11 अप्रैल/बलिदान-दिवस खाज्या नायक अंग्रेजों की भील पल्टन में एक सामान्य सिपाही थे। उन्हें सेंधवा-जामली चैकी से सिरपुर चैक तक के 24 मील लम्बे मार्ग की निगरानी का काम सौंपा गया था। खाज्या ने 1831 से 1851 तक इस काम को पूर्ण निष्ठा से किया। एक बार गश्त के दौरान उन्होंने एक व्यक्ति को यात्रियों […]
लेखक: श्रीनिवास आर्य
🌺🍂स्वामी वेदानंद तीर्थ -, जीवनी के रोचक प्रसंग🍂🌺 चुने हुए वेद मंत्रों के संग्रह ” स्वाध्याय संदोह ” के लैखक स्वामी वेदानंद तीर्थ की संन्यास दीक्षा और वैदिक शिक्षा वाराणसी नगर में हुई। एक दिन वह महाभाष्य के विद्वान श्री पण्डित तिवाड़ी जी की पीठिका से अपने निवास स्थान की ओर जा रहे थे कि […]
9 अप्रैल/जन्म-दिवस महापंडित राहुल सांकृत्यायन का जन्म उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के ग्राम पन्दहा में नौ अप्रैल, 1893 को हुआ था। बचपन में इनका नाम केदार पांडेय था। माता कुलवन्ती देवी तथा पिता श्री गोवर्धन पांडेय की असमय मृत्यु के कारण इनका पालन ननिहाल में हुआ। 15 वर्ष की अवस्था में आजमगढ़ से […]
7 अप्रैल/पुण्य-तिथि 1857 के स्वाधीनता संग्राम में जो महिलाएं पुरुषों से भी अधिक सक्रिय रहीं, उनमें बेगम हजरत महल का नाम उल्लेखनीय है। मुगलों के कमजोर होने पर कई छोटी रियासतें स्वतन्त्र हो गयीं। अवध भी उनमें से एक थी। श्रीराम के भाई लक्ष्मण के नाम पर बसा लखनऊ नगर अवध की राजधानी था। […]
6 अप्रैल/बलिदान-दिवस पूरे संसार को ‘दारुल इस्लाम’ बनाने का दुःस्वप्न देखने वाले कट्टरपंथी प्रायः अन्य धर्मावलंबियों की भावनाओं का अनादर कर अपनी संकीर्णता का परिचय देते रहते हैं। 1920 में लाहौर में कुछ मुसलमानों ने दो पुस्तकें प्रकाशित कीं। ‘कृष्ण तेरी गीता जलानी पड़ेगी’ में श्रीकृष्ण को चरित्रहीन बताते हुए उन पर भद्दी टिप्पणियां […]
शक और शाक्य दोनों में फर्क है। बौद्ध पाठ्यों में शाक्य मुख्यत: गौतम गोत्र के क्षत्रिय बताए गए हैं। शाक्यों का हिमालय की तराई में एक प्राचीन राज्य था, जिसकी राजधानी कपिलवस्तु थी, जो अब नेपाल में है। शाक्य प्रथम शताब्दी ई.पू में प्राचीन भारत का एक जनपद था। हम यहां शाक्य की बात […]
कभी गुजरात सिर्फ में भारत ही नहीं बल्कि एशिया का सबसे सूखा प्रदेश माना जाता था। उसमें कच्छ तो एकदम सूखा था।कच्छ के तमाम लोग अपनी मातृभूमि को छोड़कर भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के दूसरे देशों में बसने को मजबूर हो गए थे क्योंकि इंसान के लिए पानी की सबसे मूलभूत जरूरत होती […]
◆ इतिहासकार का कर्तव्य… _”इतिहासकार का यह कर्तव्य है कि वह अपने पात्रों की आकांक्षाओं, भावनाओं और कारनामों का भी यथारूप चित्रण करे। यह तभी सम्भव है जब वह अपनी पहले से बनाई धारणाओं को एक ओर रख दे और इस बात की भी परवाह न करे कि उसके इस चित्रण से वर्तमान के हितों […]
अंकित सिंह अमित शाह बोले, भ्रष्टाचारी DMK और कांग्रेस नहीं कर सकती तमिलनाडु का विकास शाह ने आगे कहा कि चुनाव की तिथि चुनाव आयोग तय करता है। चुनाव आयोग ने तमिलनाडु में चुनाव 6 अप्रैल को तय किया है जो भाजपा का स्थापना दिवस है। इसलिए तमिलनाडु में NDA की विजय सुनिश्चित है। […]
नवभारतटाइम्स.कॉम से ममता बनर्जी ने जिस दिल्ली के मसले को आधार बनाते हुए विपक्षी एकजुटता की बात की है, उसी दिल्ली पर काबिज आम आदमी पार्टी कांग्रेस का विकल्प बनने की तैयारी कर रही है। आम आदमी पार्टी (AAP) धीरे- धीरे देश की राजधानी दिल्ली से बाहर आगे बढ़ रही है। उन राज्यों पर AAP […]