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इतिहास के पन्नों से

महाजनपद काल – एक सम्पूर्ण यात्रा (भाग-9)-अंग महाजनपद

उगता भारत ब्यूरो अंग प्राचीन भारत के 16 महाजनपदों में से एक था। इसका सर्वप्रथम उल्लेख अथर्ववेद में मिलता है। बौद्ध ग्रंथो में अंग और वंग को प्रथम आर्यों की संज्ञा दी गई है। महाभारत के साक्ष्यों के अनुसार आधुनिक भागलपुर, मुंगेर और उससे सटे बिहार और बंगाल के क्षेत्र अंग प्रदेश के क्षेत्र थे। […]

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इतिहास के पन्नों से

इतिहास क्या है ?

उगता भारत ब्यूरो आधुनिक समय में है किसी भी विषय, घटना वस्तु जीव आदि का वैज्ञानिक विधि से अध्ययन करने की अनेक विधियां विकसित हो चुकी है। इन विधियों में एक विधि है ऐतिहासिक अध्ययन विधि। इन विधियों के द्वारा हम संबंधित समस्या का ऐतिहासिक विवेचन कर उसका तर्क-वितर्क उपकरण तलाशते हैं उसके इतिहास देखते […]

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भाषा

अंतरराष्ट्रीय हिंदी दिवस 10 जनवरी पर विशेष ————-विश्व पटल पर छा रही है हिंदी

अंतरराष्ट्रीय हिंदी दिवस 10 जनवरी पर विशेष डॉ. वंदना सेन हमारी संस्कृति के कई बिन्दु ऐसे हैं, जिसे सुनकर या देखकर हम सभी को गौरव की अनुभूति होती है। उसमें से एक है हमारी हिन्दी भाषा। जो हमारे मूल से प्रस्फुटित है। सही मायनों में हिन्दी भारत का गौरव गान है। जिसे हम जितना आचरण […]

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इतिहास के पन्नों से

महाजनपद काल – एक सम्पूर्ण यात्रा (भाग-8)-काशी महाजनपद

उगता भारत ब्यूरो काशी महाजनपद *इसकी राजधानी वाराणसी (बनारस) थी. काशी के कौसल, मगध और अंग राज्यों से सम्बन्ध अच्छे नहीं रहे और प्रायः उसे उनसे संघर्षरत रहना पड़ा, गौतम बुद्ध के समय में काशी राज्य का राजनैतिक पतन हो गया। *पौराणिक 16 महाजनपदों में से एक। वाराणसी का दूसरा नाम ‘काशी’ प्राचीन काल में […]

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इतिहास के पन्नों से

महाजनपद काल – एक सम्पूर्ण यात्रा (भाग-7)-मल्ल महाजनपद

उगता भारत ब्यूरो मल्ल महाजनपद पौराणिक 16 महाजनपदों में से एक था। यह भी एक गणसंघ था और पूर्वी उत्तर प्रदेश के इलाके इसके क्षेत्र थे। यह जनपद वज्जि संघ के उत्तर में स्थित एक पहाड़ी राज्य था, इसके दो भाग थे जिनमें एक की राजधानी कुशीनगर (जहाँ महात्मा बुद्ध को महापरिनिर्वाण प्राप्त हुआ) और […]

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आज का चिंतन

माँस मछरिया खात हैं सुरा पान से हेति

ऋषिराज नागर (एडवोकेट) भक्ति मार्ग पर चलने के लिए मनुष्य के लिए जरूरी है कि वह अपना शुद्ध चरित्र – आचरण नेक रखे, शराब या नशे का सेवन तथा मांस मछली अण्डे का प्रयोग अपने भोजन में ना करे, अपनी कमाई भी नेक रखे। संतकबीर साहिब – “माँस मछरिया खात हैं सुरा पान से हेति। […]

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इतिहास के पन्नों से

महाजनपद काल – एक सम्पूर्ण यात्रा (भाग-6)-कौशल महाजनपद

उगता भारत ब्यूरो कौशल महाजनपद कौशल / कोसल / कोशल महाजनपद- उत्तरी भारत का प्रसिद्ध जनपद जिसकी राजधानी विश्वविश्रुत नगरी अयोध्या थी। जिसमें उत्तर प्रदेश के फैजाबाद ज़िला, गोंडा और बहराइच के क्षेत्र शामिल थे।इन जनपद की सीमाएँ पूर्व में सदानीर नदी (गण्डक), पश्चिम में पंचाल, सर्पिका या स्यन्दिका नदी (सई नदी) दक्षिण और उत्तर […]

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इतिहास के पन्नों से

7 जनवरी/बलिदान-दिवस महिदपुर के सेनानी अमीन सदाशिवराव

1857 का स्वाधीनता संग्राम भले ही सफल न हुआ हो; पर उसने सिद्ध कर दिया कि देश का कोई भाग ऐसा नहीं है, जहां स्वतन्त्रता की अभिलाषा न हो तथा लोग स्वाधीनता के लिए मर मिटने का तैयार न हों। मध्य प्रदेश में इंदौर और उसके आसपास का क्षेत्र मालवा कहलाता है। 1857 में यह […]

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इतिहास के पन्नों से

महाजनपद काल – एक सम्पूर्ण यात्रा (भाग-5)-वत्स महाजनपद

उगता भारत ब्यूरो वत्स महाजनपद वत्स महाजनपद 16 महाजनपदों में से एक है। आधुनिक उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद तथा मिर्ज़ापुर ज़िले इसके अर्न्तगत आते थे। इस जनपद की राजधानी कौशांबी (ज़िला इलाहाबाद,उत्तर प्रदेश) थी। ओल्डनबर्ग के अनुसार ऐतरेय ब्राह्मण में जिन वंश के लोगों का उल्लेख है वे इसी देश के निवासी थे।उत्तरपूर्व में यमुना […]

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आज का चिंतन

मृत्यु के समय जीवात्मा की स्थिति व गतिः*-पार्ट-1

डॉ डी के गर्ग बाबा रामदेव ने इंडिया टीवी पर कहा की मृत्यु के बाद कुछ समय जीवात्मा उस परिवार के इर्द गिर्द घूमती रहती है। इस विषय पर मैंने वैदिक विद्वानों से वार्ता की और स्वाध्याय किया तो मालूम हुआ की बाबा रामदेव का कथन पूरी तरह से गलत है और सत्य सामने लाना […]

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