* Dr D K Garg भगवान मुरगन के छः सिर बताए जाते है और इसके पीछे एक कथा भी सुनाई जाती है जो लेखक और गायक की मानसिक विकृति का प्रतीक है । कहते है जब शिव पार्वती विवाह के बाद एक गुफा में मिले तब वहां गुफा में एक कबूतर भी चला गया और […]
Author: उगता भारत ब्यूरो
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पहले ही स्पष्ट कर देना उचित होगा कि यह पोस्ट उन लोगों के लिये नहीं है जो जीवन के सुख त्याग कर जंगलों में कन्द-मूल-फल खा कर तपस्या कर रहे हैं, जिन्होंने परद्रव्य को लोष्ठवत समझा, जिन्होंने जीवन में कभी रैड लाइट जम्प नहीं की, जो पूरी ईमानदारी से टैक्स भरते हैं, जो अपने बाथरूम […]
भारती देवी पुंछ, जम्मू वर्षों बीत जाते हैं यह सुनते सुनते की किशोरियों और महिलाओं पर आपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं. दुनिया में इतनी तरक्की हो रही है जिसमें महिलाओं एवं किशोरियों का विशेष योगदान रहा है. फिर भी आज 21वीं सदी में भी महिलाएं एवं किशोरियों सुरक्षित नहीं दिखाई देती हैं. लड़कियों के साथ […]
सारी बुराईयों का मार्ग – ‘वर्तमान शिक्षा’ विद्यार्थी सत्यपाल आर्य आर्ष गुरुकुल टटेसर जोन्ती – दिल्ली- 41 स्त्रोत – समाज संदेश जुलाई 1974 यह दुःख का विषय है कि हमारा आजका विद्य जीवन बड़ा ही विकृत और अस्वस्थ रूप लिए है । आज विद्यार्थियों को जो शिक्षा प्रदान की जाती है. वह कोरे पुस्तक ज्ञान […]
अगर आप जिंदा हैं और अपनी निजी जरूरतों से आगे भी विचार कर सकते हैं तब… हां, तब… विचार करेंगे तो पाएंगे कि इजराइल और हमास की ताजा घटना से कुछ सबक मिले हैं… सबक नंबर 1… उनकी दुश्मनी इजराइली महिलाओं , बच्चियों से नही थी… अगर होती तो वे सिर्फ उन्हे गोली मार देते… […]
मुहम्मद के समय तक अरब के लोगों में शादी (Marriage ) को संस्कार नहीं माना जाता था ,कोई भी व्यक्ति किसी भी स्त्री से जब चाहे शारीरिक सम्बन्ध बना सकता था ,जिसमे आयु और रिश्तेदारी का कोई प्रतिबांध नहीं था , निकाह मतलब (Intercourse ) था , इस्क्के नियम तो बाद में बनाये गए थे […]
भारत का ईसाईकरण भाग 2)
द्वितीय चरण में विस्तार होता है। छोटा चर्च अब एक बड़ा बन जाता है। उसका विस्तार हो जाता है। अब वह छुप-छुप कर नहीं अपितु आत्म विश्वास से अपनी उपस्थिती दर्ज करवाता है। 1. स्थानीय सभा के स्वरुप में परिवर्तन- अब वह हर रविवार को आम सभा में लाउड स्पीकर लगाकर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाता […]
मेरा अखंड भारत …..
यहूदी जब बेबीलोन में निर्वासित जीवन जी रहे थे तो वहां की नदियों के तट पर बैठकर #येरूशलम की ओर मुंह करके रोते थे और विरह गीत गाते थे । उन्होंने वहां सौगंध ले ली कि हम तब तक कोई आनंदोत्सव नहीं मनाएंगे जब तक कि हमें हमारा येरुशलम और जियान पर्वत दोबारा नहीं मिल […]
भारतीय हिन्दुत्व के छ: भयंकर कलंक
*● * “हिन्दू लोग गीता से आगे बढ़ना भी नहीं चाहते । शायद हिन्दू नहीं जानते कि गीता केवल आचार्य ग्रन्थ है, आर्ष भी नहीं । इन दिनों जो मनोवृत्ति फैलायी जा रही है, वह कुछ-कुछ ऐसी लगती है, मानो वेदों से प्रेरणा लेना और वेद की बात कहना आर्यसमाजियों का कार्य है और गीता […]
स्वच्छता पखवाड़ा- स्वच्छता अभियान”*
” महात्मा गांधी जी की जयन्ती के शुभ अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के आह्वान और केन्द्रीय विद्यालय संगठन के निर्देशानुसार केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक 1, ग्वालियर में *” स्वच्छता पखवाड़ा- स्वच्छता अभियान’ का भव्यतम समायोजन प्राचार्य श्री गौरव कुमार द्विवेदी, उपाचार्य श्री पवन जैन,अध्यापकगण एवं छात्रवृन्द की सहभागिता के साथ पूर्ण […]