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व्यक्तित्व

रतन टाटा एक अमीर आदमी से ज्यादा एक नेक इंसान थे

मशहूर उद्योगपति रतन टाटा का निधन (1937-2024) श्रद्धांजली “कोई नहीं कह रहा कि एक अमीर आदमी चला गया, हर कोई कह रहा है कि एक अच्छा इंसान चला गया। जब आप अमीर होते हैं, तो यह उपलब्धि हासिल करना बेहद दुर्लभ है।” “अगर आपको उनसे एक चीज़ सीखनी है, तो एक अच्छा इंसान बनना सीखें।” […]

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इतिहास के पन्नों से

नोवाखाली का वह भयानक रक्तपात

नोआखाली का जब भी ज़िक्र होगा, वहाँ हुए नरसंहार की यादों से कोई आँख चुरा नहीं सकता। १० अक्टूबर १९४६, लक्ष्मी पूजा का पावन दिन, लेकिन नोआखाली के बदनसीब हिन्दू बंगालियों पर वो दिन कहर ही बन कर टूट पड़ा था। इलाका मुसलामानों का था। मुस्लिम लीग का पूरा वर्चस्व था । ६ सितम्बर को […]

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भारतीय संस्कृति

मखौड़ा घाट : राम और घनश्याम दोनों से जुडा आख्यान

आचार्य डॉ राधेश्याम द्विवेदी मनोरमा नदी का प्राकट्य राजा दशरथ के पुत्रेष्टि यज्ञ से पहले मखौड़ा में कोई नदी नहीं थी। शृंगी ऋषि ने सरस्वती का आह्वान मनोरामा के नाम से किया था। नचिकेता पुराण में कहा गया है कि, ‘अन्य क्षेत्रे कृतं पापं, काशी क्षेत्रे विनश्यति। काशी क्षेत्रे कृतं पापं, प्रयाग क्षेत्रे विनश्यति। प्रयाग […]

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समाज

विकसित समाज के निर्माण में महिलाओं की शिक्षा जरूरी है

विकसित समाज के निर्माण में महिलाओं की शिक्षा जरूरी है रामश्री लूणकरणसर, राजस्थान किसी भी समाज के विकास में शिक्षा को महत्वपूर्ण कारक माना गया है. बात जब हम महिलाओं की शिक्षा की करते हैं तो यह न केवल सामाजिक विकास बल्कि सामाजिक न्याय का भी एक महत्वपूर्ण पहलू हो जाता है. महिलाओं की शिक्षा […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

संदर्भ: संघ स्थापना का सौंवा वर्ष संघ शताब्दी वर्ष में डॉ. हेडगेवार का स्मरण

आ सिंधु-सिंधु पर्यन्ता, यस्य भारत भूमिका l पितृभू-पुण्यभू भुश्चेव सा वै हिंदू रीति स्मृता ll इस श्लोक के अनुसार “भारत के वह सभी लोग हिंदू हैं जो इस देश को पितृभूमि-पुण्यभूमि मानते हैं” वीर दामोदर सावरकर के इस दर्शन को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का मूलाधार बनाकर संघ का संगठन, संस्थापना करने वाले डॉ. केशव […]

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आज का चिंतन

नोधाः के क्या लक्षण हैं? (1) यह लक्षण कैसे अर्जित किये जाते है?

ते जज्ञिरे दिव ऋष्वास उक्षणो रुद्रस्य मर्या असुरा अरेपसः। पावकासः शुचयः सूर्या इव सत्वानो न द्रप्सिनो घोरवर्पसः ।। ऋग्वेद मन्त्र 1.64.2 (कुल मन्त्र 734) (ते) वे (नोधाः) (जज्ञिरे) पैदा हुए और विकसित हुए (दिवः) दिव्य प्रकाशित (ऋष्वासः) देखने योग्य तथा ज्ञान प्राप्त करने योग्य जीवन (उक्षणः) सभी को प्रसन्नता देने वाला (रुद्रस्य मर्याः) रूद्र का […]

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आज का चिंतन

भगवान् के मंदिर और भगवान् को गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया जाना

–इस अध्ययन Dr D K Garg एक मित्र ने बताया की जगन्नाथ पुरी मंदिर में प्रतिदिन सुबह मंदिर के दरवाजे खुलने पर, भगवान जगन्नाथ की मूर्ति को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाता है। इस सम्मान में मंदिर के सुरक्षा गार्ड भगवान जगन्नाथ को सलामी देते हैं और उनकी मूर्ति के सामने खड़े होकर सम्मान करते […]

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भारतीय क्षत्रिय धर्म और अहिंसा

शस्त्रेण रक्षिते राष्ट्रे शास्त्र चिन्ताम् प्रवर्तते*

* 🚩🔱🚩 यह पोस्ट उन लोगों के लिये नहीं है— – जो जीवन के सुख त्याग कर जंगलों में कन्द-मूल-फल खा कर तपस्या कर रहे हैं, – जिन्होंने परद्रव्य को लोष्ठवत समझा, – जिन्होंने जीवन में कभी रेड लाइट जम्प नहीं की, – जो पूरी ईमानदारी से टैक्स भरते हैं, – जो अपने बाथरूम में […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

ऐसे थे *महर्षि दयानन्द सरस्वती*

● एक ब्रह्मास्त्र थे, जिन्हें कोई भी पंडित, पादरी, मौलवी, अघोरी, ओझा, तान्त्रिक हरा नहीं पाया और न ही उन पर अपना कोई मंत्र, तंत्र या किसी भी प्रकार का कोई प्रभाव छोड़ पाया । ● वेद के ज्ञाता थे, जिसने सम्पूर्ण भारत वर्ष में ही नहीं अपितु पूरे विश्व में वेद का डंका बजाया […]

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धर्म-अध्यात्म

जीवन का अर्थ होता है, *”जीने का समय.”

जीवन का अर्थ होता है, *”जीने का समय.”* जब कहते हैं, कि *”प्रत्येक व्यक्ति का जीवन बहुत मूल्यवान है।”* तो इसका अर्थ होता है, कि *”उसके पास जो एक दिन में 24 घंटे हैं, वे बहुत कीमती हैं। उन 24 घंटे में उसे नए पुण्य कर्म भी कमाने हैं, और पिछले कर्मों का फल भी […]

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