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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

क्रांतिकारी शिव वर्मा की डायरी से : माँ फिर रो पड़ी

(मेरी डायरी का एक पृष्ठ – शिव वर्मा) अशफाक और बिस्मिल का यह शहर कालेज के दिनों में मेरी कल्पना का केन्द्र था । फिर क्रान्तिकारी पार्टी का सदस्य बनने के बाद काकोरी के मुखविर की तलाश मे काफी दिनों तक इसकी धूल छानता रहा था। अस्तु, यहाँ जाने पर पहली इच्छा हुई विस्मिल की […]

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धर्म-अध्यात्म

जीव और ब्रह्म एक(आत्मा सो परमात्मा) कहावत का विश्लेषण*:

मान्यताएं; इस विषय में दो परस्पर विरोधी मान्यताएं है । 1.ईश्वर और जीव एक ही है ,ये कहना है शंकराचार्य जी का 2.जीव और ब्रह्म एक ही नहीं है अपितु दोनों अलग-अलग पदार्थ हैं जिनके गुण कर्म स्वभाव भिन्न-भिन्न हैं | विश्लेष्ण: पहली मान्यता ठीक ही नहीं ,पूरी तरह से अस्वीकार्य है| क्योंकि जीव कभी […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

अमर बलिदानी रामप्रसाद बिस्मिल के ब्रह्मचर्य पर विचार (19 दिसंबर पर बलिदान दिवस पर विशेष)

(रामप्रसाद बिस्मिल दवारा लिखी गई आत्मकथा से साभार) ब्रह्मचर्य व्रत का पालन वर्तमान समय में इस देश की कुछ ऐसी दुर्दशा हो रही है कि जितने धनी तथा गणमान्य व्यक्ति हैं उनमें 99 प्रतिशत ऐसे हैं जो अपनी सन्तान-रूपी अमूल्य धन-राशि को अपने नौकर तथा नौकरानियों के हाथ में सौंप देते हैं । उनकी जैसी […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

पेरिय नम्बि परांकुशदास महापूर्ण स्वामीजी एक महान आचार्य

डा. राधे श्याम द्विवेदी कमलापति कल्याण गुणामृत निषेवया। पूर्ण कामाय सततम् पूर्णाय महते नमः ॥ सनातन धर्म श्री सम्प्रदाय के आचार्यों की श्रृंखला में दक्षिणभारत के पेरिय नम्बि परांकुशदास महापूर्णस्वामीजी के बारे में कतिपय सूचनाओं से अवगत कराएंगे। सनातन अर्थात श्री सम्प्रदाय के आचार्यों की श्रृंखला में दक्षिण भारत के आचार्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा […]

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आज का चिंतन

सत्य घटना : कर्मफल सिद्धांत के प्रमाण

वैदक धर्म का मुख्य आधार कर्मफल का नियम है इसका तात्पर्य है की मनुष्य जैसा भी अच्छा या बुरा कर्म करता है एक न एक दिन उसका परिणाम अवश्य मिलता है , हरेक कर्म की तीन गतियां होती हैं क्रियमाण यानि जब हम कार्य करते हैं उनमे कुछ का तुरंत परिणाम मिल जाता लेकिन कुछ […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

रामप्रसाद बिस्मिल जी के जीवन के कुछ संस्मरण*

19 दिसंबर-बलिदान दिवस 🎯नशा छोङ राष्ट्र भक्त कैसे बने🌷 पं० रामप्रसाद बिस्मिल जी का जन्म उत्तरप्रदेश में स्थित शाहजहांपुरा में 11 जून 1897 ई. को हुआ था। इनके पिता का नाम मुरलीधर तथा माता का नाम मूलमती था। इनके घर की आर्थिक अवस्था अच्छी नहीं थी। बालकपन से ही इन्हें गाय पालने का बड़ा शौक […]

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धर्म-अध्यात्म

क्या अग्निहोत्री यज्ञ (हवन) किसी विशेष अवसर पर या कार्य के लिए ही करना चाहिए*

पिछले दिनों एक संस्थान के वैदिक विद्वान सदस्य ने संस्था के अधिकारियों से आग्रह किया कि वे पुर्णिमा को उस संस्था में यज्ञ का प्रावधान करें और संस्था में यज्ञ करने की अनुमति दें। उन्हें इस अनुमति के लिए बड़ा संघर्ष करना पड़ा और अंत में दिवंगत आत्माओं के नाम पर यज्ञ हुआ। अब एक […]

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आज का चिंतन

खरमास के बारे में कुछ जरूरी तथ्य

डा. राधे श्याम द्विवेदी वैदिक पंचांग के अनुसार एक साल में 12 संक्रांति होती हैं। सूर्य जब भी एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं तो वह क्षण संक्रांति के नाम से जाना जाता है। वहीं सूर्यदेव जिस भी राशि में प्रवेश करते हैं, उसी राशि का नाम संक्रांति के साथ जुड़ […]

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विविधा

जहरीली शराब से मौत पर मुआवजा क्यों? और कैसे? 

  – राज सक्सेना   मुख्य मंत्री नीतीश कुमार ने अभी हाल में छपरा जिले में जहरीली शराब पीकर हुयी मौतों पर एक बहुत ही असंवेदनशील बयान दिया है जिससे प्रदेश की राजनीति में एक भूचाल आ गया है। कल तक नीतीश की सहयोगी रही भाजपा बिहार सरकार और प्रशासन के विरोध में खुल कर […]

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विविधा

शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी निर्णय : सीएम राइस स्कूल

मनोज कुमार मनोज कुमार अनादिकाल से गुरुकुल भारतीय शिक्षा का आधार रहा है लेकिन समय के साथ परिवर्तन भी प्रकृति का नियम है. इन दिनों शिक्षा की गुणवत्ता पर चिंता करते हुए गुरुकुल शिक्षा पद्धति का हवाला दिया जाता है लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में गुरुकुल नए संदर्भ और नयी दृष्टि के साथ आकार ले रहा […]

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