गोपा नायक समान नागरिक संहिता ने एक बार फिर विधि आयोग का ध्यान आकर्षित किया है और इस तरह यह उम्मीद जगी है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली वर्तमान सरकार रिकॉर्ड को दुरुस्त करने का काम कर सकती है। “राज्य पूरे भारत में नागरिकों के लिए एक समान नागरिक संहिता सुनिश्चित करने का प्रयास […]
Author: उगता भारत ब्यूरो
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गंगा का शिव की जटा से निकलना*
* डॉ डी के गर्ग इस विषय में अनेको पौराणिक कथाये सुनने को मिलती है इसलिए कुछ ही कथाओ को हम यहाँ लिख रहे है : एक पौराणिक कथा के अनुसार गंगा शिव की जटाओ से निकली है। इन कथाओ के अनुसार गंगा नदी के तेज जल प्रवाह की वजह से उनका धरती पर सीधे […]
अर्जुन ठाकुर डोडा, जम्मू पहाड़ी इलाके दिखने में जितने खूबसूरत होते हैं, उनमें खतरा भी उतना ही अधिक होता है. यह वह क्षेत्र होते हैं जो सबसे अधिक भूकंप प्रभावित होते हैं. फिर चाहे वह उत्तराखंड का इलाका हो या फिर धरती का स्वर्ग कहा जाने वाला जम्मू-कश्मीर का क्षेत्र हो. जम्मू कश्मीर का पहाड़ी […]
योगेंद्र योगी गृह मंत्रालय ने साफ कहा कि पंचायत चुनाव में उनके तैनाती वाले बूथों पर कोई हिंसा नहीं हुई है। जिन बूथों पर सीएपीएफ तैनात की गई थी, वहां कोई अप्रिय घटना/हिंसा नहीं हुई है। यदि माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई तो तुरंत शांति बहाल की गई। पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टीएन शेषन […]
सोमवती अमावस्या* भाग-२
* डॉ डी के गर्ग साभार : भारतीय पर्व और परम्परा -द्वारा डॉ डी के गर्ग 4) व्रत और उपवास की धार्मिक वास्तविकता एक निश्चित अवधि के लिए भोजन और पेय पदार्थों को त्यागने की क्रिया को उपवास (fasting) कहा जाता है। दूसरे शब्दों में अन्न और जल न ग्रहण करने की क्रिया उपवास कहलाता […]
नरेन्द्र नाथ इस बार संसद का मॉनसून सत्र सियासी तौर पर बेहद अहम माना जा रहा है। इस सत्र में विपक्ष जोर-शोर से अपनी एकजुटता की मुहिम का सियासी रिहर्सल करना चाहेगा। दूसरी ओर सत्ता पक्ष यानी सरकार विपक्षी खेमे की तमाम कोशिशों को सदन के अंदर ही परास्त कर उसके नैरेटिव को शुरू होने […]
भारतवर्ष में विवाह मनुष्य को पशु से ऊपर उठाकर मनुष्यत्व से युक्त करने की एक विधा है। विवाह संस्कार की प्रक्रियाओं को अगर हम देखें तो पाएंगे कि वैदिक विवाह संस्कार जैसा वैज्ञानिक और व्यवहारिक विधान विश्व के किसी भी मजहब, समुदाय तथा देश की विवाह प्रथा में नहीं हैं। उदाहरण के लिए सप्तपदी और […]
तन-मन से लेकर परिवेश तक झरता है सुकून का महाप्रपात डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 वर्षा से नहायी और हरियाली की चादर ओढ़े सजी-सँवरी प्रकृति के सौन्दर्य को निहारने के लिए प्रकृति प्रेम से परिपूर्ण और आनन्दाभिव्यक्ति का वार्षिक पर्व हरियाली अमावस हर किसी के तन-मन को हरा, भाव भरा कर देने के लिए आदिकाल से […]
इस पुरूष प्रधान समाज में महिलाओं को घर के अंदर समेटने का तरीका है उन्हें नौकरी न करने देना। पितृसत्ता के गुलाम लोगों को लगता है कि नौकरी करने अगर बहू घर के बाहर जाएगी, उसके हाथ में पैसे होंगे तो वो घर वालों को कुछ समझेगी नहीं। इसके पीछे की भावना होती है कि […]
ख़त्म नहीं हो रहा बाल-विवाह का अभिशाप
पूजा गोस्वामी रोलियाना, उत्तराखंड हमारे देश में कुछ ऐसी सामाजिक बुराइयां हैं जिनके खिलाफ सख्त कानून बने हुए हैं, लेकिन इसके बावजूद वह विधमान हैं. इनमें बाल विवाह प्रमुख है. भारत में प्रत्येक वर्ष 18 साल से कम उम्र की करीब 15 लाख लड़कियों की शादी हो जाती है, जिसके कारण भारत में दुनिया की […]