Dr DK Garg Note -यह आलेख महात्मा बुद्ध के प्रारम्भिक उपदेशों पर आधारित है। ।और विभिन्न विद्वानों के विचार उपरांत है। ये 6 भाग में है। इसको पढ़कर वे पाठक विस्मय का अनुभव कर सकते हैं जिन्होंने केवल परवर्ती बौद्ध मतानुयायी लेखकों की रचनाओं पर आधारित बौद्ध मत के विवरण को पढ़ा है । कृपया […]
Author: उगता भारत ब्यूरो
बहुत से लेख हमको ऐसे प्राप्त होते हैं जिनके लेखक का नाम परिचय लेख के साथ नहीं होता है, ऐसे लेखों को ब्यूरो के नाम से प्रकाशित किया जाता है। यदि आपका लेख हमारी वैबसाइट पर आपने नाम के बिना प्रकाशित किया गया है तो आप हमे लेख पर कमेंट के माध्यम से सूचित कर लेख में अपना नाम लिखवा सकते हैं।
कश्मीर से हिन्दुओं के महपलायन के 33 साल
दिसम्बर 1989 से 10 नवम्बर 1990 तक मुफ़्ती मोहम्मद सईद भारत के गृहमंत्री रहा. उसी के समय में यह काम हुआ. लाखों हिंदूओ को कश्मीर से भागा दिया गया। आज यह भुला दिया गया है. पर इतिहास को भूलना मुर्खता है. कुछ साल पहले महबूबा ने कहा था कि कश्मीरी पंडितों को कबूतरों को बिल्ली […]
भाग्यश्री बोयवाड महाराष्ट्र हमारे देश की अर्थव्यवस्था में असंगठित क्षेत्र का एक बड़ा योगदान है. एक आंकड़े के अनुसार करीब 40 करोड़ लोग इस क्षेत्र में काम करते हैं. जिसमें बड़ी संख्या महिलाओं की है. कपड़े और गहने की छोटी बड़ी दुकानों के काउंटरों पर ज़्यादातर महिलाएं और किशोरियां ही नज़र आती हैं. ये अधिकतर […]
डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 जनसंख्या महाविस्फोट के मौजूदा दौर में इंसानों की ढेरों प्रजातियों का अस्तित्व बढ़ता जा रहा है। कुछ नई किस्म के बुद्धिहीन, पशुबुद्धि और आसुरी वृत्ति वाले लोगों की नई प्रजातियां जन्म ले रही हैं और कई सारे ऐसे हैं जिन्हें इंसानों की किसी प्रजाति में नहीं रखा जा सकता है। इन्हीं […]
रामचरित मानस और बिहारी गिरमिटिया
बिहार के शिक्षा मन्त्री ने जान बूझकर तुलसीदास, महर्षि मनु और गोलवलकर को गाली दी। वास्तव में नेता का उद्देश्य किसी ग्रन्थ के गुण दोष नहीं बल्कि समाज मे द्वेष फैलाना था। यह लेख केवल रामचरित मानस के हिन्दुत्व की रक्षा में योगदान के विषय मे है। गिरमिटिया। यह शब्द आपने शायद ही सुना हो। […]
============================== महर्षि दयानन्द ठहरे थे फर्रुखाबाद में गंगा के तट पर । उनसे थोडी ही दूर एक और झोपडी में एक दूसरा साधु भी ठहरा हुआ था । प्रतिदिन वह देव दयानन्द की कुटिया के पास आकर उन्हें गालियाँ देता रहता था । देव दयानन्द सुनते और मुस्करा देते । कोई भी उत्तर नहीं देते […]
अशोक उपाध्याय यमुना नदी के किनारे स्थित पुराना किला देश के सबसे प्राचीन किलों में से एक है। माना जाता है कि यहां पर पांडवों की राजधानी थी, लेकिन अब तक की गई कई बार की खुदाई में इसका कोई सबूत नहीं मिला है। पुराने किले के राज को दुनिया के सामने लाने के लिए […]
मौसम के बदलते मिजाज़ को समझना ज़रूरी है
नितिन बिष्ट नैनीताल, उत्तराखंड जोशीमठ में जो कुछ भी हो रहा है, वह प्राकृतिक आपदा तो बिल्कुल भी नहीं है. विकास के नाम पर विनाश की यह नींव हम इंसानों ने ही रखी है. इसकी शुरुआत कोई एक दो साल पहले नहीं हुई है बल्कि दशकों से यही सब होता आ रहा है. ऐसा नहीं […]
आखिर है ही क्या हिंदू?*
स्वामी धर्मबंधु कुछ लोग हिन्दू शब्द को ऋग्वेद में ढूंढ़ने का बौद्धिक विलास जैसा करते हैं, परन्तु वेद और उसके अंग में जैसे ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद,अथर्ववेद, आयुर्वेद, धनुर्वेद, गन्धर्ववेद, अर्थवेद, ऐतरेय ब्राह्मण, शतपथ ब्राह्मण, ताण्ड्य ब्राह्मण, साम ब्राह्मण, विंश ब्राह्मण, गोपथ ब्राह्मण या किसी १०२७ वेद की शाखाओ में हिन्दू शब्द उपलब्ध नही है । […]
कुरान और हदीसें कितनी सही हैं ?
इस समय पूरा विश्व इस्लामी आतंक से ग्रस्त है , कट्टर मुस्लिम इस्लाम के नाम से गैर मुस्लिमों , महिलाओं , यहाँ तक बच्चो के साथ जो अत्याचार और अमानवीय व्यवहार कर रहे हैं ,वह सारी दुनियां देख रही है , अधिकांश मुसलमान ऐसे कुकर्मों को अपराध नहीं बल्कि धार्मिक कार्य मानते हैं , और […]