पंजाब में यह पहला बवाल नही है।देश आजाद होने केतुरन्त बाद भी यह हुआ था।सरदार पटेल जैसे दूरदर्शी ने इसे दबा दिया।तब यें अलग खालिस्तान का सपना पूरा नही टर सके।धीरे धीरे लक्ष्य की ओर बढे।हिन्दी समाप्त की।आर्यसममाज ने स्वामी आत्मानन्द जी और ओमानन्द जी के नेतृत्व में संघर्ष किया।लोगों ने बलिदान दिया। आन्दोलन कुछ […]
लेखक: श्रीनिवास आर्य
लेखक:- आर.के.त्रिवेदी (लेखक ऑर्कियोकेमिस्ट हैं) विश्व के कल्याण का भाव लेकर ही भारत में धातुकर्म विकसित हुआ था। धातुकर्म के कारण ही भारत में बड़ी संख्या में विभिन्न धातुओं के बर्तन बना करते थे जो पूरी दुनिया में निर्यात किए जाते थे। धातुकर्म विशेषकर लोहे पर भारत में काफी काम हुआ था। उस परम्परा […]
भारत और इजरायल – कश्मीर महापलायन 19 जनवरी की वर्षी पर। चित्र मे 162 इथोपिया के यहूदी लोग दिखाए गए हैं जो इसी सप्ताह इथोपिया से इजरायल लाए गए हैं। परन्तु क्या भारत के हिन्दू इससे कोई सीख लेंगे? भारत की पहचान हिन्दू है तो इजरायल की पहचान यहूदी। दोनों को ही E+स्लामिक जुल्मों का […]
ललित गर्ग दमघोंटू प्रदूषण की चादर में लिपटी हुई है दिल्ली, मगर सरकारों को कोई फर्क नहीं पड़ता इन दिनों दिल्ली में तेज हवा की वजह से पारे में तेज गिरावट तो आई और उससे ठंड की तस्वीर और बिगड़ी, मगर उससे हवा के साफ होने की भी गुंजाइश बनी थी। अब एक बार […]
____________________________ मार्क्सवाद के प्रणेता कार्ल माक्र्स की समग्र रचनाओं में “राष्ट्र” नामक इकाई के लिए कोई स्थान नहीं है। मार्क्सवादी तो केवल सर्वहारा को जानता है, जिसे मार्क्स ने “प्रोलेतेरियत” कहकर पुकारा है और जो उसके अनुसार भौतिक द्वंद्ववाद के आधार पर हो रहे ऐतिहासिक विकास-क्रम में पूंजीवाद की अन्तर्निहित कमजोरियों अथवा विरोधाभास के परिणामस्वरूप […]
आशीष कुमार इस चैनल की रिपोर्टिंग को लेकर जितनी शिकायतें की जाती रही हैं, ताजा प्रकरण के बाद क्या उन सबको पत्रकारीय विवेक की स्वतंत्रता का हवाला देकर दरकिनार किया जा सकेगा? मुंबई पुलिस द्वारा उजागर किया गया टीआरपी घोटाला शुरू में सीमित महत्व का ही माना जा रहा था, लेकिन ब्यौरे उजागर […]
इस विषय में जितना भी लिखा जाए थोड़ा है तथापि हम संक्षेप मेँ ठोस सामग्री देने का प्रयास करेगेँ। आधुनिक भारत के एक प्रसिद्ध इतिहासकार श्री ईश्वरीप्रसाद ने ‘सरस्वती’ मासिक के सन् 1929 के एक अंक मेँ अपने एक पठनीय लेख मेँ लिखा था- “हिन्दूसमाज मेँ स्वामीजी ने हलचल मचा दी। अदम्य निर्भीकता के […]
आप किसी भी मसले पर विरोध कर रहे मुस्लिम महिला प्रदर्शनकारी और हिंदू महिला प्रदर्शनकारियों को देखिए और दोनों में फर्क को आप समझिए। यह वामपंथ कितने शातिर और कितने धूर्त होते हैं कि यह हिंदुओं को तो यह समझाने में कामयाब हो जाते हैं धर्म अफीम है धर्म खराब है धर्म नफरत फैलाता […]
केसी त्यागी 16 सितंबर 2008 को प्रसिद्ध माओवादी नेता पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ का प्रधानमंत्री के रूप में भारत आगमन कई मायनों में ऐतिहासिक अवसर में तब्दील हुआ। बतौर प्रधानमंत्री प्रचंड पहली बार भारत आ रहे थे। सभी राजनीतिक दलों के प्रमुख नेता उन्हें देखना भी चाहते थे और वार्तालाप का हिस्सा भी बनना […]
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार (जनवरी 8, 2021) को केरल की ईसाई महिलाओं की एक रिट याचिका को सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया, जिसमें मालंकारा ऑर्थोडॉक्स सीरियन चर्च में अनिवार्य कन्फेशन की परम्परा को चुनौती दी गई है। याचिका में इसे धर्म और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के संवैधानिक अधिकारों के विरुद्ध करार दिया गया है। […]