गणपति पंडालों पर पथराव की देशभर में डेढ़ दर्जन से अधिक घटनाएं विधर्मियों द्वारा की जा चुकी हैं। यह जानते हुए भी कि गणपति भगवान हिन्दू समाज में प्रथम पूजनीय माने जाते हैं। प्रत्येक शुभ कार्य से पूर्व उनकी आराधना, उनका आह्वान विघ्नहर्ता- शुभकर्ता देव के रूप में किया जाता है। विश्वभर में स्वयं को […]
Author: उगता भारत ब्यूरो
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मुकेश योगी उदयपुर, राजस्थान पिछले कुछ दशकों में ‘खेलो इंडिया’ के तहत देश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए कई स्तर पर कार्यक्रम और योजनाएं चलाई जा रही हैं. इसका परिणाम है कि गांव-गांव से खेल की प्रतिभाएं निखर कर सामने आ रही हैं. राष्ट्रमंडल खेलों से लेकर ओलंपिक तक विभिन्न स्पर्धाओं में युवा […]
माँ पिता जी की 40वीं वैवाहिक वर्षगांठ
माँ पिता जी की 40वीं वैवाहिक वर्षगांठ का समारोह था किंतु ज्येष्ठ पुत्र के मन में भयंकर ऊहापोह था कार्यक्रम के अंत में सब युगल के लिए दो शब्द बोल रहे थे अपने भावों को सीमित शब्दों में तौल रहे थे अब बड़े पुत्र की बारी थी सबको उम्मीदें, उस से बड़ी भारी थी ज्येष्ठ […]
मुसलमानों ने काबा को पेशाबघर बना दिया था !
हमारा उद्देश्य किसी की आस्था पर प्रहार करना नहीं ,लेकिन हमें विश्वास है कि यह शीर्षक पढ़ते ही ओवैसी जैसी सोच रखने वाले जरूर बौखला जायेंगे , क्योंकि इस लेख में दिए गए तथ्य सौ प्रतिशत सत्य हैं ,इसलिए आप इस लेख को ध्यान से पूरा पढ़िए . . कुछ समय पहले जब एक टी […]
अंत्योदय के प्रणेता पं. दीनदयाल उपाध्याय की जयंती (25 सितंबर) पर विशेष आलेख महान विचारक एवं राजनीतिक चिंतक पं. दीनदयाल उपाध्याय ने समाज में व्याप्त आर्थिक विषमता को दूर करने के लिए 20 वी सदी में अंत्योदय के सिद्धांत का प्रतिपादन किया था. उन्होंने जब महसूस किया कि देश में अमीरी व गरीबी के बीच […]
पं जवाहर लाल नेहरू जो आजाद भारत के कथित पहले सेकुलर प्रधानमंत्री माने जाते हैं। जिन्होंने भारत में महिला सशक्तिकरण, महिलाओं को धार्मिक आजादी संबंधी और विभिन्न कुरीतियों को समाप्त करने हेतु सख्त रवैया अपनाया उन्होंने भी कभी मुस्लिम महिलाओं की दयनीय स्थिति को सुधारने का कोई प्रयास नहीं किया। जबकि वे स्वयं के सांस्कृतिक […]
ऐसा सवाल उठाने के पीछे हमारा उद्देश्य किसी की मान्यता और आस्था को ठेस पंहुचना नहीं है , बल्कि बुखारी में दिए गए अबू बकर के उस बयान की सत्यता को परखना है , जिसमे उन्होंने अल्लाह की कसम खाकर फातिमा से कहा था “,न तो तुम रसूल की संपत्ति की वारिस हो और न […]
ओ३म् 🌷श्राद्ध करना चाहिए या नहीं?🌷 प्रश्न:-श्राद्ध करना चाहिए या नहीं? उत्तर:-श्राद्ध करना चाहिए।जीवित माता-पिता, दादा-दादी, नाना-नानी, गुरु आचार्य तथा अन्य वृद्धजनों एवं तत्ववेत्ता विद्वान् लोगों को अत्यन्त श्रद्धापूर्वक सेवा करनी चाहिए, इसी का नाम ‘श्राद्ध’ है। प्रश्न:-‘श्राद्ध’ तो मरे हुए पितरों का होता है, जीवित का भी कहीं श्राद्ध होता है? उत्तर:-पहले यह सोचो […]
१• ओ३म् खं ब्रह्म ।। ( यजुर्वेद ४०/१७ ) ओ३म् = सबका रक्षक ब्रह्म परमेश्वर जो आकाश के समान सर्वत्र व्यापक है | २• प्राणाय नमो यस्य सर्वमिदं वशे । यो भूतः सर्वस्य ईश्वरो यस्मिन् सर्वं प्रतिष्ठितम् ।। ( अथर्व ११/४/१ ) ईश्वर = आश्वर्यवान संसार के समस्त पदार्थों का स्वामी ३• तद्विष्णोः परमं पदं […]
*कर्मफल व पुनर्जन्म*
ये रुपाणि प्रतिमुञ्चमाना असुराः सन्तः स्वधया चरन्ति । परापुरो निपुरो ये भरन्त्यग्निष्टाँल्लोकात् प्रणुदात्यस्मात् ।। -(यजुर्वेद २/३०) अर्थ:- जो दुष्ट मनुष्य अपने मन, वचन और शरीर से झूठे आचरण करते हुए अन्याय से अन्य प्राणियों को पीड़ा देकर अपने सुख के लिए दूसरों के पदार्थों को ग्रहण कर लेते हैं, ईश्वर उनको दुःखयुक्त करता है और […]