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समाज

मृत्यु भोज जैसे पाप पर कब विचार करेगा समाज?

  मृत्युभोज पाप है इसलिए बन्द करो, शादी में खर्च करना पाप है इसलिए कोर्ट मैरिज करो लेकिन हनीमून बहुत बड़ा पुण्य है इसको मनाने विदेश जाओ पैसा लुटाओ क्योंकि हनीमून से हजारों गरीबों का पेट भरता है। मतलब परिवार, रिश्तेदार, गाँव-समाज, पड़ोसी गाँव के परिचित व्यक्ति, पिताजी के हितैषी और व्यवहारियों को एकजुट करना, […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

राम प्रसाद बिस्मिल के परिजनों की हो गई थी ऐसी दुर्दशा

उफ! यह कृतघ्नता!! लेखक: राजेशार्य आट्टा, (पानीपत) –चंद्रशेखर आजाद से पहले भगतसिंह आदि के दल का नेतृत्व करते थे- अमर बलिदानी पंडित रामप्रसाद बिस्मिल। चंद्रशेखर आजाद बिस्मिल के आस्तिक देशभक्ति पूर्ण व आर्यसमाजी विचारों से बहुत प्रभावित थे। काकोरी कांड में गिरफ्तार होने पर जेल में बंद बिस्मिल को स्वार्थी संसार की असलियत का कटु […]

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इतिहास के पन्नों से

फांसी से पहले रामप्रसाद बिस्मिल की अंतिम इच्छा

आज १९ दिसम्बर १९२७ को निम्नलिखित पक्तियों का उल्लेख कर रहा हूं जबकि १९ दिसम्बर, १९२७ ई. सोमवार (पौष कृष्णा ११ सम्वत् १९८४ वि.) को साढ़े छह बजे प्रातःकाल इस शरीर को फांसी पर लटका देने की तिथि निश्चित हो चुकी है। अतएव नियत समय पर इहलीला संवरण करनी होगी। यह सर्वशक्तिमान प्रभु की लीला […]

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इतिहास के पन्नों से

राम प्रसाद बिस्मिल के जीवन के कुछ संस्मरण

(11 जून को अमर बलिदानी रामप्रसाद जी के जन्मदिवस पर विशेष रूप से प्रचारित) 🎯नशा छोङ राष्ट्र भक्त कैसे बने🌷 पं० रामप्रसाद बिस्मिल जी का जन्म उत्तरप्रदेश में स्थित शाहजहांपुरा में 11 जून 1897 ई. को हुआ था। इनके पिता का नाम मुरलीधर तथा माता का नाम मूलमती था। इनके घर की आर्थिक अवस्था अच्छी […]

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देश विदेश भयानक राजनीतिक षडयंत्र

क्या यीशु/ जीसस ही एकमात्र उद्धारक है?

  ईसाई लोगों की दृढ़ व प्रमुख मान्यता है कि मुक्ति केवल यीशु के माध्यम से ही मिल सकती है और ईसाई धर्मांतरण भी ठीक इसी बात पर आधारित है कि यीशु में विश्वास से सभी पाप धूल जाते है और हमेशा के लिए मुक्ति (salvation) मिल जाती है। इसलिए हिंदुओ व अन्य लोगों, जिसका […]

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स्वास्थ्य

एलोपैथी के मुकाबले आयुर्वेद की क्यों की जाती रही है उपेक्षा

🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩 “आयुर्वेद को हर कदम पर अग्नि परीक्षा देने के लिए कहा जाता है। लेकिन एलोपैथी को सौ गलतियाँ माफ।” ये एक तथ्य है या सिर्फ मेरे दिमाग का भ्रम, कहना मुश्किल है। ताज़ा चीनी वायरस के मामले में,पहले हाईड्रॉक्सिक्लोरोक्विन को अचूक माना, दुनिया में भगदड़ मची उसको लेने की।फिर उसका नाम हटा लिया, शकहा […]

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इतिहास के पन्नों से

सावरकर और गांधी

इतिहास में ऐसे नायक कम ही हैं, जिन्हें विनायक दामोदर सावरकर की तरह तीखे और धूर्ततापूर्ण दुष्प्रचार अभियानों का सामना करना पड़ा हो। ये वही सावरकर हैं, जिन्होंने एम.एन. रॉय, हीरेंद्रनाथ मुखर्जी और एस.ए. डांगे जैसे भारत के शुरुआती कम्युनिस्ट नेताओं समेत अनेक राजनीतिक नेताओं और राष्ट्रभक्तों को प्रेरित किया था। लेकिन, अपने पूर्ववर्तियों के […]

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आओ कुछ जाने

साईं बाबा यानी नए जमाने के नए भगवान

नए जमाने के भगवान हिंदुओं को हर कुछ साल मे नए भगवान कि जरूरत पड़ती है। चमत्कार के पीछे पागल होकर भागते हैं। निर्मल बाबा, राधे माँ, राम रहीम, रामपाल और न जाने कितने चमत्कारिक नौटंकीबाज इस तरह हमे मूर्ख बनाते हैं। गुजरात मे इसाइयों ने उंटेश्वरी माता का मन्दिर बना दिया और उसमे अविवाहित […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

गुरु अर्जुन देव जी का ऐतिहासिक बलिदान

30 मई/बलिदान-दिवस पर शत शत नमन   हिन्दू धर्म और भारत की रक्षा के लिए यों तो अनेक वीरों एवं महान् आत्माओं ने अपने प्राण अर्पण किये हैं; पर उनमें भी सिख गुरुओं के बलिदान का उदाहरण मिलना कठिन है। पाँचवे गुरु श्री अर्जुनदेव जी ने जिस प्रकार आत्मार्पण किया, उससे हिन्दू समाज में अतीव […]

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आओ कुछ जाने

आइए जाने – फांसी की सजा सुनाने के बाद जज पेन की निब क्यों तोड़ देते हैं

प्रस्तुति – श्रीनिवास आर्य ( वरिष्ठ अधिवक्ता) अक्सर आपने फिल्मो और असली ज़िन्दगी में देखा होगा की हर जज मुजरिम को फांसी की सज़ा देने के बाद अपने पेन की निब तोड़ देते है। लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है या फिर कभी आपके मन में यह सवाल उठा है की, आखिर क्यों जज […]

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