सत्य घटना : मेल ट्रेन को एक किलोमीटर बैक कराया आप जानते हैं की सभी रेल गाड़ियां गंतव्य के तरफ आगे को बढती हैं , किसी को भी पीछे की तरफ लौटाना नियमों के विरुद्ध है , और अगर कोई रेल कर्मचारी बिना किसी वैध आदेश के ऐसा करता है ,तो उसकी नौकरी तुरंत समाप्त […]
Author: उगता भारत ब्यूरो
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आचार्य डा. राधे श्याम द्विवेदी अल्पायु में पिता की छत्रछाया छिनी :- संवत् 965 में आचार्य नाथमुनि अवतरित हुए हैं। उनके पुत्र का नाम ईश्वरमुनि तथा पौत्र थे यामुनाचार्य। ये सभी वैष्णव संप्रदाय से जुड़े हुए थे। बालक यामुनाचार्य विक्रमी संवत् 1010 को दक्षिणात्य आषाढ़ माह के उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में काट्टुमन्नार् कोविल, वीर नरायणपुराम , […]
डा.राधे श्याम द्विवेदी बस्ती की स्थिति , सीमा और विस्तार :- बस्ती जिला 26° 23′ और 27° 30′ उत्तर अक्षांश तथा 82° 17′ और 83° 20′ पूर्वी देशांतर के बीच उत्तर भारत में स्थित है। इसका उत्तर से दक्षिण की अधिकतम लंबाई 75 किमी है और पूर्व से पश्चिम में लगभग 70 किमी की चौड़ाई […]
हिंदुओं के नए भगवान- पता नहीं हिंदुओं को किस तरह की सनक है। हर कुछ साल में नया भगवान चाहिए। भगवान के नए नए चमत्कार चाहिए। क्योंकि चमत्कार के नाम पर इनकी जेब सेआसानी से पैसा निकलता है। अभी कुछ साल पहले ही एक धार्मिक नगर में बहुत बड़ा साई आश्रम बना जिसकी कीमत करोड़ों […]
वैदिक धर्मी बनाम आसमानी मज़हब
आज मन में आया कि दो महान परिवारों की तुलना करूँ- पहला है अयोध्या के चक्रवती सम्राट दशरथ का परिवार और दूसरा है हिंदुस्तान के बादशाह शाहजहां का परिवार। 1. सम्राट दशरथ के चार पुत्र थे- श्रीराम, भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न। उसी प्रकार मुगल बादशाह शाहजहां के भी चार जायज़ पुत्र थे – दारा शिकोह, […]
ममता देवी मुज़फ़्फ़रपुर, बिहार असमानताएं, रूढ़िवादी विचार, कुरीतियां, अतार्किक परंपराएं और कुप्रथाएं यह आज भी कुछ ऐसी लकीरें हैं जो भारत के सामाजिक और आर्थिक विकास में बाधक हैं. भारत दुनिया का इकलौता ऐसा देश है जो विविधताओं से भरा पड़ा है. सभी प्रांतों की वेशभूषा, रूप-रंग, रहन-सहन, भाषा-बोली और यहां तक कि खानपान आदि […]
देश के विभिन्न राज्यों में धर्म परिवर्तन कराने और मजहबी जहर घोलने के लिए इस्लामिक मदरसों की करतूत सामने आयी है, जिस पर अभी तक केन्द्रीय सरकार, मानवाधिकार आयोग और कानून व संविधान का रक्षक सुप्रीम कोर्ट को क्यों खामोश है? मदरसों में एक साजिश के तहत गैर मुस्लिम बच्चों जैसे हिन्दुओं और ईसाईयों और […]
हमारा व्यवहार कैसा हो ?
हम अपने तीनों साधनों (मन, वाणी और शरीर) के माध्यम से ही कुछ क्रिया-व्यवहार करने में समर्थ हो पाते हैं। अर्थात् मानसिक, वाचनिक और शारीरिक रूप में हमारा व्यवहार का क्षेत्र पृथक-पृथक रहता है। हम अपने व्यवहार को पाँच भागों में बाँट सकते हैं जैसे कि व्यक्तिगत, पारिवारिक, सामाजिक, राष्ट्रीय, और वैश्विक। जो भी हमारे […]
भारत में ध्येयनिष्ठ लेखन की सुदीर्घ परम्परा रही है। इस परम्परा के वाहकों ने जीविकोपार्जन या बुद्धिविलास के लिए लेखन नहीं किया, अपितु वैचारिक आन्दोलन, देश-समाज के जागरण और सांस्कृतिक पुनर्जागरण के लिए उन्होंने कलम चलाई। भारतीय इतिहास में ऐसे ही एक महानायक हुए भाई परमानन्द। भाई परमानंद को जानने वाले उन्हें देवतातुल्य मानते हैं। […]
गुजरात विधानसभा चुनावों में भाजपा ने प्रचंड जीत हासिल कर 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए अपना दावा तो मजबूत किया ही है साथ ही यह भी साबित किया है कि किसी भी अन्य पार्टी के पास ब्रांड मोदी का कोई विकल्प नहीं है। इन चुनावों ने यह भी दर्शाया कि प्रधानमंत्री मोदी जैसी मेहनत […]