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इतिहास के पन्नों से

नोआखाली/कोलकाता के दंगों में आर्यसमाज

आज 10 अक्टूबर का दिन है। आज के ही दिन 1946 में अविभाजित बंगाल के नोआखाली में 80% मुस्लिम बहुल जनसंख्या वाले प्रान्त में 20 % हिन्दू अल्पसंख्यक जनसंख्या पर मजहबी कहर बरपाना आरम्भ किया था। हिन्दुओं की घर संपत्ति लूट ली गई। हज़ारों की संख्या में उन्हें मार डाला गया। महिलाओं की इज्जत लूटी […]

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महत्वपूर्ण लेख

जब जयप्रकाश नारायण के लिए इंदिरा के एक खास नेता ने कहा था कि ससुरे को मरने दो

आशुतोष कुमार पांडे हम आपको ‘अतीत के पन्नों से.. जेपी के जीवन से जुड़ी कुछ अनसुनी और रोचक कहानी बताने जा रहे हैं। बात, तब की है, जब देश में अभी इंमरजेंसी नहीं लगी थी। जयप्रकाश नारायण का आंदोलन जंगल की आग की तरह फैल रहा था। ये इंदिरा गांधी की विफलताओं और कुशासन के […]

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गौ और गोवंश

गौरक्षा पर प्रश्न चिह्न क्यों ?

गौरक्षा का प्रश्न उठते ही हिन्दू विरोधी दल सक्रिय हो उठते हैं। 1967 में गौरक्षा की मांग पर इंदिरा गांधी ने सैंकड़ों निरपराध हिन्दू स्त्री पुरुषों को गोली से मरवा दिया । कुछ साल पहले दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो० डी. एन. झा ने “Holy Cow : Beef in Indian Dietary Traditions” नामक पुस्तक लिखी। उसमें […]

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इतिहास के पन्नों से

देश की आजादी के लिए बम बनाने क्रांतिकारी वीरांगना वाली दुर्गा भाभी

विनोद सिंह सिराथू तहसील के शहजादपुर गांव में जन्मीं दुर्गा भाभी ने अंग्रेजों से कई बार लोहा लिया था। वह क्रांतिकारियों की हर योजना का हिस्सा थीं। वह बम बनाने के अलावा अंग्रेजों से लोहा लेने जा रहे क्रांतिकारियों को टीका लगाकर भेजती थीं। देश की आजादी की लड़ाई में वीरांगना दुर्गा भाभी का अहम […]

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महत्वपूर्ण लेख

जन्नत के नाम से मुस्लिमों से धोखा ?

मुसलमानों का विश्वास है कि कोई काफिर ,मुशरिक या गैर मुस्लिम जन्नत में नहीं जाएगा , अल्लाह सिर्फ ईमान वालों को ही जन्नत में दाखिल करेगा , कुरान और हदीसों में जन्नत के बारे में ऐसी ऐसी बातें भरी हुई हैं जिनको पढ़कर या मुल्लों द्वारा बताई गयी बातों को सुन कर हरेक मुस्लिम के […]

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गौ और गोवंश

गाय बिना गोदान

डॉ. अवधेश कुमार ‘अवध’ गोदान के संदर्भ में दो मुख्यत: बातें सामने आती हैं। एक 1936 में प्रकाशित मुंशी प्रेमचंद का जग जाहिर उपन्यास गोदान और दूसरा मत्यु के उपरान्त वैतरणी पार करने के लिए गोदान। इन दोनों गोदानों में गाय का जिक्र है साथ ही आज के दौर में परिवर्तन की शुरुआत हो गई […]

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महत्वपूर्ण लेख

सनातन के ललाट पर विजय का तिलक…श्री महाकाल लोक

ईश्‍वर शर्मा जब यह सृष्टि नहीं थी, तब भी काल अर्थात समय था। जब इस सृष्टि का आरंभ हुआ, तब काल ने ही इसका महामस्तकाभिषेक किया। फिर काल ने ही इस सृष्टि को चलायमान रखने के लिए संहार का विधान भी रचा। उसी काल के अधि‍पति देवता हैं महाकाल…जो विराजे हैं इस पृथ्वी के मध्य […]

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पर्व – त्यौहार

रामलीला प्रभु श्रीराम की लीलाओं की शाश्वत प्रस्तुति

डा. राधे श्याम द्विवेदी           रामलीला का कार्यक्रम भारत में मनाये जाने वाले प्रमुख सांस्कृतिक कार्यक्रमों में से एक है। यह एक प्रकार का गद्य पद्य और संगीतमय कथा का नाटकीय मंचन होता है, जो हिंदू धर्म के प्रमुख आराध्यों में से प्रमुख आराध्य प्रभु श्रीराम के जीवन पर आधारित होता है। […]

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मुद्दा

संघ और दशहरा पर्व का महत्व

अनिल कुमार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लिए दशहरा साल का सबसे बड़ा और खास दिन होता है। संघ मुख्यालय में इस दिन शस्त्र पूजा के साथ शक्ति की राधनी की जाती है। इस दिन संघ प्रमुख के भाषण की अलग ही अहमियत होती है। संघ प्रमुख का भाषण स्वयंसेवकों के लिए एक तरह से दिशानिर्देश […]

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इतिहास के पन्नों से

कुरान को सर्वप्रथम हिन्दी भाषा में अनुवाद (translate) कराने का श्रेय महर्षि दयानंद को है-

।।ओ३म्।। कुरान को सर्वप्रथम हिन्दी भाषा में अनुवाद (translate) कराने का श्रेय महर्षि दयानंद को है- स्वामी दयानन्द पहले व्यक्ति हैं जिन्होंने सर्वप्रथम अपनी आत्म-कथा लिखी।इस आत्म-कथा के हिन्दी में होने के कारण हिन्दी को ही इस बात का गौरव है कि आत्म-कथा साहित्य का शुभारम्भ हिन्दी व स्वामी दयानन्द से हुआ। स्वामी दयानन्द के […]

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