहारों की नदियाँ बहती हैं इसलिए हमारा देश भावनाओं का देश हैं. इस नदी में चौमासा का बहुत महत्व हैं. चौमासा आषाढ़ की एकादशी यानि देव शयनी एकादशी […]

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आओ कुछ जाने भयानक राजनीतिक षडयंत्र

23 रुपए प्रति किलो लागत से बनती है चर्बी घी* *शुद्ध देसी घी के नाम पर देश भर में बेची जाती है , धर्म भ्रष्ट, सेहत* *के साथ खिलवाड़*

==================== ₹ 23/- प्रति किलो की लागत आती है देसी घी बनाने में! चमड़ा सिटी के नाम से प्रसिद्ध कानपुर में जाजमऊ से गंगा जी के किनारे किनारे 10 -12 कि.मी. के दायरे में आप घूमने जाओ तो आपको नाक बंद करनी पड़ेगी! यहाँ सैंकड़ों की तादात में गंगा किनारे भट्टियां धधक रही होती हैं! […]

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महत्वपूर्ण लेख

*हिन्दू शंखनाद को खारिज करने वाले गर्त में मिल जायेंगे*

*राष्ट्र चिंतन* *आचार्य श्री विष्णुगुप्त* =================== प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मां काली के अपमान के खिलाफ अप्रत्यक्ष तौर पर मुंह खोला और एक फिर हिन्दुत्व व हिन्दुत्व के प्रतीक चिन्हों पर अपना सर्वश्रेष्ठ समर्पण को उपस्थित कर दिया। अप्रत्यक्ष ही सही पर उन्होंने मां काली पर कीचड़ उछाड़ने वाले, हिन्दुत्व के प्रतीकों पर अपमान जनक […]

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कविता

कंद-मूल खाने वालों से* मांसाहारी डरते थे।।

*कंद-मूल खाने वालों से* मांसाहारी डरते थे।। *पोरस जैसे शूर-वीर को* नमन ‘सिकंदर’ करते थे॥ *चौदह वर्षों तक खूंखारी* वन में जिसका धाम था।। *मन-मन्दिर में बसने वाला* शाकाहारी *राम* था।। *चाहते तो खा सकते थे वो* मांस पशु के ढेरो में।। लेकिन उनको प्यार मिला ‘ *शबरी’ के जूठे बेरो में*॥ *चक्र सुदर्शन धारी […]

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आज का चिंतन

कित्थे गए सलतान सिकंदर मौत न छोड़े पीर पगंबर

गुरु नानक देव जी कहते हैं :- रैण गवाई सोय के दिवस गंवाया खाय। हीरे जैसा जन्म है , कोड़ी बदले जाए ।। चिड़िया चहकी पहु फटी बगनी बहुत तरंग। अचरज रूप संतन रचे नानक नाम ही रंग।। सोते-सोते रात गंवा दी। दिन खाने पीने में गंवा दिया। हीरे जैसे जन्म को छोटी-छोटी बातों में […]

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आर्थिकी/व्यापार

कोरोना के बाद खरीददारी करते लोगों का बदल गया है मिजाज

डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा  पर्यावरण असंतुलन के चलते तेज गर्मी व प्राकृतिक आपदाओं से दुनिया के देश जूझ रहे हैं तो आतंकवादी या हिंसक घटनाओं से कई देशों को दो चार होना पड़ रहा है। दुनिया के देशों में राजनीतिक अस्थितरता के कारण भी हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। महंगाई की मार […]

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शिक्षा/रोजगार

गुरु पूर्णिमा पर मदरसों के उस्तादों का इतिहास

उगता भारत ब्यूरो आज भी भारत और पाकिस्तान के मदरसों में गजवा ए हिन्द के लिए योजनाए बनती हैं। सर तन से जुदा के नारे के पीछे यही मदरसा तालीम है। तालिबान वालो के उस्ताद देवबन्दी आलिम है। आज भी पाकिस्तान में सबसे अधिक विदेशी दान मदरसों को आता है जो अमेरिका और यूरोप में […]

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महत्वपूर्ण लेख

आखिर क्या है उत्तर प्रदेश मातृभूमि योजना का उद्देश्य?

कमलेश पांडे  उत्तरप्रदेश मातृभूमि योजना के अंतर्गत कोई व्यक्ति, व्यक्तियों के समूह, निजी संस्था पंचायती राज अधिनियम की धारा 15 के अंतर्गत अनुमन्य कार्य, ग्राम पंचायतों में विकास के कार्य या अवस्थापना सुविधाओं के विकास से सम्बंधित कार्य करा सकते हैं। आप जानते हैं कि प्रायः सभी व्यक्तियों को अपनी-अपनी जन्मभूमि प्यारी होती है। खासकर […]

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देश विदेश

कभी खगोल विद्या का केंद्र भी रहा है इंग्लैंड का स्टोनहैंज मंदिर

प्रदीप गुप्ता आज हम आपको इंग्लैंड के एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जो यहाँ की राजधानी लन्दन से केवल १०० मीलकी दूरी पर है और जिसका निर्माण आज से कोई ५,००० वर्ष पूर्व खगोल विद्या के जानकारों ने किया था। इसे स्टोनहेंजके नाम से जाना जाता है . स्टोन यानि […]

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देश विदेश

व्यंग-लेखक लुसियन और पेरेग्रिनस… —————————–

———————————————- – राजेश आर्य सीरिया में सैमोसाता (Samosata) नगर के एक मूर्तिपूजक परिवार में जन्मा लूसियन (लगभग ११७ – १८० ई.) एक यूनानी वक्ता तथा लेखक था। वह अपनी आलंकारिक वक्तृताओं तथा हास्य-व्यंग्ययुक्त लेखन के लिए प्राचीन साहित्य के इतिहास में सुप्रसिद्ध है। पेरिअम निवासी पेरेग्रिनस (Peregrinus) एक ईसाई था, किंतु बाद में वह अपने […]

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