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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

कम्युनिस्टों पर सरदार पटेल के 5 अनमोल विचार !!!

इस देश का इतिहास वामपंथियों ने लिखा इसलिए उन्होंने इस सच को छुपा लिया कि फरवरी 1948 में कम्युनिस्टों ने इस देश की सरकार का तख्ता पलटने का षडयंत्र रचा था इसलिए सरदार पटेल के निर्देश पर कम्युनिस्ट पार्टी पर प्रतिबंध लगा दिया था। आइए क्रमवार जानते हैं सरदार पटेल के विचार “कौमनष्टियों” पर… सरदार […]

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Uncategorised महत्वपूर्ण लेख

योगी आदित्यनाथ के कड़े तेवरों के चलते ही है यूपी में शांति

अजय कुमार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए परम्परागत रूप से उठाये जाने वाले कदमों से अलग तौर तरीके से चल रहे हैं,जिसकी वजह से अपराधी खौफजदा हैं उनके मददगारों और पनाहगारों की संख्या कम होती जा रही है। असल में यूपी में जब कोई व्यक्ति अपराध करता है […]

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मुद्दा

भारतीय बाबा/धर्मगुरु* *डेरा सच्चा सौदा* *प्रोपराइटर:गुरमीत राम रहीम*

बाबा की मार्केटिंग वेदों में ईश्वर को सौ से ज्यादा नाम से उद्बोधन किया गया है जिसके पीछे एक लॉजिक है की ईश्वर का निज नाम ओम है परंतु उसको गुण, कर्म के आधार पर ब्रह्मा,शिव,,मित्र,माता ,पिता, प्रजापति आदि सकडो नामो से वेद मंत्रों में संबोधित किया गया है। लेकिन सरदार गुरमीत सिंह यानि बाबा […]

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महत्वपूर्ण लेख विधि-कानून

ईडी और सीबीआई छापे पर सुप्रीम कोर्ट का फैसले से भ्रष्ट नेता पड़े अलग-थलग : भविष्य में भ्रष्टाचार विरोधी अभियान को और मिलेगा बल

अशोक मधुप हाल ही में मानहानि के एक मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को न्यायालय ने दो साल की सजा सुनाई। सजा न्यायालय ने की किंतु सभी दल एक सुर में दोष केंद्र सरकार और भाजपा को दे रहे हैं। कांग्रेस तो इस मामले को लेकर आंदोलन भी शुरू कर चुकी है। सुप्रीम कोर्ट […]

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विविधा

नेटवर्क के बिना विकसित भारत की कल्पना नहीं

कुमारी रितिका चोरसौ, गरुड़ बागेश्वर, उत्तराखंड आजादी के बाद से देश में संचार ने नई क्रांति ला दी है, वहीं देश के कई गांवों ऐसे है जहां अभी तक फोन की घंटी तक नहीं बजी है. पूरे देश में जहां 5जी नेटवर्क लांच की बात हो रही है वहीं पहाड़ी राज्य उत्तराखंड के बागेश्वर जिला […]

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आर्थिकी/व्यापार

जब चीन के सामान की ही कोई गारंटी नहीं होती तो उसकी गीदड़-भभकी से क्यों परेशान हों?

डॉ. रमेश ठाकुर चीन ने अरुणाचल प्रदेश की विभिन्न जगहों का नाम बदलने का एक ऐसा शफूगा छोड़ा है जिसमें ना आवाज है और ना ही चिंगारियां? फिलहाल ऐसा पहली मर्तबा नहीं हुआ है। जब, उसने इन जगहों के नाम बदलने की कोशिश की हो, पूर्व में भी उसने ऐसी ओछी हरकत करके उकसाने का […]

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विशेष संपादकीय

भारत का अमृत महोत्सव काल अर्थात सजग और सावधान रहने का काल

प्रो. संजय द्विवेदी अमृतकाल का समय सोते हुए सपने देखने का नहीं, बल्कि जागृत होकर संकल्प पूरे करने का है एक राष्ट्र के लिए, विशेष रूप से भारत जैसे प्राचीन देश के लंबे इतिहास में, 75 वर्ष का समय बहुत छोटा प्रतीत होता है। लेकिन व्यक्तिगत स्तर पर यह कालखंड एक जीवन-यात्रा जैसा है। हमारे […]

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भारतीय संस्कृति

निरंकारी बाबा का सच* भाग 2 अंतिम

डॉ डी के गर्ग कृपया अपने विचार व्यक्त करे और अन्य ग्रुप में शेयर करें आइये इस मिशन पर एक-एक नजर डालते है– बाबा की अकूत संपत्ति और पारिवारिक कलह इन धर्मगुरुओ की मृत्यु के पूर्व ही इनके उत्तराधिकार की मारधाड़ सुरु हो जाती है। आशुतोष बाबा का शव चेलों की लड़ाई के कारण कई […]

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समाज

आत्मनिर्भरता से ही सशक्तिकरण संभव है

अर्चना किशोर छपरा, बिहार आजकल महिलाएं वह सब कुछ कर रही हैं जिस पर वर्षों से पुरुषों का एकाधिकार था. लेकिन कई ऐसे छोटे स्तर के काम भी हैं जो आमतौर पर महिलाओं द्वारा किए जाते रहे हैं और ये काम उन्हें पेशेवर और आत्मनिर्भर बनाते हैं. सिलाई और कढ़ाई एक ऐसा क्षेत्र है, जो […]

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समाज

शारीरिक रूप से अक्षम को शैक्षिक रूप से सक्षम बनाना ज़रूरी है,

रेहाना कौसर पुंछ, जम्मू हमारे देश में बहुत से ऐसे लोग हैं जो किसी न किसी प्रकार से दिव्यांग हैं. केंद्र की सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार देश की कुल 121.08 करोड़ की आबादी में 2.68 करोड़ दिव्यांगों की संख्या है, जो कुल आबादी का 2.21 प्रतिशत है. इनमें 1.5 करोड़ […]

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