मुरली मनोहर श्रीवास्तव विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर देश में ‘पीएम विश्वकर्मा योजना’ की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरुआत कर नव प्रयोग किया है। इस योजना का उदेश्य हाथों और औजारों से काम करने वाले कारीगरों के कौशल को बढ़ावा देना और उत्पादों को देश के कोने-कोने तक पहुंचाना भी योजना का लक्ष्य है। यह […]
Author: उगता भारत ब्यूरो
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सड़क दुर्घटनाओं से जूझता पहाड़
गिरीश बिष्ट रुद्रपुर, उत्तराखंड भारत में प्रति वर्ष जितने लोग विभिन्न बिमारियों के कारण मौत के मुंह में समा जाते हैं, तक़रीबन उतनी ही संख्या में अकेले सड़क दुर्घटनाओं के कारण अपनी जान गंवा देते हैं. मैदानी इलाकों के साथ साथ पहाड़ी राज्यों में भी प्रति वर्ष अलग अलग सड़क दुर्घटनाओं में बड़ी संख्या में […]
राजस्थान, गांव और पानी
सरिता आचार्य बीकानेर, राजस्थान भारत जैसे विशाल भूभाग पर भिन्न भिन्न जलवायु और भौगोलिक परिस्थिति देखने को मिलती है. मेघालय स्थित मासिनराम और चेरापूंजी जहां सबसे अधिक वर्षा वाले स्थान के रूप में दर्ज है, तो वहीं राजस्थान का जैसलमेर सबसे अधिक सूखा वाला स्थान माना जाता है. जहां देश के अन्य सभी ज़िलों की […]
* =================== आचार्य विष्णु हरि अभी-अभी जम्मू-कश्मीर में सेना के मेजर, कर्नल और राज्य पुलिस के डीएसपी का बलिदान झकझोर कर रख दिया। पाकिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ लड़ते हुए हमारी सेना ने सर्वश्रेष्ठ बलिदान दिया है। दुश्मन देश दुश्मनी छोड़ नहीं है, हिंसा और आतंकवाद की सीमा बार-बार लांघ रही है। हमारी सेना वीरता के […]
तारामंडल का सबसे रोशन तारा ध्रुव तारा
डॉ. राधे श्याम द्विवेदी दृढ़ अडिग अटल सर्वोच्च स्थित ध्रुव तारा:- ध्रुव तारा तारामंडल का सबसे रोशन तारा है. पौराणिक कहानी में एक एक छोटा सा साधारण बालक अपने लगन तप और साधना के बाल पर ध्रुव तारा बनता है. हिंदू धर्म में सूर्य, चंद्रमा, आकाश, तारे, नदी, पर्वत आदि सभी से पौराणिक और आध्यात्मिक […]
डॉ डी के गर्ग 3. धूनी रमाना सामान्य तौर पर धूनी रमाना शब्द का अर्थ किसी बाबा ,साधु को लेकर समझते है जो आग के आगे ज्यादातर बैठे रहते है और उनकी दिनचर्या का ये हिस्सा भी हो जाता है। सच क्या है, यज्ञ करने वाले को यज्ञिक कहते है।कुछ लोगों को यज्ञ अतिप्रिय होता […]
हमारी लिपि पर मंडरा रहा है गहरा संकट
प्रो. संजय द्विवेदी मातृभाषा वैयक्तिक और पारिवारिक पृष्ठभूमि का बोध कराती है। समाज को स्वदेशी भाव-बोध से सम्मिलित कराते हृए वैश्विक धरातल पर राष्ट्रीय स्वाभिमान की विशिष्ट पहचान दिलाती है। किसी भी देश का विकास तभी संभव है, जब उसके पास एक सशक्त भाषा हो। हिंदी एक सशक्त भाषा है। इसकी ताकत पूरा विश्व मानता […]
आर्यसमाज और हिन्दी
लेखक :- डॉ रणजीत सिंह पुस्तक :- पंजाब का हिन्दी रक्षा आंदोलन प्रस्तुति :- अमित सिवाहा पूर्वी पंजाब ( भारत ) प्रान्त में हुए ‘ हिन्दी रक्षा आन्दोलन ‘ का सूत्रपात आर्यसमाज के नेतृत्व में हुआ । अन्य हिन्दू सम्प्रदायों के होते हुए भी आर्यसमाज ने इसमें शीर्षभूमिका क्यों निभाई ? इस प्रश्न का उत्तर […]
* Dr D K Garg सहयोग:आचार्य राहुलदेव,दिल्ली यह तो आप स्वीकार करते है की भारत देश अतीत में सोने की चिड़िया और विश्व गुरु के नाम से जाना जाता रहा है। हमारे ऋषि मुनि विज्ञान , अध्यात्म ,चिकित्सा और शिक्षा के क्षेत्र में विश्व गुरु रहे है। चाणक्य, आर्यभट्ट, शुश्रुत,चरक, धनवंतरी, अत्रि ऋषि, गौतम , […]
डॉ. रमेश ठाकुर वैसे, देखा जाए तो हिंदी समाज खुद हिंदी की दुर्दशा का सबसे बड़ा कारण है। उसका पाखंड है, उसका दोगलापन और उसका उनींदापन? ये सच है कि किसी संस्कृति की उन्नति उसके समाज की तरक्की का आईना होती है। मगर इस मायने में हिंदी समाज बड़ा विरोधाभासी है। भारत में रोजाना करीब […]