इतिहास की अगर हम बात करें तो जब भारत में औद्योगिकरण शुरू हुआ तो लगभग 1860-70 में सबसे पहले मारवाड़ के सिंघानिया परिवार इसी ओर अग्रसर हुए। सन् 1921 से लेकर 1937 तक उनके द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में उद्योगों का लोकार्पण किया। इसके अतिरिक्त देश के विभिन्न भागों मे मारवाडियों द्वारा सभी बड़े-बड़े उद्योग स्थापित […]
Author: श्यामसुंदर पोद्दार
————————————————— २०१९ के लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक क्रांतिकारी परिवर्तन हुवा। २ सांसद ३ विधायक व १० प्रतिशत वोट पाने वाली भाजपा के १८ संसद सदस्य चुने गए व १० प्रतिशत वोट पाने वाली भाजपा ४० प्रतिशत वोट पाने वाली राजनैतिक पार्टी बनगयी। भाजपा की इस सफलता का कारण राजनीति के […]
डॉ. दीप नारायण पाण्डेय आधुनिक वैज्ञानिक अध्ययनों के अनुसार इम्यूनिटी मूलत: दो प्रकार से समझी जा सकती है। इनेट यानी जन्मजात और एडाप्टिव अनुकूलनीय। इनेट-इम्यूनिटी प्रतिरक्षा की पहली पंक्ति है जो पैथोजेन को मारने वाली कोशिकाओं जैसे न्यूट्रोफिल और मैक्रोफेज द्वारा संपादित की जाती है। किसी विषाणु का संक्रमण होने पर ये किलर-सेल्स तेज […]
स्वास्थ्य रक्षण में पंचकर्म का प्रयोग
डॉ. महेश व्यास कोरोना के आज के आपत्काल में पंचकर्म भी एक महत्वपूर्ण समाधान के रूप में देखा जा सकता है। हालांकि पंचकर्म वैसे तो शरीर की पूर्ण शुद्धि करता है और इसके स्वास्थ्यसंबंधी ढेर सारे लाभ हैं, परंतु पंचकर्म को इस तरह के रोगों की चिकित्सा में भी प्रयोग किया जा सकता है। […]
गाँधी के कांग्रेस में प्रवेश के साथ ख़िलाफ़त वाले अलीगढ़ी ग्रुप मौलाना मोहम्मद अली,मौलाना शौक़त अली,मौलाना आज़ाद वग़ैरह का कांग्रेस में प्रवेश इज्जत से हो गया। ख़िलाफ़त आन्दोलन का असली उद्देश्य भारत वर्ष पर इस्लामिक शासन प्रतिष्ठित करना था, टर्की के प्रधान को इस्लामी जगत का ख़लीफ़ा बनाना नही। अली भाइयों का उद्देश्य था,कांग्रेस की […]
अमर सिंह के बारे में कुछ पुरानी यादें
अमर सिंह के बारे में कुछ पुरानी यादें सीताराम अग्रवाल : राज्यसभा सांसद अमर सिंह अब हमारे बीच नहीं हैं। लम्बी बीमारी के बाद आज (1 अगस्त 2020) सिंगापुर के एक अस्पताल में उनका निधन हो गया। किसी जमाने में मुलायम सिंह यादव के बाद सपा में सबसे कद्दावर नेता, महानायक अमिताभ बच्चन को गर्दिश […]
१८५७ के बाद जब कूका विद्रोह हुआ तो अंग्रेजों ने भारतीयों में ब्रिटिश हुकूमत के विरुद्ध भविष्य में फिर कभी विद्रोह नही उपजे इस निमित्त भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना की। कालांतर में इस संगठन में दो तरह के विचार बलवान हो गए। एक नरम दल कहलाया जिसके नेता बाल कृष्ण गोखले थे। नरम दल […]
श्याम सुन्दर पोद्दार १९४७ मे विभाजित हिन्दुस्तान में हिन्दु-सिखों की जनसंख्या २७ करोड़ व मुसलमानों की जनसंख्या २.५ करोड़ थी। अाज हिन्दु -सिखों की जनसंख्या १०० करोड़ के आसपास है तथा मुसलमानों की जनसंख्या २५ करोड़ है। पाकिस्तान से १.४ करोड़ हिन्दु शरणार्थी बनकर भारत आये। १९४७ में हिन्दु-सिखों की जनसंख्या शरणार्थियों के आने के […]