आर्य सागर खारी🖋️ 1857 के प्रथम स्वाधीनता संग्राम में संयुक्त प्रांत उत्तर प्रदेश के जिस जनपद में मेरठ के पश्चात सर्वाधिक क्रांति की चिंगारी उठी वह जनपद एकमात्र बुलंदशहर ही था तथा बलिदानीयो ने अपने खून से स्वाधीनता की होली खेली बुलंदशहर में जो गंगा -यमुना के बीच एकमात्र विशाल जनपद था। क्रांति भूमि मेरठ […]
Author: आर्य सागर खारी
गांव दर्शन में धर्म दर्शन’
=============== भारत की आत्मा गांवों में बसती है । वैदिक कालीन परंपराओं संस्कृति की कुछ झलकियां आज भी गांवो में दिखाई देती हैं। यह छवि हमारे गांव के चैत्य ( देव) स्थल जिसे ग्रामीण’ प्राचीन झीडी तपोभूमि ‘कहते हैं की है। जिसमे स्थित असंख्य पेड़ों में से एक मंजूफल के पेड़ पर एक वानर बैठा […]
गोरों की युद्धक की निशानियां….! आज 10 मई है भारतीय स्वाधीनता संग्राम 1857 को लगभग 176 वर्ष पूरे हो गए हैं। कभी दुनिया के 50 देशों पर शासन करने वाले अंग्रेज राजघराने का शासन आज महज इंग्लैंड, वेल्स, स्कॉटलैंड आयरलैंड जैसे 5 देशों में सिमट गया है कोई लंबे चौड़े देश नहीं है उन्हें देश […]
अनन्या मिश्रा त्यागराज ‘कर्नाटक संगीत’ के महान ज्ञाता और भक्ति मार्ग के एक प्रसिद्ध कवि थे। त्यागराज ने भगवान श्रीराम को समर्पित भक्ति गीतों की रचना की थी। उन्होंने समाज और साहित्य के साथ-साथ कला को भी समृद्ध करने का काम किया था। त्यागराज की हर रचना में इनकी विद्वता झलकती है। बता दें कि […]
विश्व गुरु भारत जब अपने वैभव को खोकर विदेशी हमलावरों से पादाक्रांत हो रहा था। छत्रपति शिवाजी औरंगजेब के साथ संघर्ष कर रहे थे। सिख ,गुरु गोविंद सिंह, बंदा बहादुर के नेतृत्व में अफगान मुगल लुटेरों के साथ, मराठे अहमद शाह अब्दाली से लोहा ले रहे थे…. तब इंग्लैंड में आइज़क न्यूटन प्रकृति के रहस्य […]
आर्य सागर खारी🖋️ शहीद रामप्रसाद बिस्मिल का जीवन प्रेरणा बन सकता है उन हजारों लाखों भारत के नव युवको के लिए जो नशे धूम्रपान की गिरफ्त में फंसे हुए हैं..| राम प्रसाद बिस्मिल को किशोरावस्था में घर से पैसे चुराने सिगरेट पीने भांग पीने तथा #उपन्यास पढ़ने जैसी कई बुरी आदतें लग गई थी छठी […]
मधुमास मधुमक्खी और मधु”
================== मधुमक्खी गजब का परिश्रमी सामाजिक बुद्धिमान कीट है । मधुमक्खी अपना जीवन अप्रैल से लेकर सितंबर इन 6-7 महीनों में जी लेती है…. सितंबर के पश्चात सर्दियों का मौसम मधुमक्खियों के लिए बहुत बेरहम विध्वंसक होता है…. इस मौसम में मधुमक्खियां भुख ठंड से मरती हैं। छत्ते में शहद लगभग खत्म हो जाता है […]
============= आर्य सागर खारी🖋️ 4 अप्रैल को विश्व लैंडमाइन जागरूकता दिवस के तौर पर मनाया जाता है। एक अनुमान के मुताबिक दुनिया के 60 से अधिक देशों ने अपने देश की सीमा व सामरिक स्थलो पर 1 अरब से अधिक लैंड माइन बिछा रखी है। लैंडमाइंस सैन्य मानव रोधी व एंटी टैंक रोधी भूमिगत विस्फोटक […]
-प्रियांशु सेठ आजकल आर्यसमाज में पारायण यज्ञों की चर्चा जोरों पर है। हमारे कुछ आचार्य गणों का सुझाव है कि पारायण यज्ञ वैदिक है। इससे वेदमंत्रों की रक्षा होती है। इसमें प्रमुख रूप से आचार्य शिवदत्त पाण्डेय/शुचिषद् मुनि जिनसे पौराणिकता की बू आती है, को कुछ तथाकथित लोगों ने सिर चढ़ा रक्खा है। दरअसल ऐसे […]
बनिया , बरगद और व्यापार*
=================== आर्य सागर खारी🖋️ पुर्तगाली व अगंरेज जब व्यापारी के रूप में सर्वप्रथम भारत आये तो उन्होंने भारत के गांवो में आश्चर्यजनक नजारा देखा। उन्होंने पाया अधिकांश गांवों के बाहर बरगद के पेड़ के नीचे गांव के किसानों व स्थानीय व्यापारियों बनियों की बैठके चलती है जहां बनिया व किसान हाथ में हाथ मिला कर […]