रूबी सरकार भोपाल, मप्र मप्र के जिस हरदा जिले से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने 1933 में समाज से छुआछूत मिटाने का संकल्प लिया था, वहां आजादी के 75 साल बाद भी अनुसूचित जाति व जनजाति समुदाय के साथ भेदभाव व उंच-नीच को लेकर अत्याचार और अन्याय हो रहे हैं. इसकी शिकार अक्सर महिलाएं ज्यादा होती […]
Author: उगता भारत ब्यूरो
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अजय कुमार यह देश का दुर्भाग्य है कि 21वीं सदी में भी हम जातिवाद में उलझे हुए हैं। एक तरफ समाज के सभी वर्गों में समानता लाने के लिए तमाम समाजसेवी संगठन मुहिम चला रहे हैं तो वहीं कई राजनैतिक दल वोट बैंक की सियासत के सहारे सत्ता सुख भोगने के लिए जातिगत जनगणना कराये […]
विष्णु आख्यान* भाग – 3
Dr D K Garg कृपया अपने विचार व्यक्त करे और अन्य ग्रुप में फॉरवर्ड करें *विष्णु के चारभुजा से क्या तात्पर्य है?* विष्णू का वाहन गरुड़ का तात्पर्य? विष्णु उस राजा को भी कहते हैं जिस राजा के यहां चारभुज होते हैं।एक भुज में पदम, दूसरे में गदा ,तीसरे चक्र और चैथे में शंख होता […]
लोकेन्द्र सिंह राजपूत माँ भगवती की कृपा से स्वामी विवेकानंद सिद्ध संचारक थे। उनके विचारों को सुनने के लिए भारत से लेकर अमेरिका तक लोग लालायित रहते थे। लेकिन हिन्दू धर्म के सर्वसमावेशी विचार को लेकर स्वामीजी कहाँ तक जा सकते थे? मनुष्य देह की एक मर्यादा है। भारत का विचार अपने वास्तविक एवं उदात्त […]
उगता भारत ब्यूरो *अश्मक अथवा अस्सक महाजनपद पौराणिक 16 महाजनपदों में से एक था। *नर्मदा और गोदावरी नदियों के बीच अवस्थित इस प्रदेश की राजधानी ‘पाटन’ थी। *आधुनिक काल में इस प्रदेश को महाराष्ट्र कहते हैं। *दक्षिण भारत में स्थित यह एकमात्र जनपद था। *पुराणों के अनुसार इस महाजनपद के शासक इक्ष्वाकु वंश के थे। […]
विष्णु आख्यान*. भाग – 2
विष्णु आख्यान. पार्ट/ 2 Dr D K Garg कृपया अपने विचार व्यक्त करे और अन्य ग्रुप में फॉरवर्ड करें क्षीर सागर:,पांच फन वाला शेषनाग , विष्णू के लक्ष्मी जी पैर दबाती हुई का विश्लेषण जैसा कि आप जानते है ईश्वर को ओम मुख्य नाम के अतिरिक्त उसने हजारों कार्यों के कारण हजारों नाम से जाना […]
डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा प्रतिस्पर्धा का दौर ऐसा चल निकला है कि दूसरे को नीचा दिखाना हमारी आदत में आ गया है। यह सब तो तब है जब अभी हम कोरोना के संकट से पूरी तरह से निजात नहीं पा सके हैं। कोरोना का नया वेरियंट सामने है। चीन में हालात बदतर होते जा रहे […]
खंडहर में मनुष्य और सूखे पेड़ पर पंक्षियां भी घोषला बनाती नहीं ================== आचार्य श्री विष्णुगुप्त 3269 मूर्दो के बीच रहता हूं मैं। यह शीर्षक आपको आश्चर्य में डालेगा। पर मेरी प्रतिक्रिया,पड़ताड और विश्लेषण पढ़कर आप चकित भी होंगे तथा सहमत भी होंगे। कभी फेसबुक समृद्ध थी, फेसबुक पर आजादी भी थी। हर फेसबुक आईडी […]
मूल्य 150 रूपए. प्राप्ति के लिए 7015591564 पर WHATSAPP करे, भारतवर्ष के इतिहास में महर्षि दयानन्द पहले व्यक्ति हैं जिन्होंने अहिन्दी भाषी गुजराती होते हुए पराधीन भारत में सबसे पहले राष्ट्रीय एकता एवं अखण्डता के लिए हिन्दी को सर्वाधिक महत्वपूर्ण जानकर मन, वचन व कर्म से इसका प्रचार-प्रसार किया। 16 दिसम्बर, 1872 को स्वामीजी वैदिक […]
उगता भारत ब्यूरो मत्स्य महाजनपद- *मत्स्य 16 महाजनपदों में से एक है। *इसमें राजस्थान के अलवर, भरतपुर तथा जयपुर ज़िले के क्षेत्र शामिल थे। *महाभारत काल का एक प्रसिद्ध जनपद जिसकी स्थिति अलवर-जयपुर के परिवर्ती प्रदेश में मानी गई है। *इस देश में विराट का राज था तथा वहाँ की राजधानी उपप्लव नामक नगर में […]