“”””””””””””””””””””””””””””””””””””””” गन्ना मूल वनस्पतिक तौर पर एक घास ही है, जिस की खेती ने मानव सभ्यता को नई दिशा दी है | अंग्रेजी में इसको सुगरकेन, संस्कृत में इक्षु कहते हैं | गन्ने के रस से निश्चित तापमान में उसे पकाकर विविध उत्पाद तैयार किए जाते हैं जिनमें गुड़ शक्कर खांड मिश्री बुरा चीनी शीरा […]
लेखक: आर्य सागर खारी
हरियाणा में रोड : मराठों के वंशज
_____________________________ कल शौकिया डेरी फार्मिंग के सिलसिले में दुधारू पशुओं देसी गोवंश की खोज में पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लगते हुए यमुनापार हरियाणा में अंगराज कर्ण के द्वारा स्थापित नगर करनाल इसके ग्रामीण क्षेत्रों में घूमने का सौभाग्य प्राप्त हुआ | करनाल हरियाणा का जनपद नगर निगम दोनों है, बहुत ही संपन्न इलाका लगा जमीने […]
____________________________ दक्षिणी राज्य केरल में 15 वर्षीय मादा हथिनी के साथ जो हुआ पूरे देश को मालूम है संवेदना भर्त्सना शोक विषाद की लहर सोशल मीडिया पर उमड़ पड़ी है| जिस राज्य में ममता वात्सल्य समृद्धि की देवी गौमाता को काट कर खाया जाता हो ,गोवध को राजकीय संरक्षण प्राप्त हो संवैधानिक अधिकारों के नाम […]
सनकी जो दुनिया को सुखी करके चला गया
“”””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””आज जितने भी तकनीकी उपकरण है जिनका हम सुख सुविधा मानव कल्याण में प्रयोग करते हैं, चंद घंटों कुछ महीनों में इनका अविष्कार नहीं हो गया था| इनके अविष्कारको ने पूरी एकाग्रता से अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया| मानव जीवन को सर्वाधिक सुखी प्रभावित यदि किसी ने किया है वह है बिजली ( electricity) इससे […]
तपस्वी , संयमी उभयचर मेंढक
__________________जरा सी समस्या जीवन में आई नहीं मनुष्य फांसी के फंदे पर झूल जाता है… जीवन में प्रतिकूलता कष्ट रोग महामारी के सामने आत्मसमर्पण कर देता……….| जगत विश्वकर्मा भगवान ने हम मनुष्य को अकेले नहीं बनाया है हमारे साथ बहुत से जीव जंतुओं की सृष्टि भी उसने की है जिनमें कुछ जलचर हैं कुछ थलचर […]
यज्ञ और मानसिक स्वास्थ्य
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””” अमर वैचारिक क्रांतिकारी ग्रंथ सत्यार्थ प्रकाश के तीसरे समुल्लास (chapter)में ऋषि दयानंद महाराज हवन (अग्निहोत्र )के विषय में लिखते हैं… शंकालु शंका उठाता है | होम/ हवन से क्या उपकार होता है ? ऋषि दयानंद कहते हैं….” सब लोग जानते हैं कि दुर्गंध युक्त वायु और जल से रोग, रोग से प्राणियों को दुख […]
यह अंग्रेजों की लगाई हुई आग है
अंग्रेज भारत आए उनकी नजर भारत के मैदानी पर्वतीय संसाधनों पर पड़ी… 200 वर्ष लूट लूट कर देश को चले गए साथ में खतरनाक सौगात अंधानुकरण करने वाले आजाद भारत के हमारे सरकारी विभागों को दे गए…! ऐसा ही एक विभाग है वन विभाग |अभी कुछ दिन पहले वैश्विक स्तर पर अमेजन के वर्षा वनों […]
पांडवों की इंद्रप्रस्थ अर्थात दिल्ली उनके पश्चात 7 बार बसी 7 बार उजड़ी… दिल्ली के उजड़ने में सनातन वैदिक धर्म हिंदू राजाओं का कोई योगदान नहीं था उसके लिए पूरी तरह जिम्मेदार थे पश्चिम व मध्यम एशिया से आए जिहादी लुटेरे जिन में मोहम्मद गोरी तैमूर लंग कुतुबुद्दीन ऐबक अलाउद्दीन खिलजी जैसे नाम शामिल है.. […]
18 का अंक और महाभारत का संयोग
प्राय ऐतिहासिक घटनाक्रमों से अंको का संबंध जुड़ ही जाता है… हिस्टोरिकल ग्रंथ महाभारत भी इससे अछूता नहीं रहा है… 18 के अंक व महाभारत के घटनाक्रमों, पात्रों का ऐसा ही दुखद सुखद मिश्रित संयोग है……………….. इसे समझते हैं, महाभारत ग्रंथ 18 पर्व (चैप्टर) में लिखा गया है…. महाभारत का भीषण युद्ध 18 दिन तक […]
सुखदु:खयोश्च ग्रहणाच्छिन्नस्य च विरोहणात्| जीवं पश्यामि वृक्छाणामचैतन्यं न विघते|| शांति पर्व||10 मई 1901 को पूरी दुनिया के वनस्पति शास्त्री जीव वैज्ञानिक दांतो तले उंगलियां दबा लेते हैं जब प्रसिद्ध भारतीय वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बसु अपने द्वारा अविष्कार किए गए यंत्र क्रिस्कोग्राफ से वृक्षों में जीवन सिद्ध कर देते हैं | जगदीश चंद्र बोस के अनुसार […]