अशोक मधुप तालिबान से दूसरे चैनल से बातचीत का ही परिणाम है कि भारत अफगानिस्तान से बड़ी सरलता है अपने नागरिक निकाल लाया। वहां से अपने दूतावास को बन्द कर अपने स्टाफ और नागरिकों को वापस भारत बुलाकर अफगानिस्तान की तालिबानी सरकार को अपनी नाराजगी भी प्रकट कर दी। कोई कुछ भी कहे किंतु यह […]
लेखक: श्रीनिवास आर्य
आलोक शुक्ला शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. मधुमिता के अग्रवाल कहती हैं- ‘कोरोना काल में हम सबने शुद्ध खानपान और प्राकृतिक जीवन पद्धति के महत्व को गहराई व गंभीरता से समझा है। हर मौसम में जब संक्रमण काल (मौसम परिवर्तन का समय) आता है उस समय हमारे अस्पतालों-क्लीनिकों में बच्चों की भीड़ लग जाती है। इसमें […]
अफगान छोड़ कर जितने भी भागे सब के सब पुरुष और नौजवान भागे। एक भी महिला या बच्चा भागते हुए नजर नहीं आया। क्या ऐसा मुमकिन है, कि घर पर और सर पर मौत मंडरा रही हो और आप अपनी मां , बहन, बीवी और बच्चों को छोड़कर भाग जाएं? आप भाग जाएं सो तो […]
प्रस्तुति – श्रीनिवास आर्य (एड़वोकेट) सुप्रीम कोर्ट ने सांसदों और विधायकों के विरूद्ध लंबित आपराधिक मामलों के जांच एजेंसियों द्वारा धीमी गति से होने वाले अन्वेषण पर एक बार फिर से नाराजगी जताते हुए इस बात की आवश्यकता निरूपित की है कि जनप्रतिनिधियों के खिलाफ मामलों की जांच तेजी से होनी चाहिए। शीर्ष अदालत की […]
प्रस्तुति – श्रीनिवास आर्य (एडवोकेट) सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के अनुसार महिलाएं भी अब राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (नेशनल डिफेंस एकेडमी- एनडीए) की प्रवेश परीक्षा में शामिल हो सकेंगी। लैंगिक समानता की दिशा में देश की शीर्ष कोर्ट द्वारा बुधवार को सुनाये गये एक महत्वपूर्ण निर्णय में इस आशय की अंतरिम व्यवस्था दी गयी है। […]
अभी तक आप यही जानते होंगे कि आलू विदेशीयों (पुर्तगालियों) द्वारा लाई गई फसल है, लेकिन अत्रि विक्रमार्क जी का मानना कुछ और है – आलू Potato आलुः (संस्कृत) पिण्डालु = पिण्डाकार आलुः(गोल आलु? पहाड़ी घुइयां) राजनिघण्टु। “पिण्डालुर्मधुरः शीतः मूत्रकृच्छ्रविनाशनः। दाहशोषप्रमेहघ्नो वृष्यः सन्तर्पणो गुरुः” और भी कहा गया है कि आलु कफ कारक है किन्तु […]
प्रस्तुति – श्रीनिवास आर्य आंकड़ों के हिसाब से संक्रमण की रफ्तार बेशक धीमी दिख रही हो, लेकिन कोरोना महामारी से अभी छुटकारा नहीं मिला है। वैक्सीन के लिए लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं। फिर बच्चों के लिए तो वैक्सीन अभी आई तक नहीं। ऐसे में उन्हें स्कूल बुलाना उनकी सेहत के साथ खिलवाड़ हो […]
युद्धवीर सिंह लांबा बंगाल में उभरते हुए राष्ट्रीय आन्दोलन को नष्ट करने के लिए 16 अक्टूबर 1905 को लार्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया। 1905 में हुए बंगाल विभाजन के बाद तो खुदीराम बोस क्रांतिकारी सत्येन बोस की अगुवाई में क्रांतिकारी बन गए। ‘आओ झुक कर सलाम करें उनको, जिनके हिस्से में ये […]
अशोक मधुप सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश और पुलिस के ही एक सिपाही की टिप्पणी देश की पुलिसिंग और उसकी कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती है। पुलिस का रवैया कैसा है, यह बताती है। देश की पुलिस ब्रिटिश काल की व्यवस्था की देन है। आजादी के 74 साल बाद भी देश की पुलिस नहीं बदली। […]
👇 सड़क के किनारे मज़ारें -कब्रें रातों-रात नहीं उग आतीं ! इसके पीछे सुनियोजित तरीके से सनातन जनों के अंधविश्वास, भीरुता और अ-जागरूकता का भरपूर उपयोग किया जाता है ! सड़क के किनारे 90 प्रतिशत स्थित कब्रों में कोई मुर्दा दफ्न नहीं होता… शायद ही आपने सड़क के एकदम किनारे मुर्दे को दफ्न करते किसी […]