सौम्या ज्योत्सना मुज़फ़्फ़रपुर, बिहार दीपावली की बात मिट्टी के दीयों की चर्चा के बगैर अधूरी है. इसके बिना दीपावली की कल्पना भी नहीं की जा सकती है. हज़ारों सालों से यह परंपरा चली आ रही है. इससे सबसे अधिक लाभ इसका कारोबार करने वालों को होता है. मिट्टी से दीया बनाने वाले कुम्हार समुदाय से लेकर […]
Author: उगता भारत ब्यूरो
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संस्कृति की धरोहर हैं ताड़पत्र
कीर्ति तिवारी वर्तमान की बेहतरी के लिए अतीत का ज्ञान जरूरी है। हमारी परंपराओं ऐतिहासिक धरोहरों व गौरवशाली अतीत को संजोने वाले ताड़पत्र पांडुलिपियां इसमें प्रमुख हैं। ताड़पत्र पर लिखी इबारतें भारत के अतीत की बहुमूल्य जानकारियों को समेटे हुए हैं । कहा गया है कि इतिहास अपने आपको दोहराता है। यह बात एक बार […]
अजय कुमार मध्य प्रदेश के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने भी घोषणा की है कि वह भी अपने यहां मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिन्दी में कराने की तैयारी कर रहे हैं। मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने मेडिकल की पढ़ाई हिन्दी में कराये जाने का साहसिक निर्णय लिया है उसका […]
सर संघचालक श्री मोहन भागवत जी ने गोवाहाटी में बयान दिया कि 1930 से मुस्लिमों की आबादी बढ़ाई गई क्योंकि भारत को पाकिस्तान बनाना था। इसकी योजना पंजाब, सिंध, असम और बंगाल के लिए बनाई गई थी और यह कुछ हद तक सफल भी हुई। माननीय सर संघचालक जी ने अपने बयान में कहा है […]
पंडित केरी पोथियां जो तीतर को ज्ञान,
ऋषि राज नागर एडवोकेट हमारे देश में विभिन्न धर्म एवं जाति के मनुष्य रहते हैं, जो अपने- अपने व्यवसाय या विभिन्न कार्य (कर्म) करके अपना व अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं। कुछ मनुष्य कृषि करके कुछ वाणिज्य-व्यापर द्वारा तो कुछ, देश की सरहदों की सुरक्षा में व कुछ देश की आन्तरिक सुरक्षा में, […]
एक ज़िंदगी जो सम्मान की हक़दार है
समीना दिल्ली जीवन का सबसे अच्छा पल बचपन ही होता है. यह वह पल होता है जब हमें किसी भी बात की चिंता नहीं रहती है. न वर्तमान की चिंता होती है और न भविष्य का डर सताता है. हम खिलौनों से खेलते हैं और सभी लोग हमें प्यार करते हैं, साथ ही हम जो […]
——————————– – डॉ. भवानीलाल भारतीय दयानन्द ने जहां मानव की चिन्तन-शृंखला को नये आयाम दिये हैं, वहां उनके क्रांतिकारी चिन्तन का एक प्रमुख सूत्र बुद्धिवाद तथा मानवी विवेक को अपने कार्य-अकार्य का पथ-निर्देशक बनाना भी था। उनका पदे पदे यह उपदेश रहा कि परमात्मा ने इन्सान को विवेक दिया है, सद्-असद् को पहचानने की शक्ति […]
धर्म परिवर्तन का खेल और आरक्षण
विराग गुप्ता जाति व्यवस्था के खिलाफ संघ प्रमुख मोहन भागवत का बयान, बौद्ध धर्म की दीक्षा पर विवाद के बाद दिल्ली के मंत्री राजेंद्र गौतम का इस्तीफा और बिहार में जातिगत जनगणना की तेज होती मुहिम के बीच धर्म परिवर्तन करने वाले दलितों के आरक्षण के लिए आयोग के गठन से उलझनें बढ़ती जा रही […]
दिलीप लाल हर कला की एक खासियत होती है। संगीत हो, लेखन हो, चित्रकारी हो, या फिर कोई और कला हो, सबको उसकी ऊंचाई तक ले जाने बड़ी साधना करनी पड़ती है। भाषण देना भी एक कला है। इसे निखारने के लिए भी इन शर्तों से होकर ही साधक को गुजरना पड़ता है। नियमित अभ्यास […]
मामूनी दास दिल्ली कोरोना महामारी ने न केवल आम परिवारों को प्रभावित किया है बल्कि सड़क पर रह कर ज़िंदगी गुज़ारने वाले बच्चों को अपराध की दुनिया में धकेल दिया था. बालकनामा में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, सड़क पर रहने वाले कई बच्चे जो प्लेटफॉर्म पर निर्भर थे या जिनके परिवार अपनी आजीविका के […]