वैद्य राहुल पाराशर हेमंत शीतकालीन ऋतु है। इसका समयकाल आमतौर पर नवम्बर से दिसम्बर तक जाता है, लेकिन हाल के बरसों में मौसम में हो रहे लगातार बदलाव से इसके लक्षण कुछ देर से देखे जा रहे हैं। भारतीय महीनों के हिसाब से ये समय से ये मार्गशीर्ष से पौष तक का होता है। इसमें […]
लेखक: श्यामसुंदर पोद्दार
———————————————पश्चिम बंगाल में भाजपा के पास न तो कार्य कर्ता थे ना वोटर अचानक इसके वोट ४ गुना बड़ गए 10 प्रतिशत से 40प्रतिशत हो गये राज्य में 87 हज़ार बूथ थे भाजपा सिर्फ़ 20 हज़ार बूथ पर अपना एजेंट दे पाई बिस्वस्त सूत्रों से यह ख़बर मिली पोलिंग बूथ एजेंट के नाम पर 40000बूथ […]
—————————————— १९७७ के विधान सभा चुनावों के पहले एक बार विजय सिंह जी नाहर ने मुझसे कहा था कि श्याम ! ईद मास्को के आदमी सिद्धार्थ शंकर राय ने कांग्रेस को ख़त्म कर दिया है। मैंने कांग्रेस को ३५ सीट से १०५ सीट पर ही नही पहुँचाया कांग्रेस के फ़्रंट को १२९ सीट […]
सुधीर शर्मा लेखक स्वतंत्र पत्रकार हैं। झारखंड का नाम लेते ही साधारणत: जनजातीय लोगों के चित्र ही मन में उभरते हैं। समझा जाता है कि विकास की दौड़ में पिछड़ गए वनों में रहने वाले जनजातीय लोगों का ही प्रदेश है झारखंड। ऐसे में यदि कोई बताए कि सुप्रसिद्ध विजयनगर साम्राज्य की भांति झारखंड में […]
———————————————हिंदुस्तान में रहने वाले मुसलमानो के दिल में एक भयंकर टीस है। मुसलमानो के ६०० वर्ष के हिंदुस्तान के शासन के बावजूद सिर्फ़ २३ प्रतिशत हिन्दू ही मुसलमान बन सके ७७ प्रतिशत काफिर हिन्दू हिन्दू ही रहे। जबकि मात्र १०० वर्षों के इस्लामी शासन में ही मिश्र,ईरान, इराक़, आदि का पुराना धर्म, संस्कृति […]
——————————————१९२० में मुसलमानों ने मुस्लिम लीग के नेतृत्व में कांग्रेस के नेता गांधी को राज़ी कर लिया कि कांग्रेस उनके ख़िलाफ़त के आंदोलन को अपना समर्थन देकर मुस्लिम लीग के सहयोग से अंग्रेजों के विरुध्द अशांति पैदा करे तथा इसी समय अफ़गनिस्तान का आमिर अमानुल्ला हिंदुस्तान पर हमला कर दिल्ली में इस्लामिक राज्य […]
————२५ नवम्बर १९४९ ई. को संविधान सभा में मसौदे को अन्तिम स्वरूप देते हुवे डॉक्टर बाबा साहेब अम्बेडकर जी ने कहा था कि ‘ दिनाँक २६ जनवरी १९५० ई. को हिन्दुस्थान एक स्वतंत्र देश होगा’(संसद सभा चर्चा खण्ड ११ व प्रष्ठ ९७७से) १४ अगस्त १९४७ को पाकिस्तान स्वतंत्र हुआ परन्तु शेष भारत गवर्नर जेनरल माउंटबेटन […]
——————————————-भारतीय स्वतंत्रता का इतिहास जो पढ़ाया जा रहा है,उसके हिसाब से ब्रिटेन के प्रधान मन्त्री एटली भारत के स्वतंत्रता आन्दोलन से सहानुभूति रखते थे,उनके हाथ में ब्रिटेन की सत्ता आयी,तो उन्होंने भारत को स्वतंत्र कर दिया । महात्मा गाँधी को भारत को स्वतंत्र कराने का एकमात्र श्रेय दिया जाता है। इतिहास लेखको का यही कहना […]
——————————————- २१ अक्तूबर का दिन भारतीय स्वाधीनता के इतिहास में एक स्वर्णिम दिन है। इस दिन सन १९४३ में जब अंडमान निकोबार द्वीप समूह का नियंत्रण सुभाष चंद्र बोस के नेतृत्व में आज़ाद हिंद फ़ौज के नियंत्रण में आया तब सुभाष चंद्र बोस ने अखंड भारत की पहली स्वाधीन सरकार की स्थापना की जिसे बिश्व […]
——————————————— ब्रिटेन की संसद में भारत को स्वाधीन करने की मजबूरी के बारे में प्रधान मंत्री क्लिमेंट एटली ने कहा था कि भारत की ब्रिटिश सेना हमारे प्रति वफ़ादार नही रही है और हमारे पास वह ताक़त नही है कि हम उसे भारत में भेज कर भारत की विद्रोही सेना को नियंत्रण में […]