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इसलाम और शाकाहार

मुसलमान कुरान की इज्जत करते हैं ?

मुल्ले मौलवी मुसलमानों को यही सिखाते है कि दूसरों के धर्मग्रन्थ मनुष्यों ने बनाये हैं ,और कुरआन अल्लाह कि किताब है .हालांकि उनके पास इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है .फिरभी मुसलमान दूसरों क्र धर्मग्रंथों कि निंदा करना अपना अधिकार मानते हैं ,लेकिन कुरआन पर उंगली उठाने पर दंगे और हंगामा कर देते है.और कहते […]

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इसलाम और शाकाहार

अल्लाह के दर्शन की आसान विधि !

भारत के सभी धर्मों में ईश्वर का साक्षात्कर या ईश्वर का दर्शन करना अत्यंत कठिन और दुर्लभ माना जाता है .ऐसी मान्यता है कि लाखों व्यक्तिओं में किसी एक महापुरुष या संत को ईश्वर का दर्शन करने का सौभाग्य मिलता है . क्योंकि इसके लिए बरसों तक कठिन तपस्या , व्रत , और निष्ठा पूर्वक […]

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महत्वपूर्ण लेख

बामसेफियापा या झूठ का नंगा नाच !!!

तथाकथित अंबेडकरवादी भाषाविद् और इनकी जमात का मानना है कि बुद्ध के पहले वेद नहीं थे। कारण ? अशोक के शिलालेखों में कहीं भी संस्कृत नहीं है। इसके बाद ही संस्कृत लिपिबध्द हुयी और वेद लिखे गये।अनेक उत्साही अंबेडकरवादी तो यहां तक कह जाते हैं कि वेद सर्वप्रथम पाली में लिखे गये और ततपश्चात ब्राह्मणों […]

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आज का चिंतन

गंंगा शिव की पुत्री*

Dr DK Garg पौराणिकमान्यताये :एक मान्यता के अनुसार ब्रह्मा जी के कमंडल का जल गंगा नामक युवती के रूप में प्रकट हुआ था। एक अन्य (वैष्णव) कथा के अनुसार ब्रह्माजी ने विष्णुजी के चरणों को आदर सहित धोया और उस जल को अपने कमंडल में एकत्र कर लिया। एक तीसरी मान्यता के अनुसार गंगा पर्वतों […]

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आतंकवाद

मणिपुर हिंसा को लेकर केंद्र को उठाने होंगे कड़े कदम

रमेश सर्राफ धमोरा मणिपुर देश के पूर्वोत्तर में स्थित एक महत्वपूर्ण राज्य है। जिसकी सीमा पड़ोसी देश म्यांमार से लगती है। पिछले 3 महीनों से मणिपुर राज्य अंदरूनी हिंसा से जूझ रहा है। यहां की आबादी के दो प्रमुख समुदाय मैतई व कुकी जनजाति के मध्य जातीय संघर्ष छिड़ा हुआ है। जिसमें अब तक सरकारी […]

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शिक्षा/रोजगार

किशोरियों के भविष्य का केंद्र बना लाइब्रेरी भारती सुथार

दुलमेरा, लूणकरणसर बीकानेर, राजस्थान डिजिटल टेक्नोलॉजी की धमक के बावजूद कुछ चीजें ऐसी हैं जिनका महत्त्व कभी ख़त्म नहीं होगा. इन्हीं में एक लाइब्रेरी यानि पुस्तकालय भी हैं. जिनका हमारे जीवन में बहुत ही महत्व है और सदैव रहेगा. दरअसल इसके पीछे सबसे बड़ी वजह वहां सभी प्रकार की पुस्तकों का उपलब्ध होना है. कई […]

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विविधा

हमारी लापरवाही हमें संकट में डाल देती है हरीश कुमार

पुंछ, जम्मू दक्षिण पश्चिमी मानसून भारत में कुल वर्षा का लगभग 86 प्रतिशत योगदान देते हैं. भारत में मानसून का समय जुलाई से लेकर लगभग सितम्बर तक रहता है. इस दौरान अत्यधिक वर्षा होती है, तो ऐसे में बाढ़ आना स्वाभाविक है. वास्तव में, बाढ़ एक भयंकर प्राकृतिक आपदा है. इसके कारण जब नदी उफनती […]

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आज का चिंतन

शिव – पार्वती विवाह*

* डॉ डी के गर्ग प्रचलित पौराणिक कथा : भगवान शिव को पाने के लिए देवी पार्वती ने कठिन तपस्या की। भोलेनाथ ने कहा कि वे किसी राजकुमार से शादी करें क्योंकि एक तपस्वी के साथ रहना आसान नहीं है। पार्वती की हठ के आगे अंतत: शिव पिघल गए और दोनों का विवाह हुआ। मान्यताओं […]

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देश विदेश

तेजी से भारत को छोड़ती जा रही प्रतिभाओं से उपजे प्रश्न

अशोक मधुप केंद्र सरकार ने राज्यसभा को सरकारी आंकड़ों के हवाले से यह जानकारी दी कि साल 2011 के बाद से 16 लाख से अधिक भारतीयों ने अपनी भारतीय नागरिकता छोड़ी है। राज्य सभा में क्रमबद्ध तरीके से नागरिकता छोड़ने वाले भारतीयों को हर साल का आंकड़ा पेश किया। केंद्र की भाजपा सरकार का जोर […]

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महत्वपूर्ण लेख

मतई वर्ग भी पीड़ित है, इन्हें भी सुरक्षा व न्याय चाहिए ?*

* आचार्य विष्णु हरि सरस्वती मणिपुर की हिंसा पर एंकाकी चर्चा और विमर्श नहीं हो रहा है? क्या मणिपुर की हिंसा की चर्चा व विमर्श संपूर्णता में नहीं होनी चाहिए? क्य सिर्फ हिंसा के लिए आरक्षण ही एक मात्र कारण है?मणिपुर हिंसा के लिए क्या सिर्फ मतई वर्ग ही जिम्मेदार है? क्या कूकी मॉब जिम्मेदार […]

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