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इतिहास के पन्नों से

आज भी होती है नेहरू की कश्मीर नीति की आलोचना

27 अक्टूबर को ही जम्मू-कश्मीर का भारत में विलय हुआ था। इसकी 75वीं वर्षगांठ के मौके पर देश के कानून मंत्री किरन रिजिजू ने प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की कश्मीर नीति की आलोचना की है। उन्होंने एक लेख लिखकर नेहरू की पांच गलतियां गिनाई हैं। बकौल रिजिजू नेहरू की इन पांच गलतियों से कश्मीर […]

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आज का चिंतन

( पूर्व जनम) पूरब लिखिया कमावणा कोई न मेटणहार

ऋषि राज नागर एडवोकेट संत कबीर – बाम्हन गुरु जगत का, साधु का गुरु नाहि। उरझि – उरझि कर मारि रहा, चारिउँ वेदा माहि॥ किया जप किया तप सजमो, किया बरत इसनान । जब लग जुगति न जानीऐ, भाउ भगति भगवान॥ गुरु नानक देव – जप तप करि करि संजम थाकी हठ निग्रहि पाईए । […]

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महत्वपूर्ण लेख

कश्मीर में कड़ी सतर्कता के बलबूते ही लग सकता है आतंकवाद पर अंकुश

आशीष वशिष्ठ गाजियाबाद। आतंकवादियों के निशाने पर कश्मीरी और गैर−कश्मीरी सभी हैं। आतंकवादी इसे भी ‘जेहाद’ करार दे रहे हैं। वे भारत−समर्थकों को निशाना बना रहे हैं। आतंकी नहीं चाहते कि कश्मीर की आबादी में कोई बदलाव आए, उसके समीकरण बिगड़ें। कश्मीर में टारगेट किलिंग थमने का नाम नहीं ले रही है। गत 18 अक्टूबर […]

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भयानक राजनीतिक षडयंत्र

ईसाई स्कूल शैक्षिक विद्यालय नहीं,मतांतरण के अड्डे हैं

।ओ३म्।। ईसाई स्कूल शैक्षिक विद्यालय नहीं,मतांतरण के अड्डे हैं- ईसाई स्कूल शिक्षा ग्रहण के विद्यालय नहीं,बल्कि मजहब प्रचार के लिये खोली गई दुकानें हैं।आज अंग्रेजी पद्धति हर क्षेत्र में लागू होने के कारण ये इसी पद्धति की आड़ में मतांतरण करने में लगे हैं।अंग्रेजी दवा से लेकर अंग्रेजी शराब तक सब अंग्रेजी है।इस सेकुलर संविधान […]

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विविधा

लखनऊ को नवाबों का शहर कहना इस्लामिक प्रोपागेंडा का चरमोत्कर्ष है*

*अयोध्या पुरी और लक्ष्मणपुरी ये दो शहर ऐसे ही आपस में जुड़े हुए थे जैसे भगवान राम और उनके स्वामिभक्त छोटे भाई लक्ष्मण का नाम आपस में जुड़ा हुआ है। श्री अयोध्या पुरी भगवान राम की सेवा में थी और लक्ष्मणपुरी की स्थापना श्री लक्ष्मण ने की थी ।* *कांग्रेसी शिक्षा मंत्री मौलाना आजाद के […]

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आज का चिंतन

ब्रिटिश राज में किसान आंदोलन की पृष्ठभूमि पगड़ी सम्भाल जट्टा

लायलपुर में शहरी बस्ती विधेयक (Colonisation Bill) के विरुद्ध चलाये जानेवाले आन्दोलन के प्रमुख आर्यसमाजी ही थे। २१ अप्रैल १९०७ के अन्त में जब लाला लाजपतरायजी लायलपुर की एक सभा में भाषण देने पहुँचे तब वहाँ उस समय के प्रसिद्ध आर्यसमाजी नेता सरदार अजीतसिंह ( अमर शहीद भगतसिंह के चाचा) का भाषण हो रहा था। […]

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आर्थिकी/व्यापार

10 से लेकर 2000 तक के नोटों पर छपे हैं इन ऐतिहासिक धरोहरों के चित्त

रविराज वर्मा भारत देश अलग-अलग धर्म, संस्कृति और परंपराओं का घर है। देश की विरासत इसकी ऐतिहासिक धरोहरों में साफ झलकती है। भारतीय रिज़र्व बैंक हर करेंसी नोट के सामने की ओर राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी की तस्‍वीर छापता है जबकि नोट के पीछे की तरफ देश के किसी एक मॉन्‍यूमेंट की तस्‍वीर छापी जाती है […]

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देश विदेश

हू जिंताओ के साथ सी जिनपिंग ने जो कुछ किया उसको ही कहते हैं – जैसी करनी वैसी भरनी

उमेश चतुर्वेदी हू जिंताओ के साथ जो हश्र हुआ उसे ही कहते हैं ‘जैसी करनी वैसी भरनी’ राजनीति और इतिहास की दुनिया में एक कहावत बार-बार दोहराई जाती है। कहा जाता है कि इतिहास खुद को दोहराता है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि 22 अक्टूबर 2002 की तारीख को हिमालय के दूसरी तरफ, […]

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इतिहास के पन्नों से

आर्यसमाज का तप और भारत के स्वाधीनता आंदोलन में योगदान

आर्यसमाज का तप पराधीन भारत में अंग्रेज पादरियों और अधिकारियों की आर्यसमाज के अनुयायियों पर कू्रर दण्डात्मक दृष्टि थी। इसके लगभग 24 उदाहरण आर्यसमाज के विद्वान आचार्य पं. सत्यप्रिय शास्त्री, प्राचार्य, दयानन्द ब्राह्म महाविद्यालय, हिसार ने अपनी पुस्तक ‘भारतीय स्वातन्त्र्य संगाम में आर्यसमाज का योगदान’ में दिये हैं। वह पुस्तक के छठे अध्याय में लिखते […]

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इसलाम और शाकाहार

मुहम्मद का अवतारी षडयंत्र !!

मुहम्मद का अवतारी षडयंत्र !! यह एक सर्वमान्य सत्य है कि कोई व्यक्ति कुछ समय के लिए सभी लोगों को धोखे में रख सकता , और बहुत से लोगों थोड़े समय तक , लेकिन सभी लोगों को सदा के लिए मूर्ख नहीं बना सकता .और यदि कोई ऐसा करने का प्रयास करता है , तो […]

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