——————————————— ब्रिटेन की संसद में भारत को स्वाधीन करने की मजबूरी के बारे में प्रधान मंत्री क्लिमेंट एटली ने कहा था कि भारत की ब्रिटिश सेना हमारे प्रति वफ़ादार नही रही है और हमारे पास वह ताक़त नही है कि हम उसे भारत में भेज कर भारत की विद्रोही सेना को नियंत्रण में […]
Author: श्यामसुंदर पोद्दार
——————————————— वामपंथी व कांग्रेसी सावरकर पर आरोप लगाते हैं कि वे अंग्रेज़ सरकार से माफ़ी माँग कर अंडमान की जेल से मुक्त हुए थे। यह आरोप शतप्रतिशत मिथ्या है। सच ये है कि वीर सावरकर ने अंडमान जेल में रहते हुवे, भारत सरकार के गृह मंत्रालय के सदस्य को अंडमान की जेल में […]
——————————————— Government is glorifying Gandhi by printing his photo on currency notes. Giving holiday on his birthday. Taking all the foreign head of states while visiting India at Raj Ghat. Gandhi was a British planted man to lead our freedom struggle. He had not only worked for the British interest throughout his control of Congress […]
——————————————Indian freedom struggle was fought on two thought of School of Politics. One was Tilak thought of Politics which says freedom is our birthright. We will achieve it by any means. Another Gandhian thought of Politics. Which says we will achieve freedom through non-violence method. If it took thousand years to achieve the same no […]
अजहर सिंड्रोम एक बीमारी का नाम है जो सिर्फ उन मुसलमानों में पाया जाता है जो गुनाह पकड़े जाने पर मुस्लिम होने का विक्टिम कार्ड खेलने लगते हैं। इस बीमारी का नाम अजहरुद्दीन के नाम से पड़ा था जो जब क्रिकेट फिक्सिंग के आरोप में पकड़ा गया था तो दुनिया भर मुसलमानों को सहानुभूति प्राप्त […]
हिंदी को कैसे बनाया जाए राष्ट्रभाषा ?
डॉ. सुधा कुमारी हिन्दी को राजभाषा की गद्दी पर बिठाकर भी हम उसे राष्ट्रभाषा या लोक- संपर्क की भाषा बनाने में आजतक सक्षम नहीं हो पाए हैं। हिन्दी-बहुल राज्यों को छोड़ बाकी सभी जगहों में जहाँ प्रांतीय भाषाएँ बोली जाती हैं, अंग्रेजी ही राजकार्य में सहयोगी भाषा है। स्वतंत्रता-संग्राम के समय हिन्दी केवल नेहरू, गाँधी, […]
ओमप्रकाश श्रीवास्तव पहले विज्ञान की बात करें। प्रकृति के नियम स्वमेव पैदा हुए हैं। प्रकृति उन्हीं नियमों से चलती है, भले ही हम उन्हें जानें या न जानें। प्रकृति के इन्हीं नियमों की खोज विज्ञान है। जब हम गुरुत्वाकर्षण नियम नहीं जानते थे तब भी पेड़ से टूटा फल जमीन पर ही गिरता था। हिन्दूधर्म […]
——————————————— वीर सावरकर ने अंडमान जेल में रहते हुए, भारत सरकार के गृह मंत्रालय के सदस्य को अंडमान की जेल में उनके साथ होने वाले भेदभाव व अन्याय के प्रति ध्यान आकर्षित करने के लिए एक पत्र लिखा। पत्र का ९५ प्रतिशत अंश का सारांश उनके साथ होने वाले अन्याय व भेदभाव को ही लेकर […]
—— लोगों को आश्चर्य होता है ,जब गाँधी हत्याकांड मे सम्मिलत होने के षडयन्त्र से जस्टिस आत्मचरन ने सावरकर को ससम्मान बरी करते हुए अपने निर्णय में लिखा, २० जनवरी १९४८ से ३० जनवरी १९४८ के बीच दिल्ली में क्या हुआ, उसकी जानकारी सावरकर को नही थी। इसलिए उनको पूर्ण दोशमुक्त किया जाता है। इसके […]
-श्याम सुन्दर पोद्दार ——————————————— औरंगज़ेब की मृत्यु के पश्चात इस्लामिक राजसत्ता मराठों व सिखों के हमले से जर्जर होकर नही के बराबर रह गयी व १८५७ में अंग्रेजों की सफलता के चलते पूर्णतः समाप्त हो गयी। १९२० में मुसलमानो ने मुस्लिम लीग के नेतृत्व में कांग्रेस के नेता गांधी को राज़ी कर लिया कि कांग्रेस […]