#मोहनदासकगाँधी 1. आप एक काले आदमी लंदन में रहकर बिना किसी परेशानी के गोरो के साथ पढ़ते, होस्टल के एक कमरे में रहते हैं, एक मेस में खाते है फिर अचानक ट्रेन में एक साथ सफर करने में फेंक दिए जाते है? क्यूँ? ये बात कतई हजम नही हुई। 2. फिर आप वही काले भारतीय […]
लेखक: श्रीनिवास आर्य
मनीषा सिंह भारत माता की कोख से एक से बढ़कर एक महान वीर ही नहीं बल्कि कई वीरांगनाओं ने भी जन्म लिया है जिन्होंने भारत माता की रक्षा के लिए अपने सर्वस्व सुखों का त्याग कर अपनी मातृभूमि कि पूरे मनोयोग के साथ रक्षा की। ऐसी महान वीरांगनाओं की श्रेणी में नाम आता है। रानी […]
जरा हट कर सोचेंगे तो – यह ना खालिस्तानी गुंडों की जीत है, ना उन गुंडों के आगे सरकार का समर्पण है। ना ही यह कोई चुनावी स्टंट है। ना ही कोई मास्टर स्ट्रोक है। हम सब जानते है कि 11 महिने पहले सुप्रीम कोर्ट में 12 जनवरी को किसान कानूनों पट स्टे लगा दिया […]
भरत झुनझुनवाला सभी जीवित पदार्थों के जीवन में कार्बन तथा हाइड्रोजन तत्व रहते हैं और उनकी मृत्यु के बाद ये आर्गेनिक पदार्थ सड़ने लगते हैं। यदि आसपास आक्सीजन उपलब्ध हुई तो शरीर का कार्बन, कार्बन डाइआक्साइड बनकर उत्सर्जित होता है और पदार्थ में हाइड्रोजन, पानी बनकर समाप्त हो जाता है। लेकिन यदि सड़ते समय आसपास […]
डॉ विजय कुमार सिंघल आँखों का कमजोर होना एक आम शिकायत है। आजकल बहुत छोटे-छोटे बच्चों की आँखों पर भी चश्मा चढ़ा हुआ दिखायी देता है। देर तक टीवी देखना, कम्प्यूटर या मोबाइल पर गेम खेलना और फास्ट फूड खाना इसके प्रमुख कारण हैं। आँखें ठीक करने के लिए आँखों के विशेष व्यायाम दिन में […]
प्रातः 3 से 5 – इस समय जीवनीशक्ति विशेष रूप से फेफड़ो में होती है। थोड़ा गुनगुना पानी पीकर खुली हवा में घूमना एवं प्राणायाम करना । इस समय दीर्घ श्वसन करने से फेफड़ों की कार्यक्षमता खूब विकसित होती है। उन्हें शुद्ध वायु (आक्सीजन) और ऋण आयन विपुल मात्रा में मिलने से शरीर स्वस्थ व […]
वीरेंद्र परमार पूर्वोत्तर भारत में हिन्दू धर्म की तीनों शाखाओं – शैव, वैष्णव, शाक्त के उपासक विद्यमान हैं। पूर्वोत्तर भारत में हिंदू धर्म की तीनों शाखाओं से संबंधित अनेक तीर्थ स्थल हैं जिनके प्रति हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले आदिवासी और गैर – आदिवासी सभी समुदायों के लोगों की श्रद्धा है। कामाख्या मंदिर (असम) […]
नेहरू की बदमाशी का एक नमूना… “विभाजन के बाद 1947 में पाकिस्तान में हिंदुओं की हत्याओं, लड़कियों से बलात्कार का नंगा नाच हो रहा था। लाहौर से हर ट्रैन में हिंदुओं की लाशें आ रही थी और उन पर मंडराते कुत्ते, गिद्ध दिखाई दे रहे थे, तब नेहरू ने रेडियो पर शरणार्थी शिविरों में रह […]
विवेक भटनागर आखिर प्रकृति में द्रष्टव्य क्या है। इसका अध्ययन कैसे किया जाए और आधुनिक विज्ञान, प्राचीन विज्ञान अर्थात् दर्शन और अध्यात्म में संबंध को कैसे विष्लेषित किया जाए। इसके बारे में हमारी सामान्य जानकारी ही हमारा विज्ञान और अध्यात्म है लेकिन इसका यथार्थ् कुछ और है। भारत में ऋग्वेद से ही सर्वमान्य और सर्वविदित […]
जिन्हें इतिहास नहीं पता, केवल ईसाई पैम्फलेट पता है। उनकी बात का कोई वजन नहीं है। ऐतिहासिक तथ्यों और अभिलेखों के आधार पर भारत में इन मुख्य जातियों के पास अलग-अलग समय अलग-अलग इलाकों में राज्य थे:- केवट, कैवर्त,नाई ,कुर्मी, अहीर ,आभीर, गूजर ,जाट,थारू,खर, संथाल ,बैगा, गोंड,मिजो, माईती,सेन, पाल, भर, वोक्कालिगा, पटेल, वल्लाल, गौड़ा, नायडू, […]