सुखराम जयपुर, राजस्थान देश की मूलभूत आवश्यकताओं और बुनियादी ढांचों में अन्य विषयों के साथ साथ स्वास्थ्य का मुद्दा भी सर्वोपरि रहा है. विशेषकर बच्चों, महिलाओं और किशोरियों का स्वास्थ्य सेवाओं तक पूरी तरह से पहुंच की बात की जाए तो आज भी यह अपेक्षाकृत कम नजर आता है. ग्रामीण क्षेत्रों और शहरी स्लम बस्तियों […]
Author: उगता भारत ब्यूरो
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डॉ डी के गर्ग भाग-२ देव किसे कहते है ? ये भी समझना चाहिए — देवो दानाद्वा, दीपनाद्वा घोतनाद्वा, घुस्थानो भवतीति व । । : निरुक्त अ० ७ । खं० १५ दान देने से देव नाम पड़ता है । और दान कहते है अपनी चीज दुसरे के अर्थ दे देना । दीपन कहते है प्रकाश […]
🚩”” अखिल भारत हिन्दू महासभा “” का गठन पहली बार 1882 ईस्वी में लाहौर शहर में तीन महान सपूत लाला लाजपत राय, पतलू चन्द्र चटर्जी ( लाहौर हाई कोर्ट के अवकाश प्राप्त न्यायाधीश ) और शादी राम जी ने मिलकर किया जो कि “” हिन्दू महासभा “” के रूप में प्रचलित हुआ। चुकी “” हिन्दू […]
राष्ट्रभाषा हिन्दी और देवनागरी लिपि
लेखक- डॉ० भवानीलाल भारतीय प्रस्तोता- प्रियांशु सेठ, #डॉविवेकआर्य सहयोगी- डॉ० ब्रजेश गौतमजी अपने विचारों को दूसरे तक प्रेषित करने में हमें भाषा की आवश्यकता पड़ती है। स्वामी दयानन्द जब धर्म प्रचार के क्षेत्र में आये तब उनके सामने यही समस्या थी कि वे किस भाषा के द्वारा अपने विचारों को अन्यों तक सम्प्रेषित करें। उनकी […]
आत्मा की पहचान के लक्षण
प्रश्न — हमने सुना है, आत्मा की पहचान के कुछ लक्षण न्याय दर्शन में बताए हैं। हम जानना चाहते हैं कि, उनमें से कौन से गुण स्वाभाविक हैं, और कौन से नैमित्तिक हैं? उत्तर — न्याय दर्शन के अध्याय 1,आह्निक 1, सूत्र 10 के अनुसार आत्मा में 6 लक्षण बताए गए हैं । इच्छा द्वेष […]
डॉ डी के गर्ग कृपया अपने विचार बताये और शेयर करें । पौराणिक मान्यता : बैद्यनाथ धाम द्वादश ज्योतिर्लिंगों में एक है. इस द्वादश ज्योतिर्लिंग विश्व का इकलौता शिव मंदिर है, जहां शिव और शक्ति एक साथ विराजमान हैं. इसलिए इसे शक्तिपीठ भी कहते है। यहाँ आसपास अनेकों मंदिर हैं। पौराणिक कथाओं में वर्णित है […]
*◼️अमृतधारा : वेदोपदेश◼️*
✍🏻 लेखक – स्वामी दर्शनानन्द जी प्रस्तुति – 🌺 ‘अवत्सार’ 🔥ओ३म् व्रतेन दीक्षामाप्नोति दीक्षयाप्नोति दक्षिणाम्। दक्षिणा श्रद्धामाप्नोति श्रद्धया सत्यमाप्यते॥ (यजु० १९-३०) ◼️सत्य को कब जान पाता है? – इस वेदमन्त्र में परमात्मा जीवों को इस बात का उपदेश करते हैं कि जब जीव सत्य को जानने के लिए व्रत धारण करता है अर्थात् दृढ़ निश्चय […]
क्षमावाणी दिवस- 18 सितम्बर, 2024 -देवेन्द्र ब्रह्मचारी – दिगम्बर जैन समाज का सबसे अहम आत्म शुद्धि का महापर्व दशलक्षण पर्व इस वर्ष भादो सुदी पंचमी 8 सितम्बर से प्रारंभ होकर अनंत चतुर्दशी 17 सितम्बर तक मनाया जा रहा है। उत्तम क्षमा से प्रारम्भ होकर क्षमावाणी पर्व पर यह संपन्न होगा, दस दिनों तक क्रमशः दस […]
मेरा आजीवन कारावास-
मूल्य ₹500 ( डाक खर्च सहित)। मंगवाने के लिए 7015591564 पर वट्सएप करें। मेरा आजीवन कारावास में उन्होंने जेल-जीवन की भीषण यातनाओं का विवरण दिया है। ब्रिटिश सरकार द्वारा दो-दो आजीवन कारावास की सजा सुनाए जाने के बाद अपनी मानसिक स्थिति, भारत की विभिन्न जेलों में भोगी गई यातनाओं, अंडमान भेजे जाने पर जहाज पर […]
वैदिक धर्मी बनाम आसमानी मज़हब
आज मन में आया कि दो महान परिवारों की तुलना करूँ- पहला है अयोध्या के चक्रवती सम्राट दशरथ का परिवार और दूसरा है हिंदुस्तान के बादशाह शाहजहां का परिवार। 1. सम्राट दशरथ के चार पुत्र थे- श्रीराम, भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न। उसी प्रकार मुगल बादशाह शाहजहां के भी चार जायज़ पुत्र थे – दारा शिकोह, […]