(Admiration of VEDAS, by Great Arabic poet Labee, 3745 years ago, in Arabic poem, is as follows:) हजरत मोहम्मद साहब का जन्म सोमवार 5 अप्रैल 571 ईस्वी (आज से 1445 वर्ष पूर्व) को, सऊदी अरब के मक्का में हुआ था. मोहम्मद के जन्म से 2300 वर्ष पूर्व अर्थात् आज से 3745 वर्ष पूर्व (=1700 BCE) […]
लेखक: उगता भारत ब्यूरो
दलित मुस्लिम एकता की जमीनी हकीकत #डॉविवेकआर्य भाग 2 संत रविदास का चिंतन मुस्लिम सुल्तान सिकंदर लोधी अन्य किसी भी सामान्य मुस्लिम शासक की तरह भारत के हिन्दुओं को मुसलमान बनाने की उधेड़बुन में लगा रहता था। इन सभी आक्रमणकारियों की दृष्टि ग़ाज़ी उपाधि पर रहती थी। सुल्तान सिकंदर लोधी ने संत रविदास जी महाराज […]
राष्ट्र-चिंतन ================== आचार्य श्री विष्णुगुप्त दृश्य अभी का … स्थान अर्जुन आश्रम अहमदाबाद, समय रात के साढ़े सात बजे। मैं प्रतिक्षारत था। मैं देखना चाहता था कि हिन्दू शेर हाशिये पर पहुंचने के साथ ही साथ कहीं ढेर तो नहीं हो गया, कहीं अपनी शेर की आवाज भूल तो नहीं गया, कहीं सर्कश या फिर […]
भारत में हिन्दू राष्ट्र को लेकर कई बार बहस होती रहती है। 1947 में जब देश का धर्म के नाम पर विभाजन किया गया तो उस दौरान भी भारत को एक हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की प्रबल मांग उठी थी। अतः 30 सितम्बर 1947 को मिलों में काम करने वाले कर्मचारियों एवं मजदूरों के बीच एक भाषण […]
शीराज़ अहमद मीर मंडी, पुंछ बैंक जैसी सुविधाओं का होना हर व्यक्ति के जीवन में बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि हर व्यक्ति चाहता है कि वह जो कमाए उसे बचाए और मुश्किल समय में उसका उपयोग करे. नौकरीपेशा वर्ग को भी अपना मासिक वेतन बैंक की सहायता से मिलता है. इसके साथ ही दिव्यांगों और […]
25 दिसम्बर, महामना के पुण्य स्मरण का दिवस…. महामना मदन मोहन मालवीय जी का जन्मदिवस. जिन्होंने देश, सनातन, हिंदुत्व हेतु अविस्मरणीय कार्य किये. गंगा जी स्वच्छता अभियान की शुरूआत उनके ही हाथों से हुई थी. चौरी-चौरा कांड में अंग्रेजों का थाना जलाने वाले भारतीयों का मुकदमा मालवीय जी ने ही लड़ा था. जिसमें उन्होंने करीब […]
ए खुदा एक बात तो तू आज जरूर बता। इंसान की क्या खता, नहीं तेरा सही पता।। सुना है तू हर दिलो-दिमाग में धड़कता है। सुना है तू हर फन में फनकार फड़कता है।। जब तेरा ही जलजला है यहां वहां हर कहीं। तेरी रहमत सब पर आकर समझा तो सही।। फिर क्यों सताता है […]
आकिशे तारकं लिंगं पताले हाटकेश्वरम। भूलोके च महाकालो लिंग्गनय नमोस्तुते।। मालवा में शैव परंपरा को जानने, पहचानने और समझने के लिए हमें पौराणिक रहस्यों के अनुशीलन की आवश्यकता है। क्योंकि शैव परंपरा हिंदू धर्म का अभिन्न अंग है और हिंदू धर्म की आधारशिला वेद और पुराण हैं। विश्व वांग्मय में वेदों और पुराणों का स्थान […]
शेफाली मार्टिन राजस्थान रंगों और रूपांकनों की भूमि, राजस्थान, चमकीले रंग के घाघरा और ओढ़नी पहने महिलाओं की छवि की कल्पना कराता है, जो अपने सिर पर बर्तनों को संतुलित कर पानी लाने के लिए रेगिस्तान में मीलों पैदल चलती हैं. इस काम का एक छोटा लेकिन महत्वपूर्ण हिस्सा इंडोनी का है. एक गोलाकार आधार […]
यह टुटा फूटा सा उद्धम सिंह का स्मारक है, हमारे देश अपनी जान देने वाले का। यही स्थान उनका पुश्तैनी घर था. पंजाब में संगरूर जिले के सुनाम गांव में 26 दिसंबर 1899 में जन्मे ऊधम सिंह ने जलियांवाला बाग में अंग्रेजों द्वारा किए गए कत्लेआम का बदला लेने की प्रतिज्ञा की थी जिसे उन्होंने […]