बिग बॉस टीवी कार्यक्रम से चर्चा में आईं उर्फी जावेद ने अपने एक बयान में कहा है कि वे इस्लाम को नहीं मानती और न ही कभी किसी मुस्लिम से शादी करेंगी। अभिनेत्री ने इस बयान पर उन्हें ट्रोल करने वाले मुस्लिम समुदाय के ट्रोल्स पर जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि […]
लेखक: श्रीनिवास आर्य
तनवीर जाफ़री इस्लामी कैलेंडर का पहला महीना अर्थात् मोहर्रम शुरु होते ही पूरे विश्व में क़रबला की वह दास्तां दोहाराई जाती है जो लगभग 1450 वर्ष पूर्व इराक के करबला नामक स्थान में पेश आई थी। यानी हज़रत मोहम्मद के नाती हज़रत इमाम हुसैन व उनके परिवार के सदस्यों का तत्कालीन मुस्लिम सीरियाई शासक की […]
भारत ने अपने नागरिकों को मौलिक अधिकार देकर उनको सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय देने का प्रयास किया है। भारत की पंथनिरपेक्षता की नीति प्राचीन काल से रही है। पंथनिरपेक्षता का अभिप्राय है कि कानून के सामने जाति पंथ संप्रदाय को नहीं देखा जाएगा बल्कि व्यक्ति को नैसर्गिक न्याय देने का हर संभव प्रयास किया […]
उगता भारत ब्यूरो ईसाइयों का एक त्योहार है, गुड फ्राइडे। फ्राइडे से पहले गुड सुनकर ऐसा लगता है जैसे ये कोई खुशी का त्योहार है, जबकि ऐसा नहीं है। इस दिन ईसाई शोक मनाते हैं। ईसा मसीह की मृत्यु का शोक। बाइबिल के अनुसार इसी दिन ईसा मसीह को 6 घण्टे तक क्रूस पर लटकाया […]
एस.एन. मुखर्जी 1954 में प्रयाग में पड़ने वाले कुंभ में मौनी अमावस्या का दिन मेरे जीवन में सर्वाधिक रोमांचकारी तथा दु:खद घटना होने के साथ ही एक प्रेस फोटोग्राफर के रूप में उपलब्धि वाला दिन था। कुंभ मेले में हुई दुर्घटना में एक हजार से ज्यादा लोग दब-कुचल कर मर गए और अकेले मैं ही […]
मुरारी शरण शुक्ल मकर संक्रांति अकेला ही पश्चिम और अरब के सभी पर्वों पर भारी है: सूर्य की गति पर आधारित यह उत्सव भारत के लाखों वर्ष से खगोल विज्ञान का ज्ञाता होने का प्रमाण है। (सबसे अंतिम पैराग्राफ में पढ़ें किस राज्य में किस नाम से मनाया जाता है यह उत्सव? और क्या क्या […]
उगता भारत ब्यूरो नई दिल्ली। ब्रिटिश हुकूमत से आजादी हासिल करने के लिए 1857 से लेकर 1947 तक कई जन आंदोलन चले, जिन्होंने देश को आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आइए हम जानते हैं ऐसे ही 11 प्रमुख घटनाओं का इतिहा 1857 का विद्रोह 1857 का विद्रोह मेरठ में सैन्य कर्मियों के विरोध से शुरू […]
श्रीनिवास आर्य हिंदू भारत के सनातन वैदिक धर्म का वर्तमान परिप्रेक्ष्य में महत्तम समापवर्तक है और हिंदुत्व हिंदुस्तान का प्राण तत्व है। जिसे आज के भारतवर्ष की आम सहमति भी कह सकते हैं। हिंदुत्व भारतीय राष्ट्रीयता के संदर्भ में प्रयोग किया जाने वाला सबसे सार्थक शब्द है, जो सभी के विकास में विश्वास करता है […]
उगता भारत ब्यूरो टीएन शेषन भारत के सबसे कड़क चुनाव आयुक्त हुए। उनके कार्यकाल में चुनाव आयोग को सबसे ज्यादा शक्तियां मिली। चुनाव सुधार लागू हुए। मतदाताओं के लिए मतदान पत्र अनिवार्य हुए। आचार संहिता का सख्ती से पालन शुरू हुआ। इसकी बदौलत फर्जी मतदान पर रोक लगी और लोकतंत्र की नींव और ज्यादा मजबूत […]
उगता भारत ब्यूरो किसी भी देश पर शासन करना है तो उस देश के लोगों का ऐसा ब्रेनवाश कर दो कि वो अपने देश, अपनी संसकृति और अपने पूर्वजों पर गर्व करना छोड़ दें। इस्लामी हमलावरों और उनके बाद अंग्रेजों ने भी भारत में यही किया। हम अपने पूर्वजों पर गर्व करना भूलकर उन अत्याचारियों […]