आचार्य डा. राधे श्याम द्विवेदी पुण्डरीकाक्ष का शाब्दिक विवेचना :- पुण्डरीकाक्ष का सामान्य अर्थ होता है -” जिसकी अक्ष रूपी इंद्रियां पुंडरीक बन गयी हों”। एक प्रकार की विशिष्टता को ही पुंडरीक कहा जाता है। सामान्य को कण्डरीक कहा जाता है और कण्डरीक का विपरीतार्थक पुण्डरीक होता है। संस्कृत में पुण्डरीकाक्ष का अर्थ “श्वेत पद्म […]
Author: उगता भारत ब्यूरो
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महा काल पूजा का वास्तविक विशलेषण
डॉ डी के गर्ग, ईशान इंस्टिट्यूट ग्रेटर नोएडा इस विषय मे सबसे पहले काल और महाकाल का अंतर जानने का प्रयास करते हैं। काल क्या है*:- 1.काल शब्द समय वाची है। सूर्य एवं पृथ्वी के पारस्परिक दिन सम्बन्ध का ज्ञान जिससे होता है उसे समय या काल कहते हैं। अस्तु- महर्षियों ने काल को मुख्य […]
——- #विजयमनोहरतिवारी सन् 1235…तीन सौ सालों से इस इलाके पर परमार राजवंश के राजाओं की हुकूमत है। राजा भोज ने परमारों के वैभव में चार चांद लगा दिए थे। उनके बाद उदयादित्य और नरवर्मन जैसे सम्राटों ने भी भोज की शानदार परंपराओं को जारी रखा था। आसमान को चूमने वाले बेमिसाल मंदिर इन शहरों में […]
*🌷ईश्वर का आश्रय ही सबसे बड़ा आश्रय🌷*
ओ३म् *🌷ईश्वर का आश्रय ही सबसे बड़ा आश्रय🌷* ईश्वर कहता है― *अहमिन्द्रो न परा जिग्य इद्धनं न मृत्यवेऽव तस्थे कदा चन ।* *सोममिन्मा सुन्वतो याचता वसु न मे पूरवः सख्ये रिषाथन ।।* ―(ऋ० १०/४८/५) *भावार्थ―*मैं परमैश्वर्यवान् सूर्य के सदृश सब जगत् का प्रकाश हूँ। कभी पराजय को प्राप्त नहीं होता और न कभी मृत्यु को […]
*कैसे भूल जाएं ये सब..?*
😥 वो समयकाल था ईसा के बाद की ग्यारहवीं सदी। भारत की अपनी पश्चिमोत्तर सीमा पर अभी-अभी ही राजा जयपाल की पराजय हुई थी। इस पराजय के तुरंत पश्चात का अफगानिस्तान के एक शहर गजनी का एक बाजार का दृश्य… ऊंचे से एक चबूतरे पर खड़ी कम उम्र की सैकड़ों हिन्दू स्त्रियों की भीड़ जिनके […]
उगता भारत ब्यूरो बरेली I बैरमनगर गांव में हिंदुओं को मुस्लिमों ने निशाने पर ले लिया। आरोप है कि हिंदुओं ने मंदिर निर्माण शुरू किया तो मुस्लिमों ने विरोध शुरू कर दिया। एकजुट होकर काम रुकवा दिया। फिर कारोबार बंद कराने की धमकी दी। एलान करते हुए कहा गया कि गांव का कोई भी व्यक्ति […]
– -मुरली मनोहर श्रीवास्तव “जेपी आंदोलन के से देश में हलचल पैदा हुई और 1977 में हुए चुनाव में पहली बार लोगों ने कांग्रेस को सत्ता से दूर कर दिया. इन्दिरा गांधी का गुमान टूट गया. उम्मीद थी जेपी सत्ता की बागडोर संभालेंगे, पर फक्कड़ संत सत्ता लेकर क्या करता निकल पड़ा, भूदान आंदोलन पर. […]
*राष्ट्र चिंतन* *कब्र में दफनाने से ही मुलायम की आत्मा संतुष्ट होगी* *कारसेवकों के खून से अयोध्या की भूमि लाल हो गयी थी* ==================== *आचार्य श्री विष्णुगुप्त* ========================= मुलायम सिंह यादव जब मुख्यमंत्री थे तब अयोध्या के कारसेवकों पर इतनी गोलियां चलवायी थी कि अयोध्या की भूमि खून से लाल हो गयी थी। न जाने […]
आज 10 अक्टूबर का दिन है। आज के ही दिन 1946 में अविभाजित बंगाल के नोआखाली में 80% मुस्लिम बहुल जनसंख्या वाले प्रान्त में 20 % हिन्दू अल्पसंख्यक जनसंख्या पर मजहबी कहर बरपाना आरम्भ किया था। हिन्दुओं की घर संपत्ति लूट ली गई। हज़ारों की संख्या में उन्हें मार डाला गया। महिलाओं की इज्जत लूटी […]
आशुतोष कुमार पांडे हम आपको ‘अतीत के पन्नों से.. जेपी के जीवन से जुड़ी कुछ अनसुनी और रोचक कहानी बताने जा रहे हैं। बात, तब की है, जब देश में अभी इंमरजेंसी नहीं लगी थी। जयप्रकाश नारायण का आंदोलन जंगल की आग की तरह फैल रहा था। ये इंदिरा गांधी की विफलताओं और कुशासन के […]