1 अदरक – अदरक तासीर में गर्म होता है और सर्दी से होने वाली अंदरूनी समस्याओं को ठीक कर आपको अन्य बीमारियों से बचाता है। इसलिए सर्दी का मौसम शुरू होने के साथ ही अदरक का सेवन शुरू कर दें। आप अदरक की चाय का सेवन कर सकते हैं साथ ही सब्जियों में भी अदरक […]
लेखक: श्रीनिवास आर्य
प्रश्न: हमारे देश का सबसे पुराना नाम क्या है? उत्तर: आर्यावर्त्त प्रश्न: क्या आर्य बाहर से आये हैं? उत्तर: नहीं ! आर्य भारत के मूल निवासी थे। “ऋग्वेद में आर्य शब्द का प्रयोग 37 बार आया है।” आर्य बाहर से नहीं बल्कि यहीं के मूल निवासी हैं।वेद में परमात्मा कहता है-“मैंने यह भूमि आर्यों को […]
देश के कई हिस्सों में कैथोलिक आश्रमों का उदय एक अलग विकास नहीं है। ये संस्थाएँ एक श्रृंखला की कड़ियाँ हैं जिन्हें “आश्रम आंदोलन” के रूप में जाना जाता है, और जो ईसाई धर्म के विभिन्न संप्रदाय संगीत में प्रचार कर रहे हैं। प्रोटेस्टेंट और सीरियाई रूढ़िवादी ने समान प्रतिष्ठान विकसित किए हैं। कुल मिलाकर […]
मुकेश कुमार वृंदावन के ठाकुर बांकेबिहारी का वर्तमान मंदिर जयपुर नरेश महाराजा जयसिंह द्वितीय के पुत्र महाराजा सवाई ईश्वरी सिंह द्वारा वर्ष 1748 में दी गई 1.15 एकड़ भूमि पर बना हुआ है। उस वक्त ब्रज का एक बहुत बड़ा क्षेत्र जयपुर घराने के स्वामित्व में आता था। इससे पूर्व बिहारीजी छह बार अलग-अलग जगहों […]
हॉकी के महारथी मेजर ध्यान चंद के बारे में कुछ रोचक बातें प्रज्ञा पांडेय हॉकी के महारथी मेजर ध्यान चंद के बारे में कुछ रोचक बातें हॉकी के जादूगर ने अपनी काबिलियत के दम पर पूरे दुनिया में अपना नाम कमाया। 29 अगस्त को मेजर ध्यानचंद का जन्मदिन है। तो आइए इस अवसर पर हॉकी […]
वर्तमान का जिला देवरिया कभी था कौशल राज्य का अंश उगता भारत ब्यूरो इस जिले के वर्तमान क्षेत्र ‘कोशल राज्य का एक हिस्सा था यह प्राचीन’आर्य’ संस्कृति का मुख्य केंद्र है ‘उत्तर में हिमालय से घिरा हुआ है, दक्षिण में श्यादिका नदी है दक्षिण में पंचाल राज्य और पूर्व में मगध राज्य है.इसके आलावा इस […]
शशांक शर्मा सामान्य तौर पर भारत में अंग्रेजी सत्ता के दो कालखंड रहे, पहले ईस्ट इंडिया कंपनी, जिसका शासन 1765 से 1858 तक रहा और फिर ब्रिटिश सरकार 1858 से 1947 तक जिसमें ब्रिटिश संसद के माध्यम से वहां की सरकार महाराजा या महारानी के नाम से शासन करती थी। इन दोनों कालखण्डों में भारतीय […]
भारतीय शिक्षा का विकृतीकरण नेहरू की एक मुख्य देन है. आइए इसपर विचार करें… नेहरु के शिक्षा मंत्री – 11 नवम्बर 1888 को पैदा हुए मक्का में, वालिद का नाम था ” मोहम्मद खैरुद्दीन” और अम्मी मदीना (अरब) की थीं। नाना शेख मोहम्मद ज़ैर वत्री ,मदीना के बहुत बड़े विद्वान थे। मौलाना आज़ाद अफग़ान उलेमाओं […]
हमारे शरीर की अपनी छाया होती है और अपने आसपास बनी रहती है। प्रकाश होने पर भूतल पर तो छाया होती है ही, किंतु वह परछाई होती है और जो शरीर के चतुर्दिक ध्यानपूर्वक अवलोकित होती है, वह छाया है। इसको ‘प्रभामण्डल’ कहा जा सकता है। आज की भाषा में ओरा। इसका कदाचित पहला शास्त्रीय […]
प्रत्येक व्यक्ति प्रसन्न रहना चाहता है। बचपन और जवानी में तो वह पढ़ाई लिखाई खेलकूद नौकरी व्यापार इत्यादि अपने लौकिक कामों में ही उलझा रहता है। और उसी में असली सुख समझता है। “परन्तु जब प्रौढ़ावस्था आती है, अर्थात जब उम्र 40 वर्ष के आसपास या उससे अधिक हो जाती है, तब उसे जीवन जीने […]