1 छह स्वर्णिम पृष्ठ। ₹400 2 हिन्दू पदपादशाही। ₹250 मंगवाने के लिए 7015591564 पर वट्सएप द्वारा सम्पर्क करें। ————————————————————– 1 छह स्वर्णिम पृष्ठ. मातृभूमि की स्वतंत्रता के लिए प्राण हथेली पर रखकर जूझनेवाले महान् क्रांतिकारी; जातिभेद, अस्पृश्यता, अंधश्रद्धा जैसी सामाजिक बुराइयों को समूल नष्ट करने का आग्रह रखनेवाले स्वातंत्र्यवीर सावरकर ने इस ग्रंथ में भारतीय […]
Author: उगता भारत ब्यूरो
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आचार्य डा. राधे श्याम द्विवेदी शिव पुराण के रुद्र संहिता तृतीय पार्वती खण्ड के अध्याय 54 में राजा हिमवान की पत्नी मेना की इच्छा के अनुसार एक ब्राह्मण-पत्नी द्वारा शिव पार्वती विवाह के उपरान्त पार्वती जी को पतिव्रत धर्म का उपदेश दिलाया गया है। इसी को बाद में तुलसी दास जी ने राम चरित मानस […]
🌷महाभारत में मांसभक्षण-निषेध🌷
महाभारत के अनुशासन पर्व के २१ वें अध्याय में “हिंसा और मांसभक्षण” की घोर निन्दा की गई है।मनुष्य को मन, वचन और कर्म से हिंसा न करने और मांस न खाने का आदेश देते हुए दिया है। रुपमव्यङ्गतामायुर्बुद्धिं सत्त्वं बलं स्मृतिम् । प्राप्तुकामैर्नरैहिंसा वर्जिता वै महात्मभिः ।। ―(२१/९) अर्थात्―जो सुन्दर रुप, पूर्णाङ्गता, पूर्ण-आयु, उत्तम बुद्धि, […]
सुष्मित सिन्हा साल 1850 के आते-आते ईस्ट इंडिया कंपनी का देश के बड़े हिस्से पर कब्जा हो चुका था । जैसे-जैसे ब्रिटिश शासन (British Rule) का भारत पर प्रभाव बढ़ता गया, वैसे-वैसे भारतीय जनता के बीच ब्रिटिश शासन के खिलाफ असंतोष फैलता गया।प्लासी के युद्ध के एक सौ साल बाद ब्रिटिश राज के दमनकारी और […]
राज तरंगिणी पुस्तक का महत्व
राजतरंगिणी उगता भारत ब्यूरो राजतरंगिणी कल्हण द्वारा रचित एक संस्कृत ग्रन्थ है। जिसकी रचना 1148 से 1150 के बीच हुई। कश्मीर के इतिहास पर आधारित इस ग्रंथ की रचना में कल्हण ने ग्यारह अन्य ग्रंथों का सहयोग लिया है जिसमें अब केवल नीलमत पुराण ही उपलब्ध है। यह ग्रंथ संस्कृत में ऐतिहासिक घटनाओं के क्रमबद्ध […]
ऋषि चरक और चरक संहिता
चरक संहिता उगता भारत ब्यूरो आयुर्वेद का एक मूल ग्रन्थ है। यह प्रसिद्ध ग्रंथ संस्कृत भाषा में है, जिसके रचयिता आचार्य चरक थे। यह आयुर्वेद के सिद्धांत का पूर्ण ग्रंथ है। ‘चरक संहिता’ में व्याधियों के उपचार तो बताए ही गए हैं, प्रसंगवश स्थान-स्थान पर दर्शन और अर्थशास्त्र के विषयों के भी उल्लेख है। रचनाकाल […]
गुलाम नबी क्यों हुए कांग्रेस से आजाद ?
प्रभुनाथ शुक्ल कांग्रेस के साथ अजीब विडंबना है। एक तरफ राहुल गांधी ‘भारत जोड़ो अभियान’ चला रहे हैं दूसरी तरफ अपने घर यानी पार्टी को बिखरने से खुद नहीं बचा पा रहे हैं। फिर इस तरह की राजनीति का क्या मतलब निकलता है।कांग्रेस को जितनी उठाने की कोशिश की जा रही है वह दिन-ब-दिन उतनी […]
हमारे जीवन में गुरु का महत्व
सब धरती कागद करूँ लेखनी सब बन राय ॥ सात समुन्द्र की मसि करूँ , गुरु गुण लिखा न जाय ॥ तीन लोक नौ खण्ड में गुरु से बड़ा न कोय। करता करे ना करि सकै , गुरु करे सो होय ॥ (वाणी कवीर साहिब) ‘गुरुदेव ‘ का अर्थ जो अन्धकार से प्रकाश में ले […]
उगता भारत ब्यूरो घास फूस खाने वाले हिंदू में क्या औकात है जो हमारा मुकाबला करेंगें, वह भी शास्त्री, वह बहुत कमजोर प्रधानमंत्री है – जुल्फिकार अली भुट्टो। राष्ट्रपति अयूब खान ने पूछा क्या भारत अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार करके हमला कर सकता है? सारे कमांडर ठहाके लगाने लगे। अमेरिका हमारे साथ है, वह अंतर्राष्ट्रीय सीमा […]
डॉ.सुशील भाटी पूर्व मध्यकाल में प्रतिहारो की अनेक शाखाए थी जिन्होंने पश्चिमी उत्तर भारत में अनेक क्षेत्रो में शासन किया| इतिहासकारों का एक वर्ग जिनमे ए. एम. जैक्सन, जेम्स केम्पबेल, वी. ए. स्मिथ, विलयम क्रुक, डी .आर. भंडारकार, रमाशंकर त्रिपाठी, आर. सी मजूमदार और बी एन पुरी आदि सम्मिलित हैं प्रतिहारो को गुर्जर (आधुनिक गूजर) […]