🌚🌕🦋🪲🦋 लेखक आर्य सागर तिलपता रात्रिचर कीट तितलियां जुगनू भंवरें करोड़ों वर्षों से चांद तारों के प्रकाश का प्रयोग नेविगेटर के तौर पर करते आ रहे हैं ।जिससे यह कीट रात्रि में आकाश में अपनी स्थिति गंतव्य का निर्धारण करते हैं। चंद्रमा के प्रकाश को यह अपनी पीठ पर लेते हैं एक खास एंगल के […]
Author: आर्य सागर खारी
आर्यसमाज का लोक कल्याण
लेखक :- स्वामी ओमानन्द जी महाराज प्रस्तुति :- अमित सिवाहा आर्यसमाज द्वारा दिये गये जीवनों के बलिदानों की चर्चा करने से पहले समय – समय पर लोक कल्याण के लिये आर्यसमाज जो भारी त्याग करता रहा है उन में से कुछ की ओर निर्देश कर देना आवश्यक प्रतीत होता है। ऐसा करने से आर्यसमाज की […]
*भोजन की तलाश, बनाती है इन्हें खास*
••••••••••••••••○○○•••••••••••••• लेखक आर्य सागर तिलपता ग्रेटर नोएडा। फोर्जिंग अर्थात भोजन के लिए भ्रमण ,भोजन की तलाश जीव जंतुओं को खास बनाती है। इस पृथ्वी पर किसी भी आवासीय क्षेत्र का कोई भी ऐसा जीव नहीं है जो भोजन की तलाश में कम से कम दिन के कुछ घंटे ना गुजारता हो कथित आधुनिक सभ्य मानव […]
हुक्का हरदम हरता है, प्राण
💭⚰️🩻🚭 लेखक आर्य सागर 🖋️ विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक—16वीं शताब्दी में मुगल शासक अकबर के दरबार में अबुल फथ्तह नाम का अरबी हकीम आया। उसने भरे दरबार में यह दावा किया उसने धूम्रपान की एक अनोखी विधि यन्त्र को ईजाद किया है जिसका शरीर पर कोई नुकसान नहीं है । हुक्का के […]
*यज्ञ का गौरवशाली इतिहास*
यज्ञ का इतिहास अत्यन्त प्राचीन है। यदि कहें कि जबसे सृष्टि का निर्माण हुआ है तब से यज्ञों का प्रचलन है तो कुछ अनुचित न होगा। क्योंकि चारों वेदों में यज्ञ की महिमा यज्ञ करने का निर्देश व आदेश दिया हुआ है वैदिक संस्कृति को यदि एक शब्द में संहृत करना हो तो वह शब्द […]
खबर जन्तु जीवाश्म जगत से’
‘ कितना विशाल था , ‘वासुकी इंडिकस’ सांप ?🐍 वर्ष 2004 में भारत के जीवाश्म वैज्ञानिकों के दल ने गुजरात के कच्छ की कोयले की खदान से एक सरीसृप जीव की रीढ़ की हड्डियों के जीवाश्म एकत्रित किए जीवाश्म तो एकत्रित कर लिए गए लेकिन उन जीवाश्म पर कोई अध्ययन नहीं किया गया अब वर्ष […]
वर्ष 1957 से लेकर 2008 तक गाजियाबाद लोकसभा हापुड़ लोकसभा के नाम से जानी जाती थी। गाजियाबाद या हापुड़ से लोकसभा से वर्ष 1967 के सांसद प्रकाश वीर शास्त्री जी चुने गए। शास्त्री जी आर्य समाज के यशस्वी वक्ता अमित तेजस्वी नेता थे उनकी शिक्षा दीक्षा आर्य समाज के गुरुकुलों में ही हुई। वह एक […]
कारण शरीर को लेकर कुछ शंकाएं
शंका समाधान दिनांक १३/४/२०२४ नमस्ते स्वामी जी। स्वामी जी कारण शरीर को लेकर कुछ शंकाएं है,जो निम्न हैं। १)कारण शरीर को सभी जीवात्माओं के लिए एक ,विभु माना गया है। स्वामी जी इसे ऐसा क्यों नही माना जा सकता है जिन सत्व, रज आदि अथवा कारण शरीर से मेरा स्थूल ,सूक्ष्म आदि शरीर बना है […]
* लेखक आर्य सागर खारी 🖋️। सुदूर अंतरिक्ष में ग्रह, उपग्रह तारे तो हमें आंखों से दिखाई देते हैं .. लेकिन एक खगोलीय संरचना जिसे ब्लैकहोल या श्याम विवर कहा जाता है दुनिया भर के अंतरिक्ष वैज्ञानिकों खगोल भौतिकशास्त्री के लिए चुनौती बना हुआ था.. इसका घनत्व व गुरुत्वाकर्षण बल इतना शक्तिशाली होता है यह […]
लेखक आर्य सागर खारी 🖋️ महर्षि दयानन्द अध्यात्म जगत के गूढ रहस्य को उद्घाटित करने वाले अध्यात्म मार्ग के प्रशास्ता दार्शनिक योगी ही नहीं थे केवल वह आदिभूत जगत के विज्ञान के सिद्धांतों के मर्मज्ञ ज्ञाता भी थे। महर्षि दयानंद का विज्ञान बोध भी उच्च कोटि का था। जिसकी झलकियां हमें उनके अमर ग्रंथ सत्यार्थ […]