स्वामी ओमानन्द सरस्वती महर्षि दयानन्द के प्रियतम शिष्य श्री श्याम जी कृष्ण वर्मा काठियावाड़ राज्य के थे। ये संस्कृत भाषा के धुरन्धर विद्वान थे। महर्षि दयानन्द जी से अष्टाध्यायी संस्कृत व्याकरण को पढ़ा था। महर्षि दयानन्द ने विदेशों में वैदिक धर्म के प्रचारार्थ हो लन्दन भेजा था। महर्षि दयानन्द के साथ इनका पत्रव्यवहार भी था। […]
Author: उगता भारत ब्यूरो
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उगता भारत ब्यूरो गाजियाबाद । बरेली से दिल्ली-एनसीआर, उत्तराखण्ड, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और यूपी के विभिन्न जनपदों में नशीले पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह के तीन शातिर तस्करों को गाजियाबाद की क्राइम ब्रांच टीम ने गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से टीम ने घटना में प्रयुक्त कार और करीब सवा करोड़ रुपए कीमत की स्मैक […]
लेखक:- डॉ. मोहन चंद तिवारी प्राकृतिक जल संसाधनों जैसे तालाब, पोखर, गधेरे, नदी, नहर, को जल से भरपूर बनाए रखने में जंगल और वृक्षों की अहम भूमिका रहती है.जलवायु की प्राकृतिक पारिस्थितिकी का संतुलन बनाए रखने और वर्तमान ग्लोबल वार्मिंग के प्रकोप को शांत करके आकाशगत जल और भूमिगत जल के नियामक भी वृक्ष और […]
लोग कहते हैं कि किसी कहानी या काव्य को लिखना अलग बात है लेकिन उसकी स्क्रिप्ट राइटिंग अलग होती है … लेकिन यदि आप प्राचीन भारतीय साहित्य पढ़ते हैं तो कई बार लिखे हुए अक्षर जीवंत नजर आते हैं … ख़ासकर महान कवि कालिदास की रचनाओं को पढ़ने पर आंखों के सामने चलचित्र चलने लगता […]
लेखक:- डॉ. मोहन चंद तिवारी (12मार्च,2014 को ‘उत्तराखंड संस्कृत अकादमी’, हरिद्वार द्वारा ‘आई आई टी’ रुड़की में आयोजित विज्ञान से जुड़े छात्रों व जलविज्ञान के अनुसंधानकर्ता विद्वानों के समक्ष मेरे द्वारा दिए गए वक्तव्य ‘प्राचीन भारत में जलविज्ञान‚जलसंरक्षण और जलप्रबंधन’ से सम्बद्ध ‘भारतीय जलविज्ञान’ पर संशोधित लेख का सार) वृक्षों, वनस्पतियों द्वारा भूमिगत जल नाड़ियों […]
लेखक :- डॉ. मोहन चंद तिवारी उत्तराखण्ड में जल-प्रबन्धन-8 लेखमाला के बारे में किंचित्वक्तव्य (‘हिमांतर‘ ई पत्रिका में प्रकाशित ‘भारत की जल संस्कृति’ के धारावाहिक लेख माला का यह 37 वां और ‘उत्तराखंड जल प्रबंधन’ का 8वां लेख है. मेरे छात्रों, सहयोगी अध्यापकों और अनेक मित्रों का परामर्श है कि ये जल विज्ञान से सम्बंधित […]
आलेख :- प्रो॰कुसुमलता केडिया किसी भी सभ्यता का इतिहास उस समाज की शिक्षा का इतिहास भी होता है क्योंकि सभ्यता के लिए आवश्यक पुरुषार्थ अपने ज्ञान परंपरा के संदर्भ में ही संभव होते हैं और किस समाज ने ज्ञान के किन-किन रूपों की साधना की है और कितना और कैसा ज्ञान अर्जित किया है , […]
*राष्ट्र-चिंतन* कांग्रेस की लूटिया भी तीस्ता सीतलवाड़ जैसे एनजीओबाज बुद्धिजीवियों ने डूबोयी *आचार्य श्री विष्णुगुप्त* ==================== तीस्ता सीतलवाड को लेकर नये-नये खुलासे हो रहे हैं। नये-नये खुलासे से न केवल तीस्ता सीतलवाड़ प्रश्नों के घेरे में हैं बल्कि कांग्रेस भी प्रश्नों के घेरे में हैं। सोनिया गांधी और अहमद पटेल की छबि खराब हुई है। […]
मुस्लिमों का पसमांदा समाज और भाजपा
अजय कुमार भाजपा में अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी खुद पसमांदा वर्ग से हैं। उनका कहना है कि भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा में सभी स्तर पर पसमांदा मुस्लिमों का प्रतिनिधित्व है। पीएम की अपील पर काम करते हुए मोर्चा एक राष्ट्रीय कमेटी गठित कर रहा है। उत्तर प्रदेश की सियासत में मुस्लिम और उसमें […]
———————————————- आज देश में नफरत इतनी बढ़ चुकी है कि आए दिन हिंदू मुस्लिम नफरत की खेती करती मीडिया आपको नजर आयेगी, क्यों कि नेता हो या मीडिया उनकी दुकान आज ऐसे ही मुद्दो से चल रही है । आज समय समय पर नमाज़ को लेकर देश में हो हल्ला और विरोध हो रहा है […]