प्रस्तुति – श्रीनिवास आर्य भारत गांवों का देश था और आज भी है। यहां सम्पन्नता, खुशहाली और समृद्धि की पूजा होती रही है। फसलों के पकने पर आनन्दित होकर उत्सवों का आयोजन करना हमारी परम्परा रही है। अत्यन्त आधुनिक यंत्रों और पद्धतियों से कृषि कर के भरपूर फसलें ली जाती रही हैं। सम्पन्न भारत को […]
लेखक: श्रीनिवास आर्य
डॉ. हेमेन्द्र कुमार राजपूत महाभारत में स्वयं महर्षि कृष्ण द्वैपायन वेद व्यास जी ने सम्पूर्ण जम्बूद्वीप का प्रादेशिक भ्रमण करके जो कुछ भौगोलिक इतिहास लिखा, वह कहीं अन्यत्र नहीं मिलता। साथ ही उन्होंने अखण्ड महाभारत वर्ष जिसे जम्बूद्वीप कहते हैं, का सांस्कृतिक और सामाजिक एवं राजनैतिक इतिहास हमारे सामने प्रस्तुत किया जिसे आज के आधुनिक […]
राकेश सैन बड़े से बड़े आतंकी हमलों के बावजूद पंजाब का साम्प्रदायिक सौहार्द बरकरार रहा और दोनों ने मिल कर आतंकवाद से लोहा लिया। सिख विरोधी दंगों के दौरान भी इस रिश्ते को पूरी गम्भीरता से निभाया गया परन्तु दंगों की भयावहता की घटनाओं के बीच इन घटनाओं पर किसी का ध्यान नहीं जा पाया। […]
राणा प्रताप शर्मा आदिकाल से ही हमारे देश में अनेक खोजें होती रहीं हैं। भारतीय गणित के इतिहास का शुभारंभ ऋग्वेद से होता है। आदिकाल (500ई.पू.) भारतीय गणित के इतिहास में अत्यन्त महत्वपूर्ण है। इस काल में शून्य तथा ‘दाशमिक स्थानमानÓ पद्धति का आविष्कार गणित के क्षेत्र में भारत की यह निश्चित रूप से […]
डॉ. बिशन किशोर (भू.पू. आचार्य, यान्त्रिक इंजीनियरिंग, काशी हिंदी विश्वविद्यालय वाराणसी) विश्वगुरु भारत आज विज्ञान और तकनीकी के लिए विदेशों पर निर्भर है। परतन्त्रता में तो ऐसा वातावरण बनाने का प्रयास गया जिससे हमारा अपना अस्तित्व पूर्णरूपेण विदेशी ज्ञान पर अवलम्बित हो गया। इसलिए हम समस्त ज्ञान आयात कर रहे हैं। पहले परतन्त्र थे, अब […]
प्रस्तुति – श्रीनिवास आर्य सीमाओं पर बढ़ते चीनी सैन्य अभ्यास, पूर्वी क्षेत्र में सैनिकों की तैनाती और उकसाने वाली गतिविधियों के बाद भारत ने अपनी रक्षा तैयारियों को तेज किया है। सेना की तरफ से कहा भी गया है कि हम किसी भी आकस्मिक चुनौती का मुकाबला करने के लिये तैयार हैं। बाकायदा अरुणाचल में […]
अनिरुद्ध जोशी जन्म : 19 फरवरी 1630 मृत्यु : 3 अप्रैल 1680 भारत के वीर सपूतों में से एक श्रीमंत छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में सभी लोग जानते हैं। बहुत से लोग इन्हें हिन्दू हृदय सम्राट कहते हैं तो कुछ लोग इन्हें मराठा गौरव कहते हैं, जबकि वे भारतीय गणराज्य के महानायक थे। छत्रपति […]
आज का वैदिक भजन दिल में ही प्रभु जब रहते हैं मन्दिर की जरूरत क्या होगी निराकार बताया वेदों ने फिर उसकी मूरत क्या होगी नादान हैं जमाने वाले भी जो भोग लगाते ईश्वर को दुनिया को खिलाता है उसको भिक्षा की जरूरत क्या होगी जो पहले से ही पास तेरे फिर उसको बुलाना कैसा […]
प्रस्तुति – श्रीनिवास आर्य वेदों और पुराणों को कलमबद्ध करने का काम यहां के नैमिषारण्य में हुआ था। अवध क्षेत्र में ही अयोध्या जैसा तीर्थ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के कुशीनगर को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की सौगात दी। इस मौके पर उन्होंने एक बार फिर उत्तर प्रदेश के गौरव को रेखांकित […]
राकेश सैन श्री हरिमन्दिर साहिब की बेअदबी करने वाले मुगल सरदार मस्सा रंघड़ का सिर नेजे पर टांग कर लाने वाले भाई सुक्खा व सरदार मेहताब सिंह भंगू के मुखारविन्द से अकसर यह निकलता था कि ‘आपि न डरउ न अवर डरावउ’ अर्थात न तो आप डरो और न ही किसी और को डराएं। पंजाब […]