Categories
इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

स्वतंत्रता मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है के उद्घोषक — बाल गंगाधर तिलक

अनन्या मिश्रा देश के प्रमुख नेता, समाज सुधारक, स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक का 1 अगस्त को निधन हो गया था। उन्होंने सबसे पहले ब्रिटिश राज से भारतीयों के लिए पूर्ण स्वराज की मांग उठाई थी। आज यानी की 1 अगस्त को लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक का निधन हो गया था। वह देश के […]

Categories
आज का चिंतन

श्रीमद्भगवद्गीता में आतंकवाद नहीं है

लेखक श्री विष्णु शर्मा प्रायः अनेक प्रकार के विभिन्न विचारधारा वाले लोग गीता पर यह आक्षेप लगाते रहते हैं कि गीता में जिहाद है और भीषण नरसंहार का आदेश दिया गया है किंतु आश्चर्य की बात तो ये है कि ऐसे लोगों ने कभी गीता को उठाकर तक भी देखा नहीं होता.. केवल सुनी सुनाई […]

Categories
आज का चिंतन

भारतीय धर्म मे अवैज्ञानिक आस्था – शिव के ज्योतिर्लिंग की वास्तविकता*

* डॉ डी के गर्ग * भाग-1 पौराणिक मान्यता : – जहाँ शिवजी स्वयं प्रगट हुए थे उस शिवलिंग को ज्योतिर्लिंग कहते हैं। देशभर में 12 ज्योतिर्लिंग हैं।मान्यता है कि इन 12 जगहों पर शिव जी ज्योति स्वरूप में विराजमान हैं, इस वजह से इन 12 मंदिरों को ज्योतिर्लिंग कहा जाता है।सभी 12 ज्योतिर्लिंग की […]

Categories
देश विदेश

चीन की कब्र खोद रही है बीआरआई*

राष्ट्र-चिंतन * ==================== आचार्य विष्णु हरि सरस्वती कहते हैं कि कुंआ कोई दूसरे लिए नहीं खोदता है, अपने लिए खोदता है, चीन ने एक ऐसा कुंआ खोदा था जिसमें डूबो कर भारत और अमेरिका को मारना चाहता था और भारत व अमेरिका की आर्थिक प्रगति के विस्तार को रोकना चाहता था, विध्वंस करना चाहता था, […]

Categories
आतंकवाद

पंजाबी अखबारों का मानना है कि मणिपुर को लेकर संसद में नहीं हो पाएगी सार्थक बहस

डॉ. आशीष वशिष्ठ जालंधर से प्रकाशित जगबाणी लिखता है- मणिपुर गैर जनजातीय हिन्दू मैतेई समुदाय को जनजातीय दर्जा देने के हाईकोर्ट के आदेश के बाद 3 मई से मैतेई तथा जनजातीय कुकी व अन्य समुदायों में भारी विवाद के कारण हिंसा की आग में झुलस रहा है। पूर्वोत्तर के सीमावर्ती राज्य मणिपुर में दो महिलाओं […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

महाभारत के मुख्य पात्र शकुनि की कथा

〰️〰️🔸〰️〰️🔸🔸〰️〰️🔸〰️〰️ गांधारी के भाई और दुर्योधन के मामा शकुनि को कौन नहीं जानता? महाभारत में शकुनि का किरदार अहम रहा है। कहते हैं कि बुद्धिबल, शस्त्रबल से भी ज्यादा खतरनाक होता है। महाभारत में कृष्ण, शकुनि, भीष्म, विदुर, द्रोण आदि ऐसे लोग थे जिन्होंने अपने बुद्धिबल का प्रयोग किया। महाभारत की गाथा में शकुनि अपनी […]

Categories
आज का चिंतन

*श्री कृष्ण १६ कलाओ से युक्त –विशेष अध्ययन*

डॉ डी के गर्ग भाग-2 हमारे बहुत से बंधू कृष्ण महाराज को पूर्ण अवतारी पुरुष कहते हैं। यहाँ हम अवतार का अर्थ संक्षेप में बताना चाहेंगे, “अवतार का शाब्दिक अर्थ “जो ऊपर से नीचे आया” और “पूर्ण पुरूष”है। पूर्ण कहते हैं जो अधूरा न रहा और पुरुष शब्द के दो अर्थ हैं : 1. पुरुष […]

Categories
विधि-कानून

अभिव्यक्ति की आजादी की हत्या में भागीदारी!

बीते दिनों एक तमिल पत्रकार और ब्लॉगर बद्री शेषाद्रि के एक इंटरव्यू में भारत के मु न्या (मुख्य न्यायधीश) पर कहे गए अपने कथन के कारण तमिल सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उन के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153 (दंगे भड़काने के इरादे से उकसाना), 153 ए (1) (ए) (समूहों के […]

Categories
हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

हिन्दी साहित्य सम्मेलन के संस्थापक पुरुषोत्तम दास टंडन : 1 अगस्त जयंती पर विशेष

1 अगस्त/जन्मदिवस पुरुषोत्तम दास टंडन पुरुषोत्तम दास टंडन का जन्म 1 अगस्त, 1882 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद नगर में हुआ था. उनकी प्रारंभिक शिक्षा स्थानीय सिटी एंग्लो वर्नाक्यूलर विद्यालय में हुई. इसके बाद उन्होंने लॉ की डिग्री हासिल की और 1906 में लॉ की प्रैक्टिस के लिए इलाहाबाद हाई कोर्ट में काम करना शुरु […]

Categories
आज का चिंतन

वेद का परमचक्षु ज्योतिष

सूर्य पितामहो व्यासो वसिष्ठोऽत्रि पराशरः। कश्यपो नारदो गर्गो मरीचिर्मनुरङ्गिरा ।। लोमशः पौलिषश्चैव च्यवनो यवनो भृगुः। शौनकोऽष्टादशश्चैते ज्योति: शास्त्र प्रवर्तका:।। (ज्योतिष शास्त्र के 18 प्रवर्तक ) शिक्षाघ्राणं तु वेदस्य, हस्तौकल्पौऽथ पठ्यते, मुख‌ व्याकरणं स्मृतं, निरुक्तं श्रौतं मुच्यते। छन्द पादो तु वेदस्य, ज्योतिषामयनं चक्षु, तस्मास्त सांगमधि त्यैव ब्रह्मलोके महीयते।। वेदाहि यज्ञार्थमभिप्रवृत्ताः कालानुपूर्व्या विहिताश्च यज्ञाः। तस्मादिदंकालविधानशास्त्रं यो ज्योतिषं […]

Exit mobile version