यस्यामतं तस्य मतं मतं यस्य न वेद सः | अविज्ञातं विजानतां विज्ञातमविजानताम् || ( केनोपनिषद २-३ ) पदार्थ — ( यस्य ) जिसका अर्थात जिस ब्रह्मज्ञानी विद्वान का ( अमतम् ) मन से उसे नहीं जान सकते , ऐसा ज्ञान है ( तस्य ) उस विद्वान का ( मतम् ) माना हुआ अर्थात यथार्थ ज्ञान […]
